सोनभद्र में कांग्रेस जनों ने पीड़ित आदिवासी परिवार के साथ मनाई उभ्भा कांड की बरसी,सुरक्षा के कड़े इंतजाम
सोनभद्र,घोरावल कोतवाली क्षेत्र के उभ्भा में 17 जुलाई 2019 को जमीन संबंधित विवाद को लेकर नरसंहार की जघन्य घटना हुई थी जिसमें एक पक्ष के 11 लोगों की मौत हो गई थी और 24 से अधिक लोग घायल हो गए थे। घटना के बाद से प्रत्येक 17 जुलाई को नरसंहार में मारे गए लोगों के स्वजनों द्वारा बरसी मनाई जाती है। इसी क्रम में सोमवार को आदिवासी पीड़ित परिवार के साथ कांग्रेसी लोगों ने मिलकर एक अन्य स्थान पर घटना में मृत लोगो की तस्वीरें रखकर श्रद्धांजलि अर्पित की व दो मिनट का मौन रखकर दिवंगतों के आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना की। इसके पूर्व बरसी मनाने जा रहे कांग्रेस कार्यकर्ताओं और आदिवासी परिवार को पुलिस ने रोक दिया। कांग्रेस जिलाध्यक्ष रामराजसिंह गोड़ ने मुख्यमंत्री के नाम संबोधित एक ज्ञापन एसडीएम को सौंपा। जिसमें घटनास्थल को स्मारक बनाए जाने और बिजली पानी की समुचित व्यवस्था किए जाने के साथ-साथ प्रत्येक वर्ष घटनास्थल पर बरसी मनाने जाने पर लगाई गई रोक को हटाने की मांग की गई है।
मौके पर मौजूद पूर्व विधायक कांग्रेस नेता भगवती चौधरी ने अपने उद्बोधन में कहा कि सरकार में आदिवासियों का शोषण बदस्तूर जारी है। बरसी मनाने से रोकना लोकतंत्र की हत्या है। आये दिन दलित पर थूक कर चटवाना, आदिवासियों के ऊपर थूकना सरकार की नाकामी को दर्शाता है। प्रदेश सचिव कमलेश ओझा ने सरकार को तानाशाह करार देते हुए कहा कि बरसी में जाने से रोकना आदिवासी विरोधी का परिचायक है।
जिलाध्यक्ष रामराज सिंह गोंड ने कहा कि इस सरकार में आदिवासियों पर जुल्म लगातार हो रहे है। सरकार के इशारे पर प्रशासन हम पीड़ित परिवार को श्रद्धांजलि अर्पित नही करने दे रही है।
महिला कांग्रेस की जिलाध्यक्ष उषा चौबे ने कहा कि सरकार में कानून व्यवस्था बिगड़ गई है। हत्या, अपहरण की घटनाएं लगतार बढ़ रही है। कांग्रेस प्रवक्ता शत्रुंजय मिश्र ने कहा कि उभ्भा नरसंहार के 4 बर्ष बीत जाने के बाद भी आदिवासी मूलभूत सुविधाओं से वंचित है सरकार अपने किये गए वादे भूल गई है।
इस मौके पर रॉबर्ट्सगंज अध्यक्ष राजीव त्रिपाठी, नूरुद्दीन खान,राजबली पांडेय,महिला नेत्री सोनी गुप्ता,लल्लू राम पांडेय, इस्तियाक खान,अभिषेक त्रिपाठी सहित सैकड़ो आदिवासी मौजूद रहे।
रवीन्द्र केसरी सोनभद्र