रुहेलखण्ड विश्वविद्यालय के सांस्कृतिक केन्द्र द्वारा सांस्कृतिक क्षमताओं को प्रदान किया गया मंच: विद्यार्थियों ने किया अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन
बरेली, 02 सितम्बर। महात्मा ज्योतिबा फुले रूहेलखण्ड विश्वविद्यालय, बरेली में प्रो. के. पी. सिंह , माननीय कुलपति जी के मार्गदर्शन और डॉ. ज्योति पाण्डेय , समन्वयक विश्वविद्यालय सांस्कृतिक केंद्र और सांस्कृतिक समिति के नेतृत्व में टैलेंट हंट इवेंट का आयोजन हुआ, जिसमें छात्रों ने विभिन्न सांस्कृतिक गतिविधियों में बढ़-चढ़ कर भाग लिया और उनमें जबरदस्त उत्साह देखने को मिला। टैलेंट हंट के अंतर्गत संगीत, नृत्य, नाटक, कविता-पाठ, चित्रकला आदि विभिन्न विधाओं में कार्यक्रम आयोजित किए गए। डॉ. ज्योति पाण्डेय और विश्वविद्यालय सांस्कृतिक केंद्र की टीम ने छात्रों का मार्गदर्शन और प्रोत्साहन किया, जिससे विद्यार्थियों में आत्मविश्वास का संचार हुआ। कुलपति प्रो. के. पी. सिंह जी द्वारा भी विद्यार्थियों का उत्साहवर्धन किया और सभी को प्रतिभा दिखाने के लिए प्रेरित कर उनके प्रयासों की सराहना की । सांस्कृतिक गतिविधियों में व्यापक छात्र सहभागिता रही, जिससे विश्वविद्यालय का माहौल उत्साही और सृजनात्मक बन गया। विद्यार्थियों ने अपनी कला, प्रतिभा और संस्कृति के प्रति लगाव प्रस्तुत किया, जिससे उनकी सृजनशीलता को नई दिशा मिली। भाग लेने वाले छात्र जोश और उमंग से परिपूर्ण रहे; सभी सांस्कृतिक गतिविधियों में उनकी ऊर्जा और उत्साह प्रमुखता से देखने को मिला। कुलपति जी ने अपने संदेश में कहा कि छात्रों की सृजनात्मकता और सामूहिक सहयोग विश्वविद्यालय की सांस्कृतिक गरिमा को बढ़ाता है।सांस्कृतिक क्षमताओं का प्रदर्शन विद्यार्थियों के भीतर छुपी कलात्मकता, हुनर और कौशल को सार्वजनिक मंच पर प्रस्तुत करने का अवसर है, जिसमें नृत्य, संगीत, अभिनय, चित्रकला, कविता आदि गतिविधियाँ शामिल होती हैं। इस प्रदर्शन से विद्यार्थियों को अपनी रचनात्मक प्रतिभा उजागर करने और सांस्कृतिक विविधता का अनुभव साझा करने का मौका मिलता है। नवप्रवेशित विद्यार्थी सांस्कृतिक केन्द्र से जुड़े और गतिविधियों में भाग ले। इससे उनके व्यक्तित्व का संपूर्ण विकास भी होगा और विविध कलाओं के माध्यम से विद्यार्थियों की संस्कृति, परंपरा और स्थानीय पहचान, संरक्षण और संवर्द्धन भी होगा। इस आयोजन के माध्यम से रचनात्मकता, सहयोग और सामाजिक समरसता, विद्यार्थियों के हुनर और सांस्कृतिक क्षमताएं उजागर हुईं, जिससे विश्वविद्यालय का वातावरण जीवंत और प्रेरणादायक बना। आयोजन में सांस्कृतिक समन्वयक डॉ. ज्योति पाण्डेय, डॉ. इंद्रप्रीत कौर, डॉ.रीना पंत, डॉ. सौरभ वर्मा, डॉ. अतुल कटियार, कल्चरल क्लब से पंखुड़ी कंचन पीयूष, महक, दीपांशी, यश, श्रेय रस्तोगी, दीपांशु, दीपिका, पूजा, साक्षी, भारती,प्रशांत, प्रज्ञांकित, अनुश्री, अपर्णा, गीता, साहिल, तन्मय, मनन आदि का सहयोग रहा।
उत्साह और ऊर्जा से भरपूर प्रस्तुतियों ने सभी को प्रभावित किया और सामाजिक समरसता तथा आपसी सहयोग का सुंदर उदाहरण प्रस्तुत किया।


बरेली से अखिलेश चन्द्र सक्सेना की रिपोर्ट
