उत्तर प्रदेश

रुहेलखण्ड विश्वविद्यालय के प्लांट साइंस विभाग में दो दिवसीय मशरूम कल्टीवेशन प्रशिक्षण शिविर का शुभारम्भ

बरेली ,06 दिसम्बर। महात्मा ज्योतिबा फुले रुहेलखण्ड विश्वविद्यालय के प्लांट साइंस विभाग में दो दिवसीय मशरूम कल्टीवेशन प्रशिक्षण शिविर का आज शुभारम्भ हुआ। शिविर का शुभारंभ माननीय कुलपति प्रोफेसर के पी सिंह द्वारा किया गया। संकाय अध्यक्ष प्रोफेसर संजय गर्ग ने अपने स्वागत उदबोधन में सभी का स्वागत किया एवं छात्रों को मशरूम उत्पादन के महत्व के संबंध में बताया।विभागाध्यक्ष प्रोफेसर आलोक श्रीवास्तव ने मशरुम उत्पादन के व्यापारिक महत्व को वताया।कुलपति प्रोफेसर के पी सिंह ने प्लांट साइंस विभाग व मशरूम कल्टीवेशन ट्रेनिंग के समन्वयक डॉ विजय कुमार सिंहाल को ट्रेनिंग की सफलता के लिए बधाई दी। कुलपति महोदय ने कहा कि रूहेलखण्ड यूनिवर्सिटी भारत सरकार के स्वरोजगार प्रोत्साहन कार्यक्रम के तहत अपने छात्रों,किसानों व आम नागरिकों को स्वरोजगार के साधन उपलब्ध कराने के लिए वह उनमें कौशल विकास विकसित करने के लिए प्रतिबद्ध है इसी मुहिम के तहत विश्वविद्यालय परिसर प्लांट साइंस विभाग में मशरूम कल्टीवेशन ट्रेंनिंग का प्रारंभ किया गया है। आने वाले समय में प्लांट साइंस विभाग द्वारा मशरूम कल्टीवेशन से संबंधित ट्रेनिंग सेंटर का प्रारंभ भी किया जाना है। कुलपति महोदय ने इंटीग्रेटेड वर्मीकम्पोस्ट, वेस्ट मैनेजमेंट व मशरूम कल्टीवेशन कार्येक्रम को प्रारंभ करने पर जोर दिया। ट्रेंनिंग के प्रशिक्षक व प्लांट साइंस विभाग के एसोसिएट प्रोफेसर डॉ विजय कुमार सिंहाल प्रशिक्षण दिया एवं कहा कि ओयस्टर मशरूम कल्टीवेशन का प्रारंभ मात्र ₹300 से किया जा सकता है। यदि ऑयस्टरमशरूम कल्टीवेशन को सुनियोजित तरह से किया जाए तो ₹30000 लगाकर 150000 की कीमत का मशरूम उगाया जा सकता हैं। प्रोफेसर जे एन मौर्य ने धन्यवाद ज्ञापन दिया।

बरेली से अखिलेश चन्द्र सक्सेना की रिपोर्ट

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