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गाड़ी का इंजन ऑयल कब बदलना चाहिए? जानिए सही समय और जरूरी संकेत

डेस्क: आजकल लोग लोन पर महंगी गाड़ियां तो खरीद लेते हैं, लेकिन उनके रखरखाव पर उतना ध्यान नहीं देते। खासकर, इंजन ऑयल बदलने को लेकर ज्यादातर लोग लापरवाह होते हैं। बहुत से वाहन मालिकों को यह तक नहीं पता होता कि गाड़ी का ऑयल कितनी बार और कब बदला जाना चाहिए। अगर इंजन ऑयल समय पर नहीं बदला जाए, तो यह गाड़ी के परफॉर्मेंस और माइलेज पर बुरा असर डाल सकता है। आइए जानते हैं कि कितनी दूरी चलने के बाद इंजन ऑयल बदलना जरूरी है और इसके संकेत क्या हो सकते हैं।

कितने किलोमीटर पर इंजन ऑयल बदलें?

  • मिनरल ऑयल: अगर आपकी कार में साधारण मिनरल ऑयल है, तो इसे हर 5,000-7,500 किमी पर बदलना चाहिए।
  • सिंथेटिक ब्लेंड ऑयल: इस तरह के ऑयल के लिए 7,500-10,000 किमी की दूरी के बाद बदलाव की जरूरत होती है।
  • फुल सिंथेटिक ऑयल: अगर आप फुल सिंथेटिक ऑयल का इस्तेमाल करते हैं, तो इसे 10,000-15,000 किमी के बाद बदलना चाहिए।
  • कम ड्राइविंग वाले लोग: यदि आप ज्यादा गाड़ी नहीं चलाते हैं, तो भी हर 6 महीने से 1 साल में इंजन ऑयल बदलना जरूरी है।

ड्राइविंग कंडीशन का असर

अगर आप ज्यादा ट्रैफिक, खराब सड़कों, पहाड़ी इलाकों या अत्यधिक गर्मी वाले स्थानों पर गाड़ी चलाते हैं, तो इंजन पर अधिक दबाव पड़ता है। ऐसी स्थिति में इंजन ऑयल जल्दी खराब हो सकता है और इसे जल्द बदलने की जरूरत हो सकती है।

इंजन ऑयल बदलने के संकेत

अगर आपकी गाड़ी में ये संकेत दिखें, तो तुरंत इंजन ऑयल चेक कराएं और जरूरत पड़ने पर बदलवाएं:

  • इंजन से अजीब आवाजें: अगर गाड़ी स्टार्ट करने या ड्राइविंग के दौरान इंजन से असामान्य आवाजें आ रही हैं, तो यह इंजन ऑयल खराब होने का संकेत हो सकता है।
  • ऑयल का गहरा रंग: अगर इंजन ऑयल गाढ़ा और काले रंग का हो जाए, तो इसे तुरंत बदलने की जरूरत है।
  • गाड़ी का माइलेज कम होना: खराब ऑयल के कारण इंजन पर अधिक लोड पड़ता है, जिससे माइलेज प्रभावित होता है।
  • इंजन का ज़्यादा गर्म होना: अगर गाड़ी ज्यादा गर्म हो रही है, तो ऑयल का स्तर और उसकी गुणवत्ता जरूर चेक कराएं।

कार मैनुअल को हमेशा फॉलो करें

हर कार के लिए इंजन ऑयल बदलने की सही समय-सीमा उसके यूजर मैनुअल में दी जाती है। इसे फॉलो करना सबसे सही तरीका होता है। समय पर इंजन ऑयल बदलने से गाड़ी का इंजन स्मूथ चलता है, माइलेज बेहतर रहता है और मेंटेनेंस कॉस्ट भी कम आती है। इससे आपकी गाड़ी लंबे समय तक बेहतरीन परफॉर्मेंस देती है और आपकी जेब पर भी ज्यादा भार नहीं पड़ता।

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