नाबालिग के साथ सामूहिक दुष्कर्म, नाजुक अंग में डाली लकड़ी, हालत गंभीर, दो आरोपित गिरफ्तार
सतना। मध्य प्रदेश के सतना जिले के मैहर में 11 साल की बच्ची से सामूहिक दुष्कर्म का मामला सामने आया है। बच्ची को गंभीर हालत में रीवा के संजय गांधी अस्पताल में इलाज के लिए भर्ती कराया गया है। इलाज में जुटे डॉक्टरों की मानें तो अभी पीड़िता की हालत गंभीर बनी हुई है। पुलिस ने इस मामले में दो आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है। गिरफ्तार किए गए आरोपितों की पहचान रवीन्द्र कुमार रवि और अतुल बढौलिया के रूप में की गई है। दोनों आरोपित मैहर मंदिर प्रबंध समिति की गौशाला के कर्मचारी हैं।
बच्ची गत गुरुवार दोपहर करीब एक बजे घर के बाहर से लापता हो गई थी। शुक्रवार सुबह वह लौटी। उसकी हालत बेहद खराब थी। वजह पूछने पर उसने परिजन को वारदात की जानकारी दी।इसके बाद परिजन स्थानीय लोगों के साथ थाने पहुंचे और मामला दर्ज कराया है।
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान द्वारा इंटरनेट मीडिया ट्वीट कर कहा कि मैहर की बेटी के साथ दुष्कर्म की जानकारी मिली है मन पीड़ा से भरा हुआ है व्यथित हू मैंने पुलिस को निर्देश दिए हैं कि कोई अपराधी बचना नहीं चाहिए पुलिस ने अपराधियों को गिरफ्तार कर लिया है प्रशासन को निर्देश दिए गए हैं कि बेटी के समुचित इलाज की व्यवस्था की जाए कोई भी अपराधी बचेगा नहीं कठोर से कठोर कार्रवाई की जाएगी।
पुलिस ने पीड़िता को परिजन और स्टाफ के साथ मेडिकल चेकअप के लिए मैहर सिविल हॉस्पिटल भेजा। यहां जांच के बाद बच्ची को इलाज के लिए रीवा के संजय गांधी अस्पताल भेज दिया गया है।
जानकारी मिलते ही मैहर एसडीएम सुरेश जाधव, एसडीओपी लोकेश डावर, टीआई अनिमेष द्विवेदी और तहसीलदार जितेंद्र पटेल भी सिविल अस्पताल पहुंचे। उन्होंने घटना की जानकारी ली। बच्ची के इलाज के संबंध में डॉक्टरों से चर्चा भी की।
मैहर एसडीएम सुरेश जाधव ने बताया कि नाबालिग को बेहतर इलाज के लिए रीवा रेफर किया है। टीआई अनिमेष द्विवेदी उसके साथ गए हैं। वहीं, एसडीओपी लोकेश डावर ने बताया कि मेडिकल में नाबालिग के साथ रेप की पुष्टि हुई है। हिरासत में लिए गए दोनों आरोपियों ने अपना जुर्म स्वीकार कर लिया है।
मासूम से गैंगरेप की इस घटना पर कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष कमल नाथ ने सरकार को घेरा है। उन्होंने कहा- मध्यप्रदेश में रोज ऐसी घटनाएं हो रही हैं। इनमें से कई सामने नहीं आती हैं। बच्चों के साथ बलात्कार, महिलाओं पर अत्याचार, आदिवासी अनुसूचित जनजाति वर्ग पर अत्याचार आज मध्यप्रदेश की छवि बन गई है। यहां कानून-व्यवस्था नहीं बची है। अपराधी बेखौफ हैं। किसी को किसी का डर नहीं है।कमल नाथ ने पीड़िता को बेहतर उपचार और एक करोड़ रुपए की आर्थिक सहायता की मांग की है।