मण्डलायुक्त की अध्यक्षता में मण्डलीय समीक्षा बैठक हुई सम्पन्न

बरेली, 26 अगस्त। मण्डलायुक्त सौम्या अग्रवाल की अध्यक्षता में कल मण्डलीय समीक्षा बैठक विकास भवन स्थित सभागार में सम्पन्न हुई।
बैठक में देश को वन ट्रिलियन डालर की अर्थव्यवस्था बनाने व देश की जीडीपी बढ़ाने हेतु मण्डल के प्रत्येक जनपद के योगदान की समीक्षा की गयी, जिसके अन्तर्गत डिस्ट्रिक प्रोडेक्ट (डीडीपी) पर विचार विमर्श किया गया। समीक्षा में पाया गया कि चीजों का उत्पादन बढ़ रहा है लेकिन उत्पादकता कम हो रही है। जैसे खाद्यान्य उत्पादन में उत्पादन बढ़ रहा है लेकिन प्रोडेक्टविटी कम हुई है। दालों के उत्पादन में बरेली आगे है तथा गन्ने की उत्पादन में घटा है, जिस पर मण्डलायुक्त ने प्रोडक्टिविटी कम होने पर समस्त मुख्य विकास अधिकारियों को एनालायसिस करते हुए सुधार करने के निर्देश दिए।
बैठक में परिवार रजिस्टरों की स्कैनिंग की प्रगति के बारे में भी जानकारी ली गयी। बैठक में बताया गया कि खरीफ-2025 डिजिटल क्राप सर्वे मुख्यतः पंचायत सहायकों की आईडी बनाकर कार्य कराया जाना शुरू हो गया है।
बैठक में धान खरीद की समीक्षा के दौरान अवगत कराया गया कि वर्तमान वर्ष हेतु मिलों से प्राप्त आवेदन 205, पंजीकृत राइस मिल 170, पंजीकृत हेतु अवशेष मिलों की संख्या 35, वर्तमान वर्ष में अनुमोदित क्रय केन्द्र 408, शासन द्वारा क्रय केन्द्र खोलने का लक्ष्य 405 है।
बैठक में स्वास्थ्य विभाग की समीक्षा के दौरान टीबी प्रोग्राम एनटीईपी (नेशनल ट्यूबरक्लोसिस एलिमिनेशन प्रोग्राम) के अंतर्गत विभिन्न घटकों की प्रगति की समीक्षा की गयी। शाहजहांपुर में विशेष रूप से निक्षय पोषण पोटली वितरण हेतु सुधार लाने के निर्देश दिए गए।
स्वास्थ्य विभाग की समीक्षा के अन्तर्गत संस्थागत प्रसव की समीक्षा की गयी और जिन चिकित्सा संस्थानों पर संस्थागत प्रसव की सुविधा नहीं शुरू की गयी है अथवा कम है वहां गति लाने के निर्देश दिए गए। बैठक में सभी चिकित्सा इकाइयों में अग्नि/विद्युत सुरक्षा की व्यवस्था सम्बन्धी एनओसी प्राप्त करने की समीक्षा की गयी और उक्त के अन्तर्गत बरेली के अनुरूप कार्य करने के निर्देश दिए गए।
बैठक में अवगत कराया गया कि गोल्डन कार्ड बनाने में जनपद बरेली की स्थिति बेहतर है। आयुष्मान आरोग्य मंदिर के कार्य में प्रभावी क्रियाशीलता लाने व ई-कवच पोर्टल पर रिपोर्ट समय से अपडेट करने के निर्देश दिए गए।
बैठक में बाढ़ से निपटने की समीक्षा के दौरान अवगत कराया गया कि समस्त तटबंध की सुरक्षा निरंतर निगरानी की जा रही है। बदायूं में सदर, सहसवान व दाता गंज का आंशिक भाग बाढ़ से प्रभावित है तथा शाहजहांपुर में कलान, जलालाबाद व तिलहर का भी आंशिक भाग बाढ़ से प्रभावित है।
बैठक में निराश्रित गौवंश संरक्षण व गौशाला निर्माण की समीक्षा की गयी, जिसमें अवगत कराया गया कि मण्डल में 627 पशु आश्रय स्थल है, जिनमें वर्तमान में पोर्टल के अनुसार 66389 गोवंश संरक्षित है। गोवंशों को रात के समय दुर्घटना से बचाने हेतु रेडियम बेल्ट पहनाने की प्रक्रिया जनपद बरेली में चल रही है, बदायूं में अभियान प्रारम्भ किया गया है तथा शाहजहांपुर/पीलीभीत में बजट के अभाव में अभी लंबित है। बैठक में निर्माणाधीन गौशालाओं के बारे में बताया गया कि कार्य प्रगति पर है, कहीं भी निर्माण कार्य रुका नहीं है। जनपद शाहजहांपुर में 10 के सापेक्ष 05 गौशालाएं पूर्ण कर ली गयी हैं जिनकी तकनीकी जांच चल रही है उक्त के उपरांत हैंडओवर किया जाएगा। चारागाह की भूमि हरे चारे की उत्पादकता की भी समीक्षा की गयी। बैठक में अवगत कराया गया कि पूरे मण्डल में 26 गौशालाएं एनजीओ द्वारा संचालित है, जिसमें 12 अस्थायी तथा 14 वृहद गौ संरक्षण केन्द्र हैं। जिस पर के निर्देश दिए गए कि एनजीओ द्वारा संचालित गौशालाओं का विशेष ध्यान दिया जाए और व्यवस्थाएं दुरूस्त करवायी जाएं। बैठक में अवगत कराया गया कि जनपद पीलीभीत की गौशालाओं में 100 प्रतिशत कैमरे लग गए हैं अन्य जनपदों में भी इस दिशा में कार्य किया जा रहा है।
