वाराणसी : पीएम मोदी ने किया शिक्षकों को संबाेधन, कहा- सभी ने किया नई शिक्षा नीति का स्वागत
वाराणसी। उत्तर प्रदेश के वाराणसी में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अक्षय पात्र मिड डे मील किचन का उद्घाटन किया। इस दौरान उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी मौजूद रहे। वहीं पीएम मोदी अंतर्राष्ट्रीय सहयोग और कन्वेंशन सेंटर-रुद्राक्ष पहुंचे। कुछ ही देर में वे जहां राष्ट्रीय शिक्षा नीति के कार्यान्वयन पर अखिल भारतीय शिक्षा समागम का उद्घाटन करेंगे। इस अवसर पर उत्तर प्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल, CM योगी आदित्यनाथ भी मौजूद रहे।
अखिल भारतीय शिक्षा समागन का आयोजन उस धरती पर हो रहा हैं जहां पर आजादी से पहले देश की महत्वपूर्ण विश्वविद्यालय की स्थापना हुई थी। पीएम ने कहा, मैं काशी का सांसद हूं,मेरी काशी में आप पधारे हैं,तो एक प्रकार से मैं मेज़बान भी हूं। आप सबके साथ-साथ मेरे भी मेहमान हैं, मुझे विश्वास है कि आपको व्यवस्थाओं में असुविधा नहीं होगी। प्रबंध करने का सबने प्रयास किया है,लेकिन अगर फिर भी कोई कमी रह गई है तो इसकी जिम्मेदारी मेरी होगी।
हम केवल डिग्री धारक युवा तैयार न करें, बल्कि देश को आगे बढ़ने के लिए जितने भी मानव संसाधनों की ज़रूरत हो, हमारी शिक्षा व्यवस्था वो देश को दें। इस संकल्प का नेतृत्व हमारे शिक्षकों और शिक्षण संस्थानों को करना है। हमारे युवा कुशल हों, आत्मविश्वासी हों, व्यावहारिक और गणनात्मक हो, शिक्षा नीति इसके लिए जमीन तैयार कर रही है।
हमारे देश में मेधा की कभी कोई कमी नहीं रही है। लेकिन दुर्भाग्य से हमें ऐसी व्यवस्था बनाकर दी गई थी कि पढ़ाई का मतलब केवल नौकरी करना ही माना जाने लगा था। शिक्षा में ये विकार गुलामी के कालखंड में अंग्रेजों ने अपनी ज़रूरतों को पूरा करने के लिए और अपने लिए एक सेवक वर्ग तैयार करने के लिए किया था।
हमारे शिक्षक जितनी तेज़ी से इस भावना से आत्मसात करेंगे उतनी तेज़ी से छात्र-छात्राओं, देश के युवाओं को लाभ होगा। नए भारत के निर्माण के लिए नई व्यवस्थाओं का निर्माण उतना ही ज़रुरी है।