आने वाला समय भारत का है, पूरी दुनिया इसे देखेगी: मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता
नई दिल्ली: दिल्ली की मुख्यमंत्री श्रीमती रेखा गुप्ता का कहना है कि आने वाला समय भारत का है। भारत विश्व गुरु के रूप में उभर रहा है और इसे पूरी दुनिया देखेगी। मुख्यमंत्री ने यह विचार आज ‘विकसित भारत कला शिविर- सेवा पखवाड़ा’ कार्यक्रम में व्यक्त किए। महरौली आर्कियोलॉजिकल पार्क स्थित मोहम्मद क़ुली खां मकबरे के निकट आयेाजित इस कार्यक्रम का आयोजन दिल्ली सरकार के दिल्ली सरकार के कला, संस्कृति एवं भाषा विभाग तथा साहित्य कला परिषद ने किया था। मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि ऐतिहासिक स्मारकों का संरक्षण और उन्हें सजाना-संवारना सरकार का महत्वपूर्ण कार्य है और इसे देश के आदरणीय प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी के विज़न के अनुरूप लगातार आगे बढ़ाया जा रहा है।
इस विशेष कार्यक्रम में दिल्ली सरकार के कला, संस्कृति एवं भाषा मंत्री श्री कपिल मिश्रा, क्षेत्रीय विधायक श्री गजेन्द्र यादव, सचिव रश्मि सिंह व अन्य गणमान्य जन उपस्थित थे। इस आयोजन में लगभग 1000 बच्चों और 75 युवा कलाकारों द्वारा अपनी रचनात्मकता और कला का प्रदर्शन किया गया। इसके साथ ही साहित्य कला परिषद ने सांस्कृतिक कार्यक्रम ‘अनेकता में एकता’ भी प्रस्तुत किया। इस अवसर पर मुख्यमंत्री श्रीमती रेखा गुप्ता ने यह भी कहा कि यह आयोजन भारत माता की संस्कृति और कला का एक सुंदर उत्सव है, जिसे मंत्रालय द्वारा आदरणीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी के जन्मदिवस के अवसर पर ‘सेवा पखवाड़े’ के तहत आयोजित किया गया। उन्होंने बताया कि इस अवसर पर चार ऐसे स्मारक समर्पित किए गए, जिनका पुनर्स्थापन पूरी तरह किया जा चुका है। मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि यह कार्यक्रम प्रधानमंत्री के विज़न- ‘विकास भी और विरासत भी’ को प्रदर्शित करता है। देश के विकास के साथ-साथ ऐतिहासिक धरोहरों का संरक्षण भी उतना ही महत्वपूर्ण है। वर्तमान में मंत्रालय 14 स्मारकों पर काम कर रहा है, जिन्हें आने वाली पीढ़ियों के लिए संरक्षित किया जा रहा है।
आत्मीयता व उमंग से भरे इस कार्यक्रम में मुख्यमंत्री श्रीमती रेखा गुप्ता ने व्यक्तिगत अनुभव साझा करते हुए कहा कि इस परिसर में आने पर उन्हें अपने बचपन की यादें ताजा हो गईं, जब वह पिकनिक पर कुतुब मीनार, लाल किला और चिड़ियाघर जैसी जगहों पर जाती थीं। उन्होंने कहा कि स्मारकों का संरक्षण और उन्हें सजाना-संवारना सरकार का महत्वपूर्ण कार्य है और इसे प्रधानमंत्री के विज़न के अनुरूप लगातार आगे बढ़ाया जा रहा मुख्यमंत्री ने कहा कि इन पेंटिंग्स प्रतियोगिता और कार्यक्रमों के माध्यम से स्पष्ट होता है कि भारत का अगला चरण क्या होगा। आने वाला समय भारत का है। भारत विश्व गुरु के रूप में उभरने जा रहा है और इसे पूरी दुनिया