बैठक में ‘‘मुख्यमंत्री युवा उद्यमी विकास अभियान योजना’’ की समीक्षा की गयी। जिस पर अवगत कराया गया कि योजनान्तर्गत मण्डल का वार्षिक लक्ष्य 7800 है, मण्डल में 11236 पत्रावलियां बैंकों को भेजी गयी हैं, जिनमें से 2608 आवेदन स्वीकृत हुए हैं, 2242 लोगों को ऋण वितरण किया गया। योजना की प्रदेश स्तरीय रैंकिंग में जनपद बरेली 7वें स्थान पर है।
बैठक में आकांक्षात्मक विकास खण्डों की समीक्षा के दौरान जनपद बदायूं के विकासखण्ड अम्बियापुर, आसफपुर, कादरचौक, सलारपुर, उसवां, वजीरगंज, बरेली के विकास खण्ड बहेड़ी, दमखोदा (रिच्छा), फतेहगंज पश्चिमी, मझगवां, शेरगढ़ तथा पीलीभीत के विकास खण्ड पुरनपुर की विभिन्न पैरामीटर पर समीक्षा की गयी।
बैठक में 50 लाख से अधिक लागत के निर्माण कार्यों की समीक्षा की गयी और अनारम्भ परियोजनाओं के कारणों के बारे में जानकारी लेते हुए यथाशीघ्र आरम्भ करने के निर्देश दिए गए। इसके अतिरिक्त पूर्ण लेकिन आहस्तांतरित परियोजनाओं के भी समीक्षा की गयी और निर्देश दिए गए कि पूर्ण कार्यों की इनवेंट्री सम्बंधित मुख्य विकास अधिकारी को उपलब्ध करायी जाए उसकी जिला स्तरीय समिति द्वारा जांच करायी जाएगी। तत्पश्चात हस्तांतरण की कार्यवाही की जाएगी। बैठक में 50 करोड़ रुपए के ऊपर के कार्यों की भी समीक्षा की गयी, जिसमें दातागंज में राजकीय डिग्री कॉलेज की स्थापना व बरेली में सैटेलाइट बस अड्डे की स्थापना का कार्य अनारम्भ स्थिति में पाया गया।
बैठक में नई सड़कों के निर्माण कार्य की समीक्षा के दौरान पाया गया कि मण्डल में कुल 177 सड़कें 504 किमी की बननी थी, जिसमें से 118 सड़कों का कार्य पूर्ण है। इसके अतिरिक्त ओडीआर/एमडीआर के अन्तर्गत अनुरक्षण कार्यों की भी समीक्षा की गयी।
बैठक में कर करेत्तर एवं राजस्व कार्यों की भी समीक्षा की गयी, जिसके अन्तर्गत राज्यकर, स्टाम्प एवं रजिस्ट्रेशन, आबकारी, परिवहन, विद्युत देय, नगर निकाय, मुख्य देय व विविध देय की समीक्षा की गयी। समीक्षा के दौरान पाया गया कि रेरा की कोई आरसी लम्बित नहीं है, कॉपरेटिव की आरसी की भी समीक्षा करते हुए वसूली कराने के निर्देश दिए गए। बैठक में समीक्षा के दौरान पाया गया कि पांच वर्ष से अधिक समय से लम्बित वादों में बड़ी संख्या में कमी आयी है इसके अतिरिक्त तीन से पांच वर्ष से अधिक लम्बित वादों में मात्रा बरेली में एक वाद लम्बित है। बैठक एन्टी भूमाफिया टास्क फोर्स समिति के अन्तर्गत प्रकरणों की भी समीक्षा की गयी। आईजीआरएस में मण्डल के समस्त जनपदों की स्थिति ठीक पायी गयी और संतोषजनक फीडबैक में भी स्थिति सही पायी गयी।
बैठक में अभियोजन के कार्यों की समीक्षा के दौरान निर्देश दिए गए कि जितने तामिला व सम्मन जारी हो रहे हैं उसके सापेक्ष गवाहों की उपस्थिति काफी कम है इसके कारणों की जांच की जाए। इसके अतिरिक्त जो सरकारी गवाह पक्षद्रोही हो रहे हैं उसकी जानकारी सम्बंधित विभाग व जिला मजिस्ट्रेट को भी दी जाए।
बैठक में संयुक्त विकास आयुक्त प्रदीप कुमार, अपर आयुक्त न्यायिक प्रीति जायसवाल, जिलाधिकारी बरेली अविनाश सिंह, जिलाधिकारी बदायूं अवनीश राय, जिलाधिकारी शाहजहांपुर धर्मेन्द्र प्रताप सिंह, सम्बंधित मुख्य विकास अधिकारी, कार्यदायी संस्थाओं सहित मण्डल स्तरीय अधिकारीगण उपस्थित रहे।
बरेली से अखिलेश चन्द्र सक्सेना की रिपोर्ट
