अजब-गजबलाइफस्टाइल

5 सालों तक बिना किराये के होटल में रहा शख्स, खुद को बताने लगा मालिक!

 


जब भी आप किसी होटल में रहने जाते हैं, तो 3-4 दिन रुकते हैं. बहुत हुआ तो शायद आप एक महीने रुक जाएंगे, पर फिर अपने घर लौटेंगे. मगर अमेरिका के एक व्यक्ति ने होटल में 5 साल (Man live free for 5 years in hotel) गुजार दिए. वो भी बिना रेंट के. ऐसा उसने एक लोकल हाउसिंग कानून का गलत तरह से फायदा उठाते हुए किया. पर जब उसके निकलने की बारी आई, तो वो खुद को होटल की पूरी बिल्डिंग का मालिक बताने लगा. यही नहीं, वो किरायेदार रखकर उनसे रेंट तक वसूलने लगा.

न्यूज एजेंसी असोशिएटेड प्रेस की रिपोर्ट के अनुसार मिकी बरेटो (Mickey Barreto) नाम का 48 वर्षीय शख्स न्यूयॉर्क के मैनहैटन (Manhattan, New York) में स्थित एक होटल का मालिक बन बैठा जहां वो 5 सालों से बिना किराया दिए रह रहा था. बीते बुधवार को उसे गिरफ्तार किया गया क्योंकि उसने गलत प्रॉपर्टी रिकॉर्ड फाइल कर ये दावा किया कि वो होटल का मालिक है. मिकी ने इस बात पर हैरानी जताई कि उनके इस मामले को सिविल केस समझा जाना चाहिए था, ना कि क्रिमिनल केस.

अपने नाम करवा लिया होटल का कमरा
आपको बता दें कि पिछले साल इस मामले में कानूनी पहलु की शुरुआत हुई थी. हुआ यूं कि मिकी और उनके बॉयफ्रेंड ने 1930 में बने 1000 कमरों वाले होटल आर्ट डेको न्यूयॉर्कर होटल (Art Deco New Yorker Hotel) में एक कमरा 5 सालों पहले 200 डॉलर (16,500 रुपये) में बुक किया था. मिकी जब लॉस एंजेलिस से न्यूयॉर्क शिफ्ट हुए थे, तब उन्होंने ऐसा किया था. जैसे ही वो आए, उनके बॉयफ्रेंड ने उन्हें होटल में कमरे बुक कराने से जुड़े कानून में गड़बड़ी के बारे में बताया. इस कानूनी लूपहोल के तहत अगर कोई व्यक्ति 1969 से पहले बनी किसी इमारत में सिंगल रूम में रह रहा है, तो वो 6 महीने की लीज मांग सकता है. मिकी ने कहा कि उसने एक रात रुकने के लिए होटल में पैसे दिए थे, तो इस कानून के हिसाब से वो किरायेदार ही बन गया था.

कोर्ट से मिला आदेश
उन्होंने लीज की डिमांड की मगर होटल ने मना कर दिया. तो वो अगले ही दिन इस मामले को लेकर कोर्ट पहुंच गए. शुरुआती सुनवाई में उन्हें जज ने अनुमति नहीं दी, तो वो राज्य के सुप्रीम कोर्ट पहुंचे, जहां उन्हें जीत हासिल हुई. कोर्ट ने आदेश दिया कि होटल, मिकी को एक कमरा रहने के लिए दे और उसकी चाबी मुहैया करवाए. तब से वो, जुलाई 2023 तक उस होटल में बिना किराया दिए रह रहे थे. हाउसिंग कोर्ट की ओर से उन्हें कमरे का पोजेशन तो मिल गया था, पर 2019 में उन्होंने शहर की एक वेबसाइट पर नकली समझौता पत्र अपलोड किया और खुद को पूरे होटल का मालिक बताया.

अपने नाम करवाने पर तुलना होटल से जुड़ी चीजें
इसके बाद उसने होटल से जुड़े कई आयामों पर कब्जा शुरू कर दिया, जैसे वो होटल के एक किरायेदार से किराया वसूलने लगा, न्यूयॉर्क सिटी डिपार्टमेंट ऑफ एनवायरोमेंटल प्रोटेक्शन में उसने पानी और सीवेज पेमेंट के लिए अपने नाम को दर्ज करवाने की कोशिश की, इसके अलावा होटल के बैंक ट्रांसफर में अपने अकाउंट को दर्ज करवाने की कोशिश की. उसके ऊपर अब फ्रॉड का मामला लगा है. हालांकि, मिकी ने अपने बयान में कहा कि उसने कोई फ्रॉड नहीं किया और इन सारी चीजों से उसने एक रुपये भी नहीं कमाए.

नोट: अगर आपको यह खबर पसंद आई तो इसे शेयर करना न भूलें, देश-विदेश से जुड़ी ताजा अपडेट पाने के लिए कृपया The Lucknow Tribune के  Facebook  पेज को Like व Twitter पर Follow करना न भूलें... -------------------------