देखेगी। उन्होंने यह भी कहा कि सबको एक-दूसरे का साथ लेकर आगे बढ़ना चाहिए, ताकि देश और दिल्ली दोनों विकसित हों। मुख्यमंत्री के अनुसार हजारों बच्चों और कई कलाकारों द्वारा बनाई गई पेंटिंग्स राष्ट्र के प्रति उनकी भावनाओं और समर्पण को दर्शाती हैं। मुख्यमंत्री के अनुसार ऐसे विशेष कार्यक्रम आयोजित करने के लिए कला, संस्कृति एवं भाषा मंत्रालय और मंत्री कपिल मिश्रा की सराहना की जानी चाहिए। श्री कपिल जी केवल सांस्कृतिक आयोजक नहीं हैं, बल्कि कला के सच्चे प्रेमी हैं, जो हर कला और सांस्कृतिक कार्यक्रम को पूरे दिल और अपनेपन से आयोजित करते हैं।


कला एवं संस्कृति मंत्री श्री कपिल मिश्रा ने कहा कि महरौली आर्कियोलॉजिकल पार्क को दिल्ली सरकार द्वारा पुनर्स्थापित और संरक्षित किया गया है। यह स्थान अब एक नए स्वरूप में प्रस्तुत हो रहा है, जहां हाईटेक प्रकाश व्यवस्था की गई है और इसे प्रमुख पर्यटन स्थल के रूप में विकसित किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि दिल्ली सरकार प्रधानमंत्री के विज़न ‘विकास भी और विरासत भी’ के अनुरूप लगभग 14 ऐतिहासिक स्मारकों को पुनर्स्थापित कर रही है, जिनमें से चार का काम पूरा हो चुका है। इस संदर्भ में इस स्थल पर भी एक प्रदर्शनी लगाई गई है, जिसमें स्मारक के पुराने और वर्तमान स्वरूप को प्रदर्शित किया गया है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी के जन्मदिवस के अवसर पर दिल्ली के कलाकारों और बच्चों ने बड़ी संख्या में अपनी रचनात्मकता प्रदर्शित की। लगभग एक हज़ार बच्चों ने विकसित भारत, ऑपरेशन सिंदूर, भविष्य का भारत और बदलते हुए भारत जैसे विषयों पर चित्र बनाए। यह कलाकृतियां न केवल प्रेरणादायक हैं, बल्कि देश के उज्ज्वल भविष्य की झलक भी प्रस्तुत करती हैं।
कला एवं संस्कृति मंत्री श्री कपिल मिश्रा ने यह भी कहा कि दिल्ली और देश का Gen Z प्रधानमंत्री से गहराई से जुड़ा हुआ है। बच्चों और युवाओं को विशेष रूप से यह बताने की आवश्यकता नहीं पड़ती कि वे किस विषय पर पेंटिंग बनाएं। अधिकांश बच्चे स्वयं ही प्रधानमंत्री, आत्मनिर्भर भारत या विकसित भारत जैसे विषयों को चुनते हैं। यह रचनाएं दर्शाती हैं कि नई पीढ़ी देश के भविष्य को लेकर कितनी सकारात्मक और संकल्पित है। उन्होंने यह भी कहा कि बच्चों की बनाई पेंटिंग्स में प्रधानमंत्री के जीवन, आत्मनिर्भर भारत और विकसित भारत जैसे विषय स्पष्ट रूप से उभरकर सामने आए। हजारों बच्चों की इन कलाकृतियों से यह संदेश मिलता है कि भारत का भविष्य नई पीढ़ी के हाथों में सुरक्षित और उज्ज्वल है। उन्होंने कहा कि जो लोग प्रधानमंत्री की सोच पर प्रश्नचिह्न लगाते हैं, उन्हें यहां आकर यह देखना चाहिए कि नई पीढ़ी देश को लेकर कितनी आशावादी और प्रतिबद्ध है। उन्होंने कहा कि यह आयोजन न केवल कला और संस्कृति का उत्सव है, बल्कि नई पीढ़ी की सृजनात्मक ऊर्जा और विकसित भारत के प्रति उनके विश्वास का भी प्रतीक है।
