राहुल गांधी के बयान पर अश्विनी वैष्णव ने कहा-उनका बयान बहुत गैरजिम्मेदाराना है,देश को गुमराह करने की कोशिश
iनई दिल्ली। कांग्रेस सांसद राहुल गांधी के संसद में दिए गए भाषण पर केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कहा, नेता विपक्ष का पद बहुत जिम्मेदारी वाला पद होता है। राहुल ने पहली बार जिम्मेदारी संभाली है, लेकिन पहली बार जिम्मेदारी संभालने के बावजूद आज उन्होंने बहुत गैरजिम्मेदाराना बयान दिया है।
उन्होंने कहा कि शहीदों को कोई मुआवजा नहीं दिया जाता, इससे बड़ा झूठ और कोई नहीं हो सकता। आज जब वह अपना भाषण दे रहे थे, तो रक्षा मंत्री ने सदन में ही स्पष्ट कर दिया कि शहीदों को एक करोड़ रुपये का मुआवजा मिलता है। उन्हें अपने तथ्य देखने चाहिए। ऐसा नहीं है कि कांग्रेस ने पहली बार सेना पर सवाल उठाए हैं, कांग्रेस ने हमेशा सेना पर ऐसे सवाल उठाए हैं और देश को गुमराह करने की कोशिश की है।
राहुल के बयान पर योगी ने कहा हिंदू भारत की मूल आत्मा है। हिंदू सहिष्णुता, उदारता और कृतज्ञता का पर्याय है।गर्व है कि हम हिंदू हैं!मुस्लिम तुष्टिकरण की राजनीति में डूबी हुई, स्वयं को ‘एक्सीडेंटल हिंदू’ कहने वाली जमात के ‘शहजादे’ को यह बात भला कैसे समझ आएगी?आपको विश्व के करोड़ों हिंदुओं से माफी मांगनी चाहिए राहुल! आपने आज एक समुदाय को नहीं, भारत माता की आत्मा को लहूलुहान किया है।
नड्डा ने कहा पहला दिन, सबसे खराब शो!झूठ + हिंदू घृणा = संसद में राहुल गांधी जी।तीसरी बार असफल हुए विपक्ष के नेता उत्तेजित और त्रुटिपूर्ण तर्क देने में माहिर हैं। उनके आज के भाषण से पता चल गया है कि न तो उन्होंने 2024 के जनादेश को समझा है (उनकी लगातार तीसरी हार) और न ही उनमें कोई विनम्रता है.
लोकसभा में कांग्रेस सांसद राहुल गांधी के हिंदुओं पर दिए एक बयान को लेकर हंगामा मच गया। राहुल गांधी ने कहा कि जो खुद को हिंदू कहते हैं, वह हिंसा-हिंसा करते हैं। इसे लेकर सदन में जबरदस्त हंगामा हुआ।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी के बयान पर जवाब दिया। पीएम मोदी ने कहा कि पूरे हिंदू समाज को हिंसक कहना, ये बहुत गंभीर विषय है। पीएम मोदी के इस बयान के जवाब में राहुल गांधी कहते हैं कि भाजपा और आप को।
लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी को जवाब देते हुए केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कहा, “विपक्ष के नेता ने स्पष्ट रूप से कहा है कि जो लोग खुद को हिंदू कहते हैं, वो हिंसा की बात करते हैं और हिंसा करते हैं। शायद वे नहीं जानते कि इस देश में करोड़ों लोग अपने आपको गर्व से हिंदू कहते हैं। क्या वो लोग हिंसा की बात करते हैं, हिंसा करते हैं, हिंसा को किसी भी धर्म से जोड़ना गलत है। उन्हें इसके लिए माफी मांगनी चाहिए।”
उन्होंने आगे राहुल गांधी को निशाने पर लेते हुए कहा कि इस्लाम में अभय मुद्रा को लेकर इस्लाम के विद्वानों का मत वो ले लें। गुरु नानक देव की अभय मुद्रा पर भी वो गुरद्वारा कमेटी से मत ले लें। इनको अभय की बात करने का कोई अधिकार नहीं है। इन लोगों ने आपातकाल के दौर में पूरे देश को भयभीत किया। दिल्ली में दिनदहाड़े हजारों सिख साथियों की हत्या इमरजेंसी के दौरान हुई।