सरकार इस योजना में देती है हर महीने पांच हजार तक रकम, रजिस्ट्रेशन के लिए टूट पड़े लोग
नई दिल्ली। अटल पेंशन योजना को लेकर एक बड़ी खबर आ रही है। वित्त मंत्रालय ने एक बयान में कहा कि सरकार के प्रमुख सामाजिक सुरक्षा कार्यक्रम अटल पेंशन योजना (एपीवाई) में 5.25 करोड़ से अधिक लोगों ने रजिस्ट्रेशन कराया है। यह योजना 9 मई, 2015 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा लागू की गई थी।
भारत के सभी नागरिकों, विशेष रूप से असंगठित क्षेत्र के श्रमिकों को वृद्धावस्था आय सुरक्षा प्रदान करने के उद्देश्य से ये योजना शुरू की गई थी। मंत्रालय ने बयान में कहा कि योजना को पूरे देश में व्यापक रूप से लागू किया गया है और नामांकन की संख्या को देखते हुए ये योजना 5.25 करोड़ के आंकड़े को पार कर गई है। इसमें सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के आंकड़े को शामिल किया गया है।
अटल पेंशन योजना में नामांकन की संख्या इसके शुरू होने के बाद से लगातार बढ़ी है। 2021-22 की तुलना में 2022-23 में 20 प्रतिशत की वृद्धि हुई है। योजना का कुल एयूएम 28,434 करोड़ रुपये से अधिक है और शुरुआत के बाद से इस योजना ने 8.92 प्रतिशत का निवेश अर्जित किया है।
मंत्रालय ने इस योजना की खूबियों पर बात करते हुए कहा है कि सार्वजनिक और निजी बैंकों, क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों, पेमेंट बैंकों, लघु वित्त बैंकों, डाक विभाग के प्रयासों के बिना ये योजना सफल नहीं हो सकती थी। पेंशन के दायरे में समाज के सबसे कमजोर वर्गों को लाने की यह उपलब्धि उनके बिना मुमकिन नहीं थी।
अटल पेंशन योजना के तहत 18-40 वर्ष की आयु के किसी भी भारतीय नागरिक का अकाउंट खोला जा सकता है। कोई भी व्यक्ति जिसके पास बचत बैंक खाता है और जो आयकरदाता नहीं है, इस योजना में अपना रजिस्ट्रेशन करा सकता है। APY के तहत, एक ग्राहक को उसके योगदान के आधार पर 60 वर्ष की आयु से 1,000 रुपये से 5,000 रुपये प्रति माह की आजीवन न्यूनतम गारंटीकृत पेंशन प्राप्त होगी।
पेंशनधारक की मृत्यु के बाद उसके जीवनसाथी को पेंशन मिलगी। पेंशनधारक या इसके पति-पत्नी की मृत्यु पर संचित पेंशन राशि नामिती को वापस कर दी जाएगी।