उत्तर प्रदेश

श्रीमद्भागवत महाकुंभ की तैयारियां अंतिम दौर में

पितृ पक्ष में नैमिष के कालीपीठ में बहेगी भक्ति रस की धारा
भागवत कथा के गूढ़ रहस्यों का व्याख्यान करेंगे रमेश भाई ओझा
सीतापुर। 88 हजार ऋषियों की पावन तपोभूमि तीर्थ नैमिषारण्य के कालीपीठ कथा प्रांगण में पितृ पक्ष के पावन अवसर पर श्रीमद्भागवत कथा ज्ञान यज्ञ से अभिसिंचित होने जा रही है। कालीपीठाधीश गोपाल शास्त्री द्वारा आयोजित इस श्रीमद्भागवत महाकुम्भ में अन्तर्राष्ट्रीय भागवताचार्य रमेश भाई ओझा द्वारा भागवत कथा के गूढ़ रहस्यों का व्याख्यान किया जायेगा।
कार्यक्रम के आयोजक और महायज्ञ संकल्पी कालीपीठाधीश गोपाल शास्त्री ने आयोजन के सम्बन्ध में जानकारी देते हुये बताया कि कालीपीठ परिसर में ही विशाल वर्षारोधी तकनीक से पाण्डाल का निर्माण बंगाल से आये कारीगरों द्वारा किया जा रहा है। कथा का रसपान करने के लिये देश- विदेश से लगभग दस हजार लोगों के आने की संभावना है, जिसमें देश के लगभग सभी प्रांतों से तो श्रद्धालु आ ही रहे हैं साथ ही आस्ट्रेलिया, यू.एस.ए., कनाडा, दुबई, नेपाल समेत अनेकों देश से भी कथा प्रेमी आ रहे हैं। उन्होंने बताया कि विश्व वन्दनीय भागवताचार्य अपने विशेष चार्टेड विमान से 30 सितंबर को लखनऊ हवाई अड्डे पर आ जायेंगे, वहां से बड़ी संख्या में भक्त और आयोजन समिति के लोग उनका स्वागत करते हुये नैमिष लायेंगे। 1 अक्टूबर को प्रातः 10 बजे कालीपीठ से कलश यात्रा निकाली जायेगी जिसमें कथा व्यास रथ पर सवार होकर निकलेंगे। तीर्थ भ्रमण के साथ नृत्य करते हुये श्रद्धालु पुनः कथा पाण्डाल पहुंचेगे जहां पोथी पूजन किया जायेगा। भागवत कथा 2 अक्टूबर से नित्य सायं 3 से 7 बजे होगी। मंदिर में स्थित प्राचीन यज्ञशाला में दैनिक पुरुषोत्तम महायज्ञ में आहुतियां भी अर्पित की जायेंगी, श्रीमद् भागवत मूलपाठ का सामूहिक पाठ किया जायेगा।
भोजनालय में विभिन्न प्रांतो का मिलेगा स्वाद : (बाक्स)
कथा के दौरान श्रद्धालुओं के भोजन का विशेष प्रबन्ध किया गया है। रसोई में भोजन के लिये गुजरात से विशेष प्रकार की थालियां, कटोरियां और ग्लास मंगवाये गये हैं। अलग प्रांतों से आये श्रद्धालुओं के लिये अलग- अलग रसोई बनेंगी जिसमें उत्तर भारतीय भोजन के साथ ही मराठी भोजन, राजस्थानी भोजन और गुजराती भोजन उपलब्ध रहेगा।
रासलीला के साथ ही संगीतमय सुन्दर काण्ड का होगा आयोजन : (बाक्स)
2 अक्टूबर को मुंबई के प्रसिद्ध भजन गायक प्रेम प्रकाश दुबे द्वारा सुंदरकांड पाठ का गायन किया जायेगा, वहीं वृंदावन की विश्व प्रसिद्ध रासलीला कमेटी रामस्वरूप जी के शिष्य भागवत किशोर जी द्वारा नित्य रसलीला का मंचन किया जायेगा।
स्वातंत्र वीर सावरकर और छत्रपति शिवाजी की गाथा का होगा गायन : (बाक्स)
महाराष्ट्र के प्रसिद्ध कथाकार चारुदत्त आफले द्वारा तीन दिवसीय स्वातंत्र वीर सावरकर एवं छत्रपति शिवाजी की गाथा का गायन मराठी और हिन्दी भाषा में किया जायेगा। वैष्णवाचार्य द्रुमिल जी द्वारा भागवत कथा के दौरान छप्पन भोग समेत अनेक मनोरथ किए जायेंगे जो कि आकर्षण और श्रद्धा का केन्द्र होगा।
आयोजन की तैयारियों का जायजा लेने कालीपीठ पहुंचे अधिकारी:
आगामी 1 अक्टूबर से कालीपीठ मन्दिर में आयोजित होने जा रहे भागवत कथा आयोजन की सुरक्षा, सफ़ाई एवम् व्यवस्थाओं को लेकर उपजिलाधिकारी मिश्रिख अजय त्रिपाठी, मिश्रिख क्षेत्राधिकारी सुशील कुमार यादव और नैमिष थानाध्यक्ष दिग्विजय पाण्डेय ने कालीपीठ पहुंचकर महायज्ञ संकल्पी कालीपीठाधीश गोपाल शास्त्री से भेंट की तथा कार्यक्रम में शामिल होने वाले श्रद्धालुओं के निवास, कथा व्यास में शामिल होने वाले विशिष्ट अतिथियों के आने जाने और निवास से सम्बन्धित जानकारी हासिल की ताकि प्रशासनिक स्तर पर तैयारियों की रूपरेखा बनायी जा सके।
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