बलूचिस्तान में बड़ा बवाल, हाईजैक ट्रेन आजाद कराने को पहुंचे 30 पाकिस्तानी सैनिक मारे गए
पाकिस्तान के बलूचिस्तान प्रांत में मंगलवार को एक पैसेंजर ट्रेन का अपहरण कर लिया गया, जिसमें लगभग 500 लोग सवार थे। बलूचिस्तान लिबरेशन आर्मी (BLA) ने इस हमले की जिम्मेदारी ली है। संगठन ने दावा किया कि उसने 214 यात्रियों को बंधक बना लिया है और पाकिस्तानी सेना के 30 जवानों को मार डाला है। इस समूह ने यह भी धमकी दी है कि अगर सुरक्षा बल पीछे नहीं हटे तो वे सभी बंधकों को मौत के घाट उतार देंगे। मंगलवार देर रात तक पाकिस्तानी सुरक्षा बलों ने ट्रेन से लगभग 80 यात्रियों को सुरक्षित निकाल लिया।
आतंकी समूह ने अपनी मांगों में कहा है कि बलूच राजनीतिक कैदियों और राष्ट्रीय प्रतिरोध कार्यकर्ताओं को बिना शर्त रिहा किया जाए। इसके बदले में वे बंधकों को छोड़ने को तैयार हैं और इसके लिए उन्होंने 48 घंटे का समय सीमा तय की है। स्थानीय मीडिया रिपोर्टों के अनुसार, सुरक्षा बलों ने 13 आतंकवादियों को जवाबी कार्रवाई में मार गिराया है।
जाफर एक्सप्रेस क्वेटा से अपनी यात्रा शुरू करने के बाद हमले का शिकार बन गया। ट्रेन को टनल नंबर 8 के पास आतंकवादियों ने घेर लिया और इसके बाद ट्रेन के यात्रियों से संपर्क स्थापित करने की कोशिश की जा रही थी। आतंकवादियों ने ट्रेन को एक दूरदराज स्थान पर ट्रेन को पटरी से उतारने के बाद कब्जा करने का दावा किया है। हालांकि बलूच अधिकारियों या रेलवे ने अब तक किसी प्रकार की हताहत और बंधकों की स्थिति की पुष्टि नहीं की है।
सेना का भारी ऑपरेशन जारी
सुरक्षा बलों ने आतंकवादियों को घेरने के लिए एक विशाल ऑपरेशन शुरू किया है। भारी गोलीबारी और हवाई हमले हो रहे हैं। आतंकवादी समूह का कहना है कि उन्होंने सेना के जमीनी ऑपरेशन को पूरी तरह से नाकाम कर दिया है और सेना को पीछे हटने पर मजबूर कर दिया है। BLA के नेताओं का कहना है, “हमने जाफर एक्सप्रेस पर पूरी तरह से कब्जा कर लिया है और सेना के जमीनी ऑपरेशन को समाप्त कर दिया है। हालांकि पाकिस्तान के हेलीकॉप्टरों और ड्रोन से बमबारी अब भी जारी है।”
मदद की कोशिशें जारी
रेलवे अधिकारियों के अनुसार, ट्रेन के 450 यात्री और कर्मचारी अब भी संपर्क से बाहर हैं और हमले में कई यात्रियों के घायल होने की खबर है। पाकिस्तान सेना ने राहत के लिए ट्रेन भेजी है, जिसमें सैनिकों और डॉक्टरों की टीम भी है। ऐंबुलेंस भी भेजी गई हैं, लेकिन पहाड़ी और कंटीली इलाकों के कारण राहत कार्य में परेशानी हो रही है।
विरोधी बलूच आंदोलन की चेतावनी
बलूच लिबरेशन आर्मी ने चेतावनी दी है कि अगर पाकिस्तानी सुरक्षा बलों ने कोई भी सैन्य अभियान शुरू किया तो इसके परिणाम गंभीर होंगे। उनका कहना है कि सभी बंधकों को मौत के घाट उतार दिया जाएगा और इसका जिम्मेदार केवल पाकिस्तानी सेना होगी।
पाकिस्तान सरकार की प्रतिक्रिया
पाकिस्तान के गृह मंत्री मोहसिन नकवी ने इस हमले की कड़ी निंदा की है और कहा कि सरकार निर्दोष यात्रियों पर गोली चलाने वाले जानवरों के साथ कोई समझौता नहीं करेगी। बलूचिस्तान सरकार ने आपातकालीन उपाय लागू किए हैं और सभी संस्थाओं को स्थिति से निपटने के लिए सक्रिय कर दिया है।