हथकरघा उद्योग को लगेंगे पंख, 80 प्रतिशत तक सब्सिडी दे रही योगी सरकार: मंडलायुक्त
बरेली ,12 अक्टूबर । हथकरघा उद्योग को बढ़ावा देकर परंपरागत पेशे से जुड़े बुनकरों को आधुनिक तकनीक से जोड़ा जा रहा है। बुनकर युवाओं को रोजगार देने के लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर 60 से 80 प्रतिशत तक सब्सिडी दी जा रही है। बुनकरों की स्थिति को सुधारने की बड़ी पहल करते हुए मुख्यमंत्री हैंडलूम एवं पावरलूम उद्योग विकास योजना और अनुसूचित जाति के बेरोजगार युवाओं को हथकरघा एवं पावरलूम उद्योग से जोड़ने के लिए स्पेशल कंपोनेंट प्लान के तहत झलकारी बाई कोरी हथकरघा एवं पावरलूम विकास योजना के तहत अब आवेदन शुरू हो गए हैं। मंडलायुक्त की अध्यक्षता में चारों जिलों से बुनकरों के पात्र आवेदनों पर विचार किया गया। दोनों योजनाओं में अधिक से अधिक बेरोजगार और पेशे से जुड़े युवाओं को जोड़ने और योजना का लाभ देने के निर्देश अफसरों को दिए गए हैं। हथकरघा और पावरलूम की खरीद पर 80 से 60 प्रतिशत तक का अनुदान दिया जाएगा। बुनकरों की आर्थिक व सामाजिक स्थिति में सुधार और बाजार की मांग के अनुसार वस्त्रों के उत्पादन पर योगी सरकार का विशेष जोर है। नए युवक और युवतियों को जोड़ने के लिए योजना को आकर्षक तरीके से प्रस्तुत किया जा रहा है। योजना का लाभ हथकरघा पावरलूम बुनकर जो पुराने हथकरघा और पावरलूम पर अपने घर पर कार्य कर रहे हैं, उन्हें भी मिलेगा। दूसरों के यहां बुनाई का काम करने वाले हथकरघा पावरलूम बुनकर को भी योजना का लाभ मिलेगा। उनके पास अपनी स्वयं की जमीन होनी चाहिए।
मंडलायुक्त ने बताया कि मुख्यमंत्री हैंडलूम विकास योजना के 14 बुनकरों के लक्ष्य के सापेक्ष 34 और झलकारी बाई कोरी हथकरघा विकास योजना के 31 के लक्ष्य के सापेक्ष 39 हथकरघा बुनकरों के आवेदन मिले हैं। सभी हथकरघा बुनकरों के आवेदन पत्रों को हथकरघा निदेशालय को स्वीकृत करने के लिए संस्तुति करने के निर्देश दिए गए हैं। हथकरघा निदेशालय कानपुर के द्वारा पात्र बुनकरों का चयन किया जाएगा।
हथकरघा बुनकर को एक पिटलूम अनुमानित 25 हजार के लिए 80 प्रतिशत अथवा ₹20 हजार जो भी कम हो, योगी सरकार सब्सिडी देगी। दो हथकरघा के लिए बुनकर को एक फ्रेमलूम 40 हजार पर 75 प्रतिशत अथवा 30 हजार जो कम हो, की सब्सिडी मिलेगी। एक बुनकर अधिकतम दो हथकरघा के लिए सब्सिडी प्राप्त कर सकते हैं। पावरलूम योजना के लाभार्थियों को तीन श्रेणियां में नए पावरलूम, सेमी ऑटोमेटिक पावरलूम और ऑटोमेटिक पावरलूम खरीदने की सुविधा दी जाएगी। नए पावरलूम का बाजार मूल्य करीब 1.25 लाख है। इसके लिए प्रति पावरलूम 75 हजार अथवा 60 प्रतिशत जो भी काम हो की सब्सिडी मिलेगी। सेमी ऑटोमेटिक पावर लूम का अनुमानित बाजार मूल्य डेढ़ लाख है। इसके खरीदने के लिए 90 हजार अथवा 60 प्रतिशत जो भी कम हो। ऑटोमेटिक पावरलूम शटललेस लूम रैपियर लूम का अनुमानित बाजार मूल्य पांच लाख है। तीन लाख अथवा 60 प्रतिशत जो भी कम हो राज्य सरकार द्वारा अनुदान दिया जाएगा। बुनकर अपना अंश लगाने में सक्षम नहीं है तो 40 प्रतिशत अर्थात दो लाख बैंक लोन ले सकते हैं।
मंडलायुक्त की अध्यक्षता में आयोजित बैठक में संयुक्त आयुक्त उद्योग सर्वेश्वर शुक्ला, सहायक आयुक्त हथकरघा बरेली परिक्षेत्र गोपाल हरी मिश्र, उपनिदेशक समाज कल्याण अजय वीर सिंह यादव, खादी ग्रामोद्योग अधिकारी मोहित ठाकुर बदायूं, सहायक विकास अधिकारी प्रथम संदीप कुमार, सहायक विकास अधिकारी द्वितीय विनय कुमार, अपर जिला सूचना अधिकारी नर सिंह, वस्त्र निरीक्षक एसके शर्मा, आदित्य, अधीक्षक सर्वेश शर्मा समेत अधिकारी उपस्थित रहे। बरेली से अखिलेश चन्द्र सक्सेना की रिपोर्ट