शुगर को कंट्रोल में रखते हैं ये पत्ते, रोजाना चबाने पर मिलता है बेहद गजब का फायदा
डाबिटीज एक क्रोनिक कंडीशन है जो शरीर के ब्लड शुगर बनाने की प्रक्रिया को प्रभावित करती है. इंसुलिन ऐसा हार्मोन है जो पैनक्रियाज के द्वारा बनता है और ब्लड शुगर रेग्यूलेट करने में मदद करता है और बिना इंसुलिन या अपर्याप्त इंसुलिन से शरीर का ब्लड शुगर अत्यधिक बढ़ सकता है जोकि सेहत के लिए खतरे के समान है. ऐसे में डायबिटीज के मरीजों की कोशिश रहती है कि वे शरीर के ब्लड शुगर लेवल को सामान्य रखें. डायबिटीज में खानपान पर विशेष ध्यान दिया जाता है. डायबिटीज में अमरूद के पत्ते चबाना भी फायदेमंद साबित हो सकता है. अमरूद और अमरूद के पत्ते दोनों ही कई पोषक तत्वों से भरपूर होते हैं. यहां जानिए ब्लड शुगर लेवल कंट्रोल में रखने के लिए किस तरह किया जा सकता है अमरूद के पत्तों का सेवन.
न्यू्ट्रिशन एंड मोटाबॉलिज्म जर्नल में छपे एक लेख के अनुसार अमरूद के पत्तों से बनी चाय कई तरह की शुगर सोखने में मददगार होती है और इसके सेवन से खाना खाने के पश्चात ब्लड शुगर स्पाइक का खतरा नहीं रहता है.
टाइप-2 डायबिटीज के मरीजों पर की गई एक स्टडी के मुताबिक अमरूद के पत्तों में ब्लड शुगर लेवल घटाने वाले तत्व पाए जाते हैं. डायबिटीज में अमरूद के पत्तों को सुबह खाली पेट चबाया जा सकता है या फिर इन पत्तों की चाय बनाकर पी जा सकती है. चाय बनाने के लिए अमरूद के पत्तों को साफ करके पानी में उबाल लें. पानी को कुछ देर उबालने के बाद कप में छानें और चुस्कियां लेते हुए पिएं.
अमरूद के पत्ते ही नहीं बल्कि अमरूद का फल भी डायबिटीज के मरीजों के लिए फायदेमंद होता है. अमरूद का ग्लाइसेमिक इंडेक्स कम होता है. यह फल फाइबर से भरपूर होता है और ब्लड शुगर को सामान्य बने रहने में मदद करता है. अमरूद में कैलोरी भी कम होती है जिससे वजन कम होता है या सामान्य बना रहता है. 100 ग्राम तक अमरूद में केवल 68 कैलोरी पाई जाती है. अमरूद में विटामिन सी की भरपूर मात्रा पाई जाती है जिससे यह इम्यूनिटी बढ़ाने में मददगार साबित होता है. ऐसे में डायबिटीज के मरीज ब्लड शुगर सामान्य रखने और सेहत को दुरुस्त रखने के लिए अमरूद का सेवन कर सकते हैं.