DeepSeek की सफलता के पीछे लुओ फुली की मेहनत, AI मॉडल बनाने में निभाया अहम रोल
लुओ फुली की विशेषज्ञता नेचुरल लैंग्वेज प्रोसेसिंग (NLP) में है और उनका योगदान डीपसीक-वी2 को बनाने में अत्यंत महत्वपूर्ण रहा है। उनकी कड़ी मेहनत और शानदार दिमाग के कारण ही डीपसीक ने टेक्नोलॉजी की दुनिया में अपनी अलग पहचान बनाई है। 2022 में जब लुओ फुली इस टीम से जुड़ीं, तब से ही इस AI मॉडल की सफलता की कहानी तेज़ी से सामने आई। उन्होंने पहले अलीबाबा और शाओमी जैसी प्रमुख कंपनियों के साथ भी काम किया है।
लुओ फुली की भूमिका
डीपसीक की सफलता में लुओ फुली का योगदान विशेष रूप से महत्वपूर्ण माना जा रहा है। लुओ फुली को चीन में ‘एआई प्रोडिजी’ के नाम से जाना जाता है। 29 वर्षीय एआई रिसर्चर ने नेचुरल लैंग्वेज प्रोसेसिंग (NLP) के क्षेत्र में शानदार काम किया है और उन्हें दुनियाभर में सराहा गया है।
लुओ की शैक्षिक यात्रा बीजिंग नॉर्मल यूनिवर्सिटी से शुरू हुई, जहां उन्होंने कंप्यूटर साइंस की पढ़ाई की। 2019 में, उनके आठ रिसर्च पेपर ACL सम्मेलन में प्रकाशित हुए, जिसके बाद उन्होंने पेकिंग यूनिवर्सिटी के कम्प्यूटेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ लिंग्विस्टिक्स से डिग्री प्राप्त की। इसके बाद, लुओ ने अलीबाबा और शाओमी जैसी टेक कंपनियों के लिए काम किया। रिपोर्ट्स के अनुसार, उन्होंने अलीबाबा की DAMO अकैडमी में रिसर्चर के तौर पर भी काम किया और ओपन-सोर्स एलिसमाइंड प्रोजेक्ट में अहम भूमिका निभाई।
2022 में, वह डीपसीक में शामिल हो गईं और नेचुरल लैंग्वेज प्रोसेसिंग (NLP) के क्षेत्र में डीपसीक-V2 को बनाने में अपना महत्वपूर्ण योगदान दिया।
डीपसीक की सफलता
डीपसीक की शुरुआत 2023 में 40 वर्षीय लियांग वेनफेंग ने चीन के हांग्जो शहर में की थी। इसके लॉन्च के बाद, इस AI मॉडल ने दुनिया भर में हलचल मचा दी। डीपसीक को कम लागत पर विकसित किया गया था, और इसके R1 मॉडल ने कई बेंचमार्क में OpenAI के o1-मिनी मॉडल को पीछे छोड़ दिया है। आर्टिफिशियल एनालिसिस द्वारा की गई रिसर्च से पता चला है कि डीपसीक का R1 मॉडल अन्य AI मॉडल्स से कई गुना बेहतर प्रदर्शन करता है।
टेक जगत में हलचल
डीपसीक ऐप के लॉन्च के बाद से ही यह यू.एस. एपल ऐप स्टोर में सबसे ऊपर पहुंच गया है। इसने चैटजीपीटी को पीछे छोड़ते हुए सबसे ज्यादा डाउनलोड किए जाने वाले फ्री ऐप के रूप में स्थान हासिल किया। डीपसीक की तेज़ी से बढ़ती लोकप्रियता ने टेक मार्केट में हलचल मचाई है, और सोमवार को एनवीडिया, माइक्रोसॉफ्ट, और मेटा जैसी कंपनियों के शेयरों में गिरावट देखी गई।
डीपसीक के माध्यम से लुओ फुली ने साबित कर दिया कि तकनीकी दक्षता और कड़ी मेहनत के साथ AI की दुनिया में क्रांति लाई जा सकती है।