एम्स रायबरेली में दसवां आयुर्वेद दिवस और आयुष्मान भारत योजना की सातवीं वर्षगांठ मनाई गई
एम्स रायबरेली में दसवें आयुर्वेद दिवस का आयोजन हर्षो उल्लास के साथ किया गया। कार्यक्रम की शुरुआत कार्यकारी निदेशक डॉ. अमिता जैन के द्वारा शस्त्र, शास्त्र, देव, आहार और औषधि पूजन के साथ की गयी। जो कि पूरे भारत वर्ष मे एक नवीन शुरूआत है। उन्होंने बताया की आहार और रसायन औषधि ही स्वस्थ व्यक्ति को स्वस्थ रख सकती है और खराब जीवन शैली जन्य रोगों मे आयुर्वेद चिकित्सा कारगर है। चरक संहिता और हेरिसन पुस्तक का एक साथ पूजन आयुर्वेद और आधुनिक चिकित्सा को एक साथ जोड़ने की पहल में एक छोटा सा कदम है।
अपर चिकित्सा अधीक्षक डॉ नीरज श्रीवास्तव ने बताया की शरीरिक और मानसिक दोनों रोगों में आयुर्वेद कारगर है। आयुर्वेद चिकित्सक डॉ. पारीक ने बताया कि पिछले एक वर्ष मे लगभग दस हजार मरीजों को पंचगव्य पद्धति से चिकित्सा परामर्श दिया गया है। कार्यक्रम मे उपनिदेशक (प्रशासन) कर्नल अखिलेश सिंह, वितीय सलाहकार कर्नल यु. एन. राय, नर्सिंग प्राचार्य नरेंद्र पाल सिंह चौधरी, प्रसाशनिक अधिकारी के. बी. वाई. सिंह, डॉ. श्रुति सिन्हा, डॉ. पद्मा, डॉ आकाश, डॉ. विकाश, पुनीत भी मौजूद रहे। अंत मे रुद्राक्ष, सर्पगंधा और अपराजिता के औषधीय पौधों का वितरण किया गया।

आयुष्मान भारत – प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना (पीएमजेएवाई) के 7 वर्ष पूरे होने के उपलक्ष्य में आयुष्मान भारत दिवस मनाया गया। इस अवसर पर, आयुष्मान टीम द्वारा ओपीडी क्षेत्र में एक नुक्कड़ नाटक का आयोजन किया गया ताकि मरीजों और उनके तीमारदारों में इस योजना के महत्व और लाभों के बारे में जागरूकता पैदा की जा सके। आयुष्मान भारत योजना के नोडल अधिकारी डॉ. के. डी. सिंह ने बताया कि कार्यकारी निदेशक डॉ. अमिता जैन के मार्गदर्शन और संकाय प्रभारी डॉ. नीरज कु. श्रीवास्तव के नेतृत्व में संस्थान माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी की इस फ्लैगशिप योजना का लाभ इसके लाभार्थियों तक पहुँचाने के लिए सदैव तत्पर है।

