साढेसाती और ढैय्या की पीड़ा से मुक्ति दिलाता है ये उपाय, शनि देव होते हैं खुश
ज्योतिषी के मुताबिक हर शनिवार के दिन लाल रंग के चंदन का तिलक लगाएं, इसके अलावा शनि देव को भी लाल चंदन अर्पित करें, जिससे शनि का प्रकोप शांत होता है। ज्योतिष के अनुसार सभी ग्रहों का अपना महत्व है, हर ग्रह अपने निश्चित समय पर गोचर करता है, जिसका प्रभाव व्यक्ति के जीवन पर पड़ता है, शनि ने 17 जनवरी को ढाई साल बाद कुंभ में गोचर किया है, शनि के गोचर करने से जहां कुछ राशि के जातक साढेसाती और ढैय्या के मुक्त हो गये हैं, वहीं कुछ जातकों पर साढेसाती और ढैय्या का प्रकोप शुरु हो गया है, ऐसे में ज्योतिष शास्त्र में चंदन के कुछ उपायों के बारे में बताया गया है।
साढेसाती और ढैय्या से बचने के उपाय
लाल, पीला और सफेद चंदन के उपाय
ज्योतिष के मुताबिक शनि के दंड से बचने के लिये चंदन के उपायों को करने की सलाह दी जाती है, कहते हैं कि चंदन के उपायों से शनि देव जल्द खुश होते हैं, चंदन कई तरह के होते हैं, सभी का इस्तेमाल अलग-अलग किया जाता है, पूजा के लिये चंदन का इस्तेमाल किया जाता है, ज्योतिष मुताबिक साढेसाती और ढैय्या से पीड़ित जातक लगातार 40 दिन तक नहाने के पानी में चंदन की जड़ डालकर स्नान करें, इस उपाय को करने से आपको काफी राहत मिलेगी।
इस दिन लगाएं लाल चंदन का तिलक
ज्योतिषी के मुताबिक हर शनिवार के दिन लाल रंग के चंदन का तिलक लगाएं, इसके अलावा शनि देव को भी लाल चंदन अर्पित करें, जिससे शनि का प्रकोप शांत होता है, उनकी अशुभता दूर होती है। ज्योतिषी मुताबिक शनि देव को खुश करने के लिये हर शनिवार सूर्यास्त के बाद पीपल के पेड़ के सामने सरसों के तेल का दीया जलाएं, इसके साथ ही चंदन की माला से शनि देव के मंत्र ऊं शं शनैश्चराय नमः का जाप करें, इसके अलावा हर अमावस्या पर सूर्यास्त के बाद भी ये उपाय किया जा सकता है।
ये उपाय भी है लाभकारी
हर शनिवार शनि देव के लिये उपवास रखें, इतना ही नहीं सूर्यास्त के बाद बजरंगबली की पूजा करें, उन्हें पीले सिंदूर और नीले रंग के फूल अर्पित करें, साथ ही सरसों के तेल का दीया जलाएं।शनिवार के दिन काली गाय या काले कुत्ते को रोटी खिलाएं, ऐसा करने से शनि देव की कृपा मिलती है, साथ ही काली चीटियों को आटा डालें इसके साथ ही अगर आप शनिवार को व्रत रखते हैं, तो कम से कम 19 शनिवार व्रत रखें, इस दौरान केले का सेवन करें।
ज्योतिष मुताबिक शनि देव को प्रसन्न करने के लिये शनिवार के दिन दान-पुण्य करें, जरुरतमंद लोगों को कंबल, जूता, चप्पल, लोहा, कपड़े जटा नारियल आदि का दान करें।