उत्तर प्रदेश

वृक्षारोपण को प्रोत्साहित करने के उद्देश्य से पेड़ लगाओ- पेड़ बचाओ जन अभियान-2024 के सफल आयोजन हेतु बैठक हुई संपन्न

 

बरेली, 24 जून। मा0 राज्य मंत्री वन एवं पर्यावरण डा0 अरूण कुमार सक्सेना की अध्यक्षता में कल पर्यावरण सम्बन्धी समस्याओं एवं उनके निराकरण हेतु वृक्षारोपण गतिविधियों को बढावा देने एवं प्रोत्साहित करने के उद्देश्य से पेड़ लगाओ- पेड़ बचाओ जन अभियान-2024 के सफल क्रियान्वयन हेतु एक महत्वपूर्ण बैठक विकास भवन सभागार में आयोजित हुई।

बैठक में मा0 मंत्री जी द्वारा समस्त उपस्थित लगभग 120 औद्योगिक संस्थाओं स्वामियों/प्रतिनिधियों से कहा कि वे अपने औद्योगिक इकाईयों, क्लबों आदि के खाली पडे परिसरों में मियावॉकी लगाये तथा आस-पास के गॉवों के किसानों से वार्ता कर उनके खेतों की मेंडों पर पौधे लगवायें, जिससे कि हर खेत में मेड, हर मेड पर पेड हो सकें। किसानों से वार्ता कर उनकों पेडों के महत्व के विषय में बतायें। बढते हुये तापमान को कम करने का एक मात्र उपाय पौधारोपण ही है। इसे देखते हुये हमें वृहद स्तर पर पौधारोपण किये जाने की आवश्यकता है। हम मार्गो के किनारे, हाईवे के किनारें, ग्रामीण सडकों पर, नगर निगम के मार्गो पर जहां भी स्थान उपलब्ध हों वहां परिवार के साथ पौधारोपण करें। इसमें वन विभाग पूर्ण रूप से आपके सहयोग के लिये तैयार है। पौधारोपण के बाद उनकों देखने जाये कि हमारे लगाये हुये पौधें कितने प्रतिशत जीवित है। इसके साथ ही जनपद में हर घर तुलसी घर-घर तुलसी अभियान के तहत लोगो को तुलसी के पौधों का वितरण किया जायेगा जिससे कि जिन घरों में स्थान उपलब्ध नहीं है वह लोग अपने घर पर तुलसी का एक पौधा जरूर लगायेगें। नदियों के किनारे पौधारोपण अवश्य कराया जाये। साथ मिशन छाया के अन्तर्गत जनपद में वन विभाग द्वारा छायादार पौधों का रोपण किया जायेगा, जिससे ‘छाया‘ के महत्व से जनमानस जागरूक हो एवं वृक्षों की छाया का लाभ उठा सकें।

मुख्य वन संरक्षक रूहेलखण्ड जोन विजय सिंह द्वारा बैठक के विषय पर चर्चा करते हुये बताया गया कि बढते जलवायु परिवर्तन को देखते हुये अधिक से अधिक पेड लगाये जाने की आवश्यकता है। इस वर्ष पेड लगाओ-पेड बचाओ जन आन्दोलन के अन्तर्गत वृहद स्तर पर पौधारोपण किया जायेगा, जिसके लिये वन विभाग की नर्सरियो पर्याप्त संख्या में पौधे उपलब्ध है। प्रदेश व बरेली जनपद में पौधारोपण हेतु संचालित विभिन्न कार्यक्रम जैसे- एक पेड मॉ के नाम, मिशन छाया, एक मार्ग एक प्रजाति, मियावॉकी वृक्षारोपण व कॉर्बन क्रेडिट आदि कार्यक्रमों के तहत उद्योगो के सहयोग से पौधारोपण किया जा सकता है। इसके लिये औद्योगिक इकाईयां अपने परिसर में, अपने आस-पास के गॉवो में, फार्म हाउस में पौधारोपण कर सकते है, साथ ही किसानों को जागरूक करें कि पौधारोपण से जहां एक ओर पर्यावरण में सुधार होगा वही दूसरी ओर किसानों की आय में वृद्धि होगी और काष्ट आधारित उद्योगो को कच्चा माल भी आसानी से प्राप्त होगा।

संयुक्त आयुक्त उद्योग ने बताया कि पूरे ब्रहम्माड में एक ही पृथ्वी है, जिसे हम पौधारोपण के माध्मय से ही बचा सकते है, जिससे कि हमारी आने वाली पीढियों को एक अच्छी धरती सौप कर जायें। इस उद्देश्य को हम औद्योगिक इकाईयों के माध्यम से सफलतापूर्वक पूर्ण कर सकते है। साथ ही पीलीभीत टाईगर रिजर्व के आस-पास स्थित 2-3 गॉवों को औद्योगिक इकाईयां द्वारा गोद लिया जाये, जिससे कि वहां के लोगो को जनजागरूकता से जोडा और उनके जीवन के स्तर को सुधारा जा सकें। इन गॉवों में हेल्थ कैम्प लगा सकते है, महिलाओं को सिंलाई मशीन दे सकते है जिससे वह आत्मनिर्भर होगें और साथ ही सम्बन्धित औद्योगिक इकाईयों प्रचार-प्रसार भी हो सकेगा।

बैठक में विजय सिंह मुख्य वन संरक्षक रूहेलखण्ड जोन, दीक्षा भण्डारी प्रभागीय वनाधिकारी, सर्वेश्वर शुक्ला संयुक्त आयुक्त उद्योग, अनुराग यादव उपायुक्त उद्योग, रोहित सिंह क्षेत्रीय अधिकारी उ0प्र0 प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड व मण्डल के समस्त प्रभागीय वनाधिकारी एवं बरेली व मुरादाबाद मण्डल से आये हुये औद्योगिक संस्थाओं से आये उद्योगपतियो व प्रतिनिधियों द्वारा प्रतिभाग किया गया।
बरेली से अखिलेश चन्द्र सक्सेना की रिपोर्ट

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