सुहागरात से लेकर शादी तक, 10 अजीबोगरीब परंपराएं, जिनके बारे में जानकर आप भी नहीं करेंगे यकीन
नई दिल्ली। हर समाज में एक बात समान होती है और वो है शादी. शादी में ये बात मायने नहीं रखती है कि इलाका कितना पिछड़ा है या फिर शादी करने वाले जोड़े का स्तर कैसा है. इन सब में एक बात सबसे ज्यादा गौर करने वाली है और वो ये कि हर जगह इसके लिए अलग-अलग तरह के रीति-रिवाज हैं. हर जगह शादी की रस्में एक-दूसरे से बिल्कुल भिन्न होती हैं. वास्तव में इनसे अनजान लोगों के लिए यह भयानक और अजीबोगरीब होता है. आज हम आपको दुनिया की अजीबोगरीब शादी की परंपराओं के बारे में बताने जा रहे हैं जो आपको हैरान कर देंगी और इन्हें पढ़कर आपको यही लगेगा कि हे भगवान! आखिर ऐसी परंपराओं की जरूरत ही क्यों पड़ी!
फ्रांस में सुहागरात से जुड़ी एक अजीबोगरीब परंपरा है. यहां पर चारीवारी समुदाय के लोग शादीशुदा व्यक्ति की सुहागरात के दिन घर जाकर जमकर हंगामा करते हैं और उत्पात मचाते हैं. इसके साथ ही उनके मिलन में रुकावट पैदा करते हैं. वे लोग घर में रखे बर्तन बजाते हैं और जोर-जोर से गाने गाते हैं. हालांकि, इस तरह की प्रथा अब खत्म होने पर है, लेकिन मध्ययुग में यह काफी लोकप्रिय था. दरअसल, ऐसा माना जाता था कि इस परंपरा को करने से दूल्हा-दुल्हन के बीच प्यार बढ़ता है.
मलेशिया में शादी के बाद तीन दिन बड़े कष्टप्रद बीतते हैं. देश के सबाह प्रांत के संडाकेन टिडोंग समुदाय के लोग विवाहित जोड़े को सुहागरात के अगले तीन दिन और रात टॉयलेट का इस्तेमाल नहीं करने देते. अगर वे ऐसा करते हैं तो ये उनके लिए दुर्भाग्य लाने वाली बात होती है. बदकिस्मती से हो सकता है कि उनका साथ छूट जाए या उनके बच्चों की मौत हो जाए. इसलिए नए शादीशुदा जोड़े बिना पानी या फिर कम पानी पीकर गुजारा करते हैं.
शादी के दौरान ज्वैलरी पहनना हर दुल्हन को अच्छा लगता है. एक सबसे अनूठी प्रथा भारतीय शादियों में देखने को मिलती है. इसमें दुल्हन शादी के बाद चांदी की अंगूठी पैर में पहनना शुरू कर देती है. शुरुआत में आदत न होने के कारण अंगूठी फिसलती रहती है. लेकिन बाद में आदत पड़ जाती है.
अफ्रीका के मसाई आदिवासियों में शादी के दौरान एक प्रथा है कि यहां दुल्हन का पिता अपनी बेटी के माथे और छाती पर थूक कर उसे आशीर्वाद देता है.
पोलैंड के रिवाज के मुताबिक, शादी में आने वाले मेहमान दुल्हन के साथ डांस करने का लुत्फ उठाते हैं. दुल्हन, पिता के साथ डांस की शुरुआत करती है. इसमें डांस करने वाले लोग उस पर पैसों की बारिश करते हैं. बाद में, इन पैसों को दूल्हा अपने बटुए में रख लेता है. यह पैसे वह हनीमून पर खर्च करता है.
शादी करने के लिए दुल्हन का अपहरण करनी की प्रथा दुनिया के हिस्सों में हजारों सालों से की जा रहा है. जिस लड़की को लड़का पसंद करता है, उसकी किडनैपिंग का प्लान बनाता है. इस प्रथा के मिलते-जुलते सबूत रोमानी सभ्यता में मिलते हैं, जबकि कजाखस्तान में यह परंपरा आज भी बदस्तूर जारी है. यदि लड़की का बलपूर्वक अपहरण कर लिया और दो-तीन दिन तक वह लड़के के घर रह गई तो लड़की को पत्नी मान लिया जाता है.
जर्मन शादियों में, शादी से ठीक एक दिन पहले शादीशुदा जोड़े रिवाज के रूप में बर्तन तोड़ते हैं. ऐसा इसलिए किया जाता है, क्योंकि उनकी जीवन फिर कभी ऐसी नौबत न आए. समुदाय का मानना है कि इससे उनके जीवन में खुशियां चली जाएंगी.
भारत के कुछ हिस्सों में माना जाता है कि यदि छोटी बच्ची के अतिरिक्त दांत ऊपर के जबड़े से उग आए तो उसे भूत से खतरा होता है. कुछ यह भी मानते हैं कि भविष्य में उसे शेर खा जाएगा. इस डर से उसकी शादी जानवर से करा दी जाती है. हालांकि यह हमेशा के लिए नहीं होती है. इसे सिर्फ बुरे साए से बचाने के लिए किया जाता है. बाद में उसकी शादी लड़के से की जाती है.
दरअसल यह प्रथा शादी के बाद की नहीं, बल्कि उससे पहले की है. जोड़े के शरीर पर उनके दोस्त काला रंग लगाते हैं फिर उसे अंडे, सॉसेज और आटे आदि से कवर करते हैं. यह सिर्फ बुरी ताकतों से बचाने के लिए किया जाता है. यह प्रथा स्कॉटलैंड में सबसे ज्यादा मशहूर है.
शादी के दौरान वर-वधु को झाडू पर उचकने के लिए कहा जाता है. प्राचीन प्रथा के मुताबिक, ऐसा करने से उनकी पुराने बुरे अनुभव साफ हो जाएंगे और वे अपने नए जीवन की शुरुआत कर सकेंगे.