Google की भारत में बड़े निवेश की तैयारी… 10 अरब डॉलर से बनाएगा एशिया का सबसे बड़ा डेटा सेंटर
नई दिल्ली। गूगल () भारत (India) में अपना पहला और देश के डिजिटल हिस्ट्री (Digital History) में सबसे बड़ा निवेश (Biggest Investment) करने जा रहा है। कंपनी 10 अरब डॉलर (लगभग 88,730 करोड़ रुपये) की लागत से आंध्र प्रदेश (Andhra Pradesh) के विशाखापट्टनम (Visakhapatnam) में 1 गीगावॉट क्षमता