सेठ आनंदराम जैपुरिया स्कूल, लखनऊ ने इंटरनेशनल अर्ली ईयर्स करिकुलम लॉन्च किया
लखनऊ – सेठ आनंदराम जैपुरिया स्कूल, लखनऊ ने अपनी शिक्षा पद्धति को वैश्विक आयाम देते हुए शैक्षणिक सत्र 2024-25 में प्री-प्राइमरी के बच्चों के लिए इंटरनेशनल अर्ली ईयर्स करिकुलम लॉन्च किया है।
सीबीएसई से संबद्ध यह स्कूल 2016 में स्थापित किया गया और लखनऊ शहर के अग्रणी के12 स्कूलों में से एक है। मुख्यधारा की शिक्षा में प्रवेश करने वाले बच्चों को विश्वस्तरीय पूर्व-प्राथमिक शिक्षा प्रदान करने के लिए आईईवाईसी शुरू करना एक प्रगतिशील कदम है।
आईईवाईसी बच्चों को केंद्र में रख कर तैयार किया गया करिकुलम है जो 3 से 6 वर्ष की आयु के लिए लागू किया गया है। इसमें शिक्षा की सर्वोत्तम अंतर्राष्ट्रीय पद्धतियों, समग्र जिज्ञासा और खेल-आधारित दृष्टिकोण पर जोर दिया जाता है ताकि बच्चों का व्यक्तिगत, सामाजिक और भावनात्मक विकास सहित उन्हें सभी विषयों की पूरी जानकारी मिले। यह देखते हुए कि बच्चों के मस्तिष्क का लगभग 85 प्रतिशत विकास एक से छह साल की शुरुआती उम्र में होता है, आईईवाईसी इस विकास के अनुकूलन पर ध्यान केंद्रित करता है। इसके लिए अभूतपूर्व शिक्षण कार्यक्रम लागू कर बच्चों के अंदर मौलिक सोच, प्रश्न पूछने की जिज्ञासा और रचनात्मकता का विकास किया जाता है।
स्कूल की प्रिंसिपल पूनम कोचिट्टी कहती हैं, ‘‘बच्चों में आजीवन सीखने की अच्छी आदत डालने के लिए प्रारंभिक वर्ष की शिक्षा और विकास पर जोर देना बेहद महत्वपूर्ण है। आईईवाईसी के माध्यम से हमारा उद्देश्य बच्चों की जिज्ञासा को समझना और इसका विकास कर उनके अंदर संज्ञान, सामाजिक-भावनात्मक और शारीरिक विकास के बीच सामंजस्य बनाना है। आईईवाईसी बुनियादी अवधारणाओं को रोचक बना कर खेल-आधारित पद्धति से शिक्षा देता है। यह करिकुलम बच्चों के विकास के प्रारंभिक वर्षों में सीखने की खुशी अनुभव करने का अवसर देता है।
आईईवाईसी में थीम के आधार पर शिक्षा दी जाती है। इसमें बच्चों की समझ को व्यापक बनाने के लिए विभिन्न विषयों को आपस में जोड़ा जाता है। यह करिकुलम भारतीय संस्कृति और संदर्भ के अनुकूल है। इसके अलावा, यह बच्चों को दुनिया की अलग-अलग संस्कृतियों और दृष्टिकोणों को जानने की सुविधा प्रदान करता है। मंथन से सीखने की प्रथा को प्रोत्साहित करते हुए यह बच्चों को अर्जित ज्ञान का व्यावहारिक उपयोग करने में सक्षम बनाता है।
सेठ आनंदराम जैपुरिया स्कूल, लखनऊ में प्री-प्राइमरी के बच्चों को आईईवाईसी शिक्षा देने के लिए जरूरी सभी बुनियादी सुविधाएं हैं। स्कूल के शिक्षकों का मार्गदर्शन इंटरनेशनल करिकुलम एसोसिएशन कर रहा है, जिसने फील्डवर्क एजुकेशन लिमिटेड के साथ मिल कर आईईवाईसी तैयार किया है। आईईवाईसी में प्रवेश जारी है।