हर साल 8000 किलोमीटर तैरकर अपने इंसान दोस्त मिलने जाता है ये पेंग्विन
वैसे अपने दोस्ती की कई कहानिया सुनी होगी की दोस्ती में लोग एक दूसरे के लिया क्या कुछ नहीं कर जाते है पर आज हम आपको एक बहुत ही अलग कहानी के बारे में बताने वाले है जो की एक इंसान और एक जानवर के बीच में है और दोनों के बीच की दोस्ती को दर्शाने का कार्य करता है ये कहानी है एक पेंग्विन और एक बूढ़े आदमी की जो कि अपने आप में एक मिसाल कायम कर रहे है।
साल 2011 में रियो डी जेनेरियो ब्राजील के रहने वाले परेरा डिसूजा को दक्षिणी अमेरिकी इलाके में मिलने वाली एक पेंग्विन मिली थी जो की अधमरी हालत में था उनकी हेल्थ को देखते हुए न्होंने उसे उठाया उसकी सेवा की और उसे ठीक कर दिया जब उन्हें लगा की वो अब अपने आप से चल सकता है की उन्होंने उसे वापिस समुद्र में छोड़ने गये तो उसने जाने से मना करना शुरू कर दिय।
वो पेंगुइन ऐसे इशारे करने लगा मनो उसे वापस नहीं जाना पर परेरा ने इस लिया जाने दिया क्योकि वो जानते थे की वो उनके साथ सही जीवन व्यतीत नही कर सकती और ना ही वो इसलिए वो चली जाये तो वो समंदर में गयी और वापिस अपने देश दक्षिण अमेरिका साइड चली गयान और करीब एक साल बाद वहाँ पर आ गयी और परेरा डिसूजा के नजदीक आकर के हिलने लगी।
इसे देखकर परेरा काफी हैरान हो गए की वो सिर्फ उनसे मिलने आया है और वो भी इतनी दूर से और अब वो इस ही तरह हर साल एक बार उनसे मिलने जरूर आता है बता दे की ये पेंगुइन कुल 8000 किलोमीटर का सफर करके अपने दोस्त से मिलने के लिए आती है और वो भी साल में एक बार इसे कहते है असली दोस्ती ।