सीबीएसई सचिव ने तीसरे जयपुरिया वार्षिक पुनश्चर्या प्रशिक्षण 2024 की सराहना की
लखनऊ, 5 जून, 2024: सेठ आनंदराम जयपुरिया ग्रुप ऑफ स्कूल्स द्वारा 3 और 4 जून, 2024 को लखनऊ में ‘री स्किलिंग – अप स्किलिंग: जयपुरिया एनुअल रिफ्रेशर ट्रेनिंग 2024’ के तीसरे संस्करण का आयोजन किया गया । जयपुरिया समूह की ओर से हुई इस पहल की सीबीएसई के सचिव ने सराहना की है ।
दो दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम सेठ आनंदराम जयपुरिया स्कूल, शहीद पथ, लखनऊ के परिसर में अयोजित किया गया था जिसका मूल उद्देश्य शिक्षा में व्यक्तिगत विकास और व्यावसायिक कौशल को एकीकृत करना सिखाना था | कार्यक्रम का उद्घाटन माननीय मुख्य अतिथि, श्री हिमांशु गुप्ता, सचिव, केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई); जी ने किया | इस अवसर पर सम्मानित अतिथि, श्री हरीश संदुजा, निदेशक स्कूल एवं आईटी, सेठ आनंदराम जयपुरिया ग्रुप ऑफ एजुकेशनल इंस्टीट्यूशंस; विशिष्ट अतिथि श्रीमती पूनम कोचिट्टी, प्रिंसिपल, सेठ आनंदराम जयपुरिया स्कूल, शहीद पथ, लखनऊ और श्री अनिर्बान भट्टाचार्य, उपाध्यक्ष, पार्टनर स्कूल, सेठ आनंदराम जयपुरिया ग्रुप ऑफ स्कूल भी उपस्थित रहे ।
समूह के स्कूल प्रधानाचार्यों, शिक्षकों और भागीदारों सहित 300 से अधिक प्रतिभागियों ने इस 2-दिवसीय प्रशिक्षण शिविर में भाग लिया ,जिसमे शिक्षकों ने अनुभवी एवं ख्याति प्राप्त शिक्षाविदों से नवीनतम शैक्षणिक प्रगति से अवगत होने के साथ -साथ आवश्यक कौशल भी प्राप्त किए जिससे वे उत्कृष्ट शिक्षण में सबसे आगे रहेंगे |
सभा को संबोधित करते हुए, श्री हिमांशु गुप्ता ने कहा कि शिक्षक की युवा प्रतिभा को सही दिशा देने में बहुत महत्वपूर्ण भूमिका होती है। उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 शिक्षकों के व्यावसायिक विकास को अनिवार्य बनाती है। इस क्षेत्र में जयपुरिया एनुअल रिफ्रेशर ट्रेनिंग जैसी पहल प्रशंसा की पात्र है।
श्री हरीश संदुजा ने कहा कि वर्तमान शिक्षा प्रणाली में छात्रों को नई तकनीक द्वारा ज्ञान प्राप्त कराने और उनकी आकांक्षाओं को पूरा करने के लिए को शिक्षकों को भी नई तकनीकी कौशलों से युक्त किया जाना आवश्यक है |
‘री स्किलिंग – अप स्किलिंग: जयपुरिया एनुअल रिफ्रेशर ट्रेनिंग 2024’ दो दिवसीय कार्यक्रम था। पहले दिन ‘एनसीएफ-एसई को समझना’, ‘प्रौद्योगिकी के युग में शिक्षण’, ‘हमारे दिल को स्वस्थ रखने के तरीके’, ‘स्कूलों में अभिभावक-शिक्षक भागीदारी’, ‘सफलता के लिए टीम वर्क का निर्माण’ और ‘जनरेशन गैप को कम करना ‘ जैसे विषयों पर प्रासंगिक सत्र आयोजित किए गए।
कार्यक्रम के बारे में बोलते हुए, अनिर्बान भट्टाचार्य ने कहा, “जयपुरिया वार्षिक प्रशिक्षण कार्यक्रम की रचना और संकल्पना का लक्ष्य शिक्षकों को सीखने, बढ़ने, एक-दूसरे से जोड़ने के साथ एक मजबूत आपसी संबंध बनाने का है। पिछले दो संस्करणों के दौरान, हमने शिक्षकों के बेहतर कौशल विकास के लिए बहुत सारे आधार तैयार किए हैं। इस वर्ष, हम व्यावसायिक अपस्किलिंग और रीस्किलिंग के साथ-साथ व्यक्तिगत विकास पर ध्यान केंद्रित करके इस आयोजन को एक नए स्तर पर ले जा रहे हैं।
प्रशिक्षण कार्यक्रम में कार्यक्रम स्थल पर कला शिक्षकों द्वारा रचनात्मक कार्यों की प्रदर्शनी भी लगाई गई थी। दूसरे दिन शैक्षिक और सह-शैक्षणिक विषयों पर विषय-विशिष्ट सत्र आयोजित किए गए। सेठ आनंदराम जयपुरिया ग्रुप ऑफ स्कूल के नेटवर्क से चार अनुकरणीय शिक्षकों को STTAR शिक्षक पुरस्कार दिए गए। दूसरे दिन के अंत में सभी प्रतिभागियों को प्रमाण पत्र प्रदान किए गए ।
समूह के बारे में:
सेठ आनंदराम जयपुरिया ग्रुप 21 K-12 स्कूलों, 5 प्रीस्कूल, 2 प्रबंधन संस्थानों और एक शिक्षक प्रशिक्षण अकादमी का समूह है। विकास के पथ पर बढ़ते हुए, समूह ने अगले 5 वर्षों में उत्तर भारत में 50 से अधिक K12 स्कूलों का संचालन करके टियर II और टियर III शहरों तक पहुंचने की अपनी योजना पर कार्य शुरू कर दिया है।