सोनभद्र में परिवार न्यायालय के जज ने पेश की मिसाल,कई जोड़ो को समझा कर भेजा घर
सोनभद्र,देशभर में तलाक के मुद्दे पिछले कुछ समय ज्यादा चर्चाओं में है तलाक को लेकर कई तरह के मामले भी सामने आ रहे हैं,समय इतना आगे निकल गया है कि जिन रिश्तों में गर्माहट होती थी अब उसे टूटने में थोड़ा समय भी नहीं लगता।शादी को मजबूत सामाजिक और न जिंदगी भर चलने वाला बंधन माना जाता है लेकिन अब तो मैरिज के कुछ ही महीनों बाद ही आपसी समझ टूटने से तलाक की नौबत आ जाती है। ऐसे में सोनभद्र की राष्ट्रीय लोक अदालत में सबकी आंखें नम हो गई जब वर्षों से अलग रह रहे वैवाहिक जोड़े ने एक दूसरे को माला पहनाकर व मिठाई खिलाकर फिर से साथ में मरने जीने की कसम खाई। परिवार न्यायालय के न्यायाधीश राजेन्द्र सिंह की इन दिनो अनोखी पहल देखने को मिली वो हर महीने वैवाहिक दंपति को समझकर एक दुसरे के साथ रहने के लिए कॉउंसलिंग कर विदाई करवा रहे है। उन्होंने बताया कि छोटे मोटे विवादों को तूल देने के बजाय एक दूसरे की गलतियों को नजर अंदाज करें, और हंसी – ख़ुशी परिवार के साथ जीवन यापन करें।
रवीन्द्र केसरी सोनभद्र