हरा चना के सेवन से खत्म होगी ये 6 बीमारियां, स्वाद के साथ सेहत में भी देता है लाभ
नई दिल्ली । आप हरी पत्तेदार सब्जियों मूली गाजर आदि का खूब सेवन करते होंगे लेकिन हरा चना को बहुत कम लोग ही नियमित रूप से डाइट में शामिल करते हैं। हरा चना स्वाद के साथ सेहत लाभ भी देती है। हरे चने वैसे तो देखने में बिल्कुल काले चने की तरह होते हैं लेकिन ये कच्चे होते हैं। यह मटर की तरह छोटे-छोटे छिलके के अंदर होता है जिन्हें छीलकर सब्जी सलाद सूप आदि में डालकर खा सकते हैं। आप इसे कच्चा भी खाएं तो भी फायदा पहुंचाते हैं। आइए जानते हैं हरे चने में मौजूद पोषक तत्व और इसके सेवन से होने वाले फायदों के बारे में यहां।बात करें हरे चने में मौजूद पोषक तत्वों की तो इसमें कई तरह के आवश्यक विटामिंस होते हैं जैसे विटामिन ए सी ई के।
इसमें प्रोटीन की मात्रा भी बहुत अधिक होती है। इसके अलावा डायटरी फाइबर सोडियम मैग्नीशियम पोटैशियम सेलेनियम आयरन फोलेट फॉस्फोरस कैलोरी फैट्स कार्बोहाइड्रेट्स कैल्शियम फैटी एसिड अमीनो एसिड समेत कई अन्य मिनरल्स होते हैं।एक रिसर्च के मुताबिक हरा चना प्लांट-बेस्ड प्रोटीन से भरपूर होता है। यह माइक्रोन्यूट्रिएंट मांसपेशियों को मजबूती देता है हड्डियों को स्वस्थ रखता है। यदि आप मांस-मछली का सेवन नहीं करते हैं तो हरा चना डाइट में शामिल करके प्रोटीन की कमी को दूर कर सकते हैं। इसमें फोलेट भी होता है जो विटामिन बी9 के तौर पर भी जाना जाता है। आप हरा चना खाकर फोलेट प्राप्त कर सकते हैं।
फोलेट डिप्रेशन और अन्य मानसिक समस्याओं से बचाता है। विटामिन बी9 या फोलेट की कमी होने से डिप्रेशन की समस्या हो सकती है। प्रेग्नेंसी में फोलेट की कमी होने से प्रेग्नेंट महिला को गर्भपात बर्थ डिफेक्ट्स भ्रूण का विकास सही तरीके से होने में दिक्कत आ सकती है। ऐसे में प्रेग्नेंसी के दौरान फोलेट युक्त चीजों के सेवन से इन समस्याओं से बचाव हो सकता है।चूंकि हरा चना में फाइबर होता है जो पेट में हेल्दी बैक्टीरिया के विकास को बढ़ावा देता है। साथ ही अनहेल्दी बैक्टीरिया को पेट में अधिक बढ़ने से रोकता है। इससे आप काफी हद तक कोलोन कैंसर इर्रिटेबल बाउल सिंड्रोम से बचे रह सकते हैं। पेट की सेहत भी दुरुस्त बनी रहती है। हेल्दी हार्ट के लिए हरे चने के नियमित रूप से खाएं। हरे चने में मैग्नीशियम और पोटैशियम काफी अधिक होता है जो उच्च रक्तचाप को कंट्रोल करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं जिससे हृदय स्वस्थ रहता है। यह रक्त में कोलेस्ट्रॉल के अवशोषण को प्रतिबंधित करती है।
इस प्रकार रक्त में एलडीएल या बैड कोलेस्ट्रॉल का लेवल भी नहीं बढ़ता है।हरे चने में प्लांट-बेस्ड प्रोटीन मौजूद होता है जो संपूर्ण मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य को दुरुस्त रखने के लिए बहुत महत्वपूर्ण है। अपने डेली डाइट में हरे चने को शामिल करके आप मांसपेशियों के निर्माण हेयर फॉल भंगुर नाखून और डल ड्राई और बेजान त्वचा को फिर से दुरुस्त कर सकते हैं। हरा चना कई तरह की त्वचा से संबंधित समस्याओं को दूर करता है। हरा चना फाइबर से भरपूर होता है जिसके सेवन से लंबे समय तक भूख का अहसास नहीं होता है। चूंकि फाइबर जल्दी नहीं पचता है ऐसे में ये छोटे-छोटे हरे चने के दाने आपके वजन को नियंत्रित करने में मदद कर सकते हैं। इससे आप कभी भी अनहेल्दी स्नैक्स खाने से भी दूर रह सकेंगे। चूंकि इसमें प्रोटीन काफी होता है इसलिए हरा चना खाने से बालों का टूटना काफी हद तक कम हो सकता है। प्रोटीन युक्त चीजों के सेवन से बालों की ग्रोथ सही होती है। हेयर जड़ से मजबूत होते हैं इन्हें भरपूर पोषण मिलता है। मालूम हो कि ठंड के मौसम में ढेरों सब्जियां मिलती हैं जो सेहत के लिए काफी हेल्दी होती हैं। सर्दी के मौसम में हरी-सब्जी भांजियों भी उपलब्धता भी बेहतर रहती है।