सोनभद्र में दिशिता महिला मंडल द्वारा “मेंहदी पिया के नाम की” थीम पर मनाए गए तीज महोत्सव में पूजा सिंह राजपूत ने जीता ताज क्वीन प्रतियोगिता का खिताब
सोनभद्र। दिशिता महिला मण्डल रेणुसागर द्वारा हरियाली तीज का आयोजन रेणुसागर पावर के प्रेक्षागृह में किया गया, जिसमें सुहागिनों द्वारा अपने सुहाग के लंबी उम्र के लिए मनाये जाने वाले इस त्योहार को बहुत ही हर्षोंलास के साथ मनाया। प्रत्येक वर्ष विभिन्न थीम पर तीज महोत्सव का आयोजन होता रहा है, इसी कड़ी में इस वर्ष की थीम “मेंहदी पिया के नाम की” थी।
कार्यक्रम की शुरुआत मुख्य अतिथि सीमा जसबीर सिंह, प्रिया सैंथिल नाथ, पूनम राय व दिशिता महिला मण्डल रेणुसागर की अध्यक्षा इन्दू सिंह द्वारा दीप प्रज्जवलित कर किया गया। दिशिता महिला मण्डल की अध्यक्षा ने उपस्थित अतिथियों व आगंतुकों का आभार व्यक्त करते हुए कहा की कहा कि यह कार्यक्रम महिला मंडल की सदस्याओं की लगन एवं मेहनत की एक झलक है। आज के दिन सभी सुहागन अपने पतियों के कुशल मंगल व सुखमय जीवन हेतु भगवान शिव व माता पार्वती का ब्रत रखकर पूजा पाठ करती हैं।
अध्यक्षा ने सभी को तीज महोत्सव की बधाई देते हुए कहा कि सावन माह में वर्षा ऋतु की फुहार, मेंहदी से सजे हाथ, अनुपम छवि,कजरी गाती, झूला झूलती महिलाएं इस कार्यक्रम को और भी मनभावन बना दिया। इस वर्ष के हरियाली तीज क्वीन प्रतियोगिता में प्रथम स्थान पर पूजा सिंह राजपूत दूसरे स्थान पर खिताब स्मृतिलेखा पटनायक व तीसरे स्थान पर स्वाती वत्स रहीं इस तरह वर्ष 2023 की तीज क्वीन प्रतियोगिता का खिताब पूजा सिंह राजपूत ने अपने नाम किया।बेस्ट मेहंदी प्रतियोगिता में खुशबू सरावगी व बेस्ट हेयर स्टाइल में वंदना सिंह ने बाजी मारी।
दिशिता महिला मण्डल की सदस्याओं द्वारा प्रस्तुत अन्य रंगारंग सांस्कृतिक क्रार्यक्रमों ने आयोजन की भव्यता को और भी बढ़ा दिया। स्वादिष्ट मिष्ठान व पकवान ग्रहण करने के साथ कार्यक्रम का समापन हुआ। समापन के पूर्व दिशिता महिला मण्डल की सभी सदस्याओं को प्रोत्साहन हेतु मुख्य अतिथि द्वारा पुरस्कृत किया गया।
कार्यक्रम का संचालन मेनका अरोड़ा, सचिव कविता श्रीमाली व बबिता त्रिपाठी ने किया। सह सचिव तुलिका श्रीवास्तव ने उपस्थित सदस्याओं का धन्यवाद ज्ञापित किया। कार्यक्रम में दिशिता महिला मण्डल की वरिष्ठ सदस्याएं विभा शैलेश सिंह, बबिता सिंह, सपना तिवारी, आशा सैनी, विभा सिंह ,सविता चौबे , सीमा वियाला सहित अनेक सदस्याएं उपस्थित थीं।
रवीन्द्र केसरी सोनभद्र