उत्तर प्रदेश

विश्व तंबाकू निषेध दिवस पर एसआरएमएस में दिलाई गयी तंबाकू न सेवन करने की शपथ


बरेली,01जून। एसआरएमएस मेडिकल कालेज में कल विश्व तंबाकू निषेध दिवस मनाया गया। आरआर कैंसर इंस्टीट्यूट एंड रिसर्च सेंटर की ओर से आयोजित इस कार्यक्रम में ओंकोलॉजी विभाग के डॉ. हिमांशी खट्टर, डॉ. अभिषेक भद्री, डॉ. ब्रिजेश महेश्वरी, डॉ. पल्ववी गौड़, डॉ. लाया के सातियान, डॉ. अनिकेत जाधव, डॉ. संयमिता जैन, डॉ. अनीश एके, डॉ. सोमदत्ता सिंघा, डॉ. श्रद्धा श्रीवास्तव, डॉ. निहारिका जसूजा, डॉ. नितिन मालवीय, डॉ. श्वेता सिंह और डॉ. मिशा गर्ग ने नुक्कड़ नाटक के जरिये तंबाकू खाने से होने वाले दुष्परिणामों को बताया और इससे बचने के लिए जागरूक किया। पीजी स्टूडेंट मीशा ने तंबाकू के दुष्परिणामों को दर्शाती कविता सुना कर किया सभी को जागरूक किया।
आरआर कैंसर इंस्टीट्यूट एंड रिसर्च सेंटर के निदेशक व कैंसर विशेषज्ञ प्रोफेसर (डॉ.) पियूष कुमार ने मरीजों और तीमारदारों को खुद तंबाकू न खाने और किसी अन्य को भी इसे न खाने से रोकने की शपथ दिलाई। डिप्टी मेडिकल सुपरिटेंडेंट डॉ.सीएम चतुर्वेदी ने सभी के सामने तंबाकू मसाले की पुड़िया निकाल कर डिब्बे में डाली और भविष्य में कभी तंबाकू न खाने की शपथ ली। डॉ.पियूष ने उनकी तारीफ की और तंबाकू खाने वाले सभी लोगों से ऐसा ही करने का अनुरोध किया। उन्होंने कहा कि तंबाकू से मुंह के कैंसर के साथ ही खाने की नली का कैंसर, पेशाब की नली का कैंसर, फेफड़ों का कैंसर, किडनी का कैंसर हो सकते हैं। ऐसी स्थिति में बिना घबराए अनुभवी और कुशल कैंसर विशेषज्ञ और संस्थान में परामर्श से इलाज कराना चाहिए। एसआरएमएस मेडिकल कॉलेज स्थित आरआर कैंसर इंस्टीट्यूट एंड रिसर्च सेंटर ऐसा ही प्रतिष्ठित कैंसर संस्थान है। यहां 20 से ज्यादा वरिष्ठ कैंसर विशेषज्ञ की अनुभवी टीम पिछले 17 वर्ष से कैंसर के मरीजों का इलाज कर रही है। 17 वर्ष में हमने 40 हजार से ज्यादा कैंसर के मरीजों को परामर्श दिया है। 10 हजार से ज्यादा कैंसर मरीजों ने हमारे यहां रेडियोथेरेपी कराई और 11 हजार से ज्यादा ने कैंसर सर्जरी करवा कर हम पर भरोसा जताया। हमारी टीम 35 हजार से ज्यादा कैंसर मरीजों ने कीमोथेरेपी, 35 सौ से ज्यादा ब्रेकीथैरेपी और 6.5 हजार से ज्यादा पेट स्कैन कर चुकी है। हम रेडिएशन ओंकोलॉजी के साथ ही मेडिकल और सर्जिकल ओंकोलॉजी के साथ ही कीमोथेरेपी, हार्मोनल थेरेपी, इम्यूनोथेरेपी और टार्गेटेड थेरेपी भी कर रहे हैं।
इस मौके पर मेडिकल सुपरिटेंडेंट डॉ.आरपी सिंह कहा कि तंबाकू जानलेवा है सभी लोग यह जानते हैं। इसके बाद भी इसका सेवन युवाओं में बढ़ता जा रहा है। शौक के लिए शुरू हुआ तंबाकू का सेवन गंभीर बीमारियों में कब बदल जाता है पता ही नहीं चलता। ऐसे जानलेवा शौक से बचना ही समझदारी है। हम सबको इससे बचने के लिए खुद भी जागरूक होना चाहिए और दूसरों को भी इसके प्रति जागरूक करना चाहिए। कैंसर विशेषज्ञ डॉ.प्राची भारद्वाज ने विश्व तंबाकू निषेध दिवस के मनाने की जानकारी दी और बताया क्यों इस दिन सभी को तंबाकू छोड़ने की शपथ लेनी चाहिए और दूसरों को भी इसके लिए क्यों प्रेरित करना चाहिए। उन्होंने कहा कि तंबाकू खाने से फेफड़े तो कमजोर होते ही हैं, इसके साथ ही दिल भी कमजोर हो सकता है और कैंसर जैसी महामारी भी हो सकती है। ऐसे में इससे बचाव ही सबसे अच्छा उपाय है। एक बार दृढ़ निश्चय कर इसे छोड़ा जा सकता है। डॉ.संयमिता जैन ने तंबाकू के दुष्परिणाम को बताया और इससे फैलने वाले कैंसर की जानकारी दी। उन्होंने तंबाकू छोड़ने से होने वाले लाभों की भी जानकारी दी। कहा कि इससे कैंसर जैसी बीमारियों से बचने की उम्मीद होती है और जिंदगी और भी खुशहाल हो सकती है। इस मौके पर मेडिकल कालेज के प्रिंसिपल एयर मार्शल (सेवानिवृत्त) डॉ.एमएस बुटोला, डॉ.अरविंद चौहान, डॉ. पवन मेहरोत्रा, डॉ.आयुष गर्ग, डॉ.राशिका सचान, डॉ.अदादि श्रीनिवास नायडू, आरआर कैंसर इंस्टीट्यूट की टीम और स्टाफ मौजूद रहा। बरेली से अखिलेश चन्द्र सक्सेना की रिपोर्ट

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