रुहेलखण्ड विश्वविद्यालय में बाबा साहब डॉ. भीमराव अंबेडकर की 68वीं पुण्य तिथि का आयोजन
बरेली,07 दिसम्बर। महात्मा ज्योतिबा फुले रुहेलखण्ड विश्वविद्यालय बरेली में कल माननीय कुलपति प्रो के पी सिंह की अध्यक्षता में बाबा साहब डॉ.भीमराव अंबेडकर की 68वीं पुण्यतिथि का आयोजन केंद्रीय पुस्तकालय में स्थापित महात्मा ज्योतिबा फुले रिसर्च एंड स्टडी सेंटर में किया गया। डॉ भीमराव अंबेडकर जी के जीवन संघर्ष व राष्ट्र निर्माण में किए गए योगदान को याद करते हुए व उनके बताए हुए मार्ग का अनुसरण करने के लिए विश्वविद्यालय के विभिन्न छात्रों को प्रेरित किया गया तथा सेंटर में उपलब्ध डॉक्टर अंबेडकर से संबंधित का साहित्य का विद्यार्थियों ने गहन अनुशीलन किया और उनके छायाचित्र पर पुष्प सुमन अर्पित किए। उक्त सेंटर के समन्वयक के रूप में डॉ. सुरेश कुमार ने बताया कि भारत रत्न बाबा साहब डॉक्टर भीमराव अंबेडकर की विद्वता किसी एक विषय तक सीमित नहीं थी। वह एक अच्छे कानूनविद, अर्थशास्त्री, दार्शनिक, चिंतक , लेखक व एक महान समाज सुधारक थे। उन्होंने अपने जीवन में संकल्प लिया कि उच्च शिक्षा प्राप्त कर भारतीय समाज व राष्ट्र के उत्थान के लिए कार्य करना है, इस अर्थ में डॉक्टर अंबेडकर वंचितों के ही नहीं अपितु वह भारतीय समाज के वास्तविक राष्ट्रनायक थे जिन्होंने प्रथम कानूनमंत्री व भारतीय संविधान के प्रारूप समिति के अध्यक्ष के रूप मे भारतीय समाज को संवैधानिक ढांचे में बांधकर शिक्षा, समाज व राष्ट्र को प्रभावित किया है। इसलिए 6 दिसंबर 1956 का दिन डॉ आंबेडकर के महापरिनिर्वाण दिवस के रूप में हमेशा याद किया जाएगा । बरेली से अखिलेश चन्द्र सक्सेना की रिपोर्ट