बिजनेस

निवेशकों के लिए है लॉन्ग टर्म स्टेबिलिटी प्लान – सागर अदाणी

गौतम अदाणी ने अदाणी समूह के भविष्य के उत्तराधिकारियों की घोषणा कर दी है। हालांकि, इसका यह मतलब नहीं है कि गौतम अदाणी रिटायर हो रहे हैं, लेकिन उनका मानना है कि उत्तराधिकारी की घोषणा करना बिजनेस सस्टेनेबिलिटी के लिए बहुत जरुरी होता है। अदाणी समूह के उत्तराधिकारियों में गौतम अदाणी के भतीजे सागर अदाणी का नाम भी शामिल है जो इस वक्त अदाणी समूह में अदाणी ग्रीन एनर्जी लिमिटेड के एग्जीक्यूटिव डायरेक्टर हैं। युवा जोश के साथ वे लम्बे समय से समूह में अपना योगदान देते आ रहे हैं। अदाणी समूह को लेकर उनका नजरिया काफी साफ है और आने वाले समय के लिए उनके पास खास प्लान भी है। ब्लूमबर्ग को दिए एक इंटरव्यू में सागर अदाणी ने खुलकर अपनी बात रखी, साथ ही अपनी उपलब्धियों और चुनौतियों का भी जिक्र किया।

हिंडनबर्ग विवाद भी नहीं हिला पाया निवेशको का भरोसा
हिंडनबर्ग विवाद पर जब सवाल पूछा गया तो सागर अदाणी ने कहा, इस आरोप से सब चौंक गए थे, किसी को विश्वास नहीं हो रहा था कि हमने ऐसा कुछ किया है। इंस्टीट्यूशनल शेयर होल्डिंग का जिक्र करते हुए सागर अदाणी ने कहा, हमारी कंपनी के पास लॉन्ग टर्म इक्विटी के रुप में डायवर्स शेयर होल्डिंग है, अगर आप हमारे पोर्टफोलियो की तुलना किसी भी ग्लोबल बिजनेस से करेंगे तो आपको इसका अंदाजा लग जाएगा।

मैं आपको बताता हूं, हमारे साथ कतर से क्यूआईए, सॉवरेन वेलफेयर पार्टनर्स, फ्रांस से टोटल एनर्जी जैसे स्ट्रैटेजिक इक्विटी पार्टनर हैं, इसके अलावा दुनियाभर की कई छोटी-बड़ी कंपनियां हमसे जुड़ी हुई है। हिंडनबर्ग विवाद के बाद हमने अपने सभी पार्टनर्स और निवेशकों को साथ बैठा कर समझाया और उन्हें विस्तार से बताया कि हम क्या करते है और कैसे करते है। इस पर हमारे सभी निवेशकों ने हम पर ना सिर्फ विश्वास किया बल्कि हमारा साथ भी दिया।

अदाणी के इंफ्रास्ट्रक्चर प्लेटफॉर्म निवेशकों के लिए फायदेमंद
एक प्रीमियम इन्फ्रास्ट्रक्चर कंपनी के तौर पर निवेशकों को क्या ऑफर किया जा रहा है, इस सवाल के जवाब में सागर अदाणी ने कहा, आप इसे प्रीमियम इन्फ्रास्ट्रक्चर कंपनी के तौर पर देख रहे हैं, लेकिन मैं इसे बहुत बड़े इंफ्रास्ट्रक्चर प्लेटफॉर्म की तरह देख रहा हूं, क्योंकि हम निवेशकों को पोर्ट, एयपोर्ट, रोड, पावर, रिन्यूएबल एनर्जी जैसे कई सारे विकल्प दे रहे हैं जहां वे निवेश कर सकते हैं। करण अदाणी कहते हैं, हम निवेशकों एक जनरेशन तक यानी करीब 30 से 40 साल तक के निवेश के रूप में लॉन्ग टर्म स्टेबिलिटी दे रहे हैं, ये काम शायद ही कोई कंपनी अपने निवेशकों के लिए कर रही है।

लेकिन सवाल यह भी उठ रहा है कि आपके बिजनेस को कोई विशेषज्ञ क्यों नहीं समझ पा रहा है, इसका जवाब देते हुए सागर अदाणी ने कहा, देखिए मैं अगर अपने देश की बात करुं तो किसी विशेषज्ञ ने कभी, किसी भी ग्रुप में इतना बड़ा इंफ्रास्ट्रक्चर प्लेटफॉर्म देखा ही नहीं है, और जिस तेजी हम काम कर रहे हैं वो इसका आंकलन भी नहीं कर पा रहे हैं।

रिन्यूएबल एनर्जी पर हमारा फोकस ज्यादा
कोल से रिन्यूएबल एनर्जी पर पूरी तरह से शिफ्ट होने के प्लान पर जवाब देते हुए सागर अदाणी ने कहा, हम सरकार की गाइडलाइन को फॉलो करते हैं और आगे भी उनके प्लान के तहत ही चलेगें, लेकिन जहां तक ग्रुप का सवाल है, हम तैयार हैं और हम रिन्यूएबल एनर्जी पर ज्यादा फोकस कर रहे हैं।

जी-2 मिलकर लेंगे सारे फैसले
अदाणी समूह में परिवार का ज्यादा स्टेक होने के सवाल पर सागर अदाणी ने कहा, देखिए हम भारत में काम करते हैं, यहां की रेगुलेटरी काफी मजबूत है और हम सारे काम पारदर्शी तरीके से करते हैं, हमारे पास छुपाने के लिए कुछ नहीं है। गौतम अदाणी जब रिटायर होगें तो फैसले कैसे लिए जाएगें, इसके बारे में सागर आदणी कहते हैं, हम चारों मिलकर फैसले लेंगे, और इस प्रक्रिया को हमने कुछ सालों पहले शुरु कर दिया है, आगे भी हर छोटे-बड़े फैसले हम मिलकर लेंगे।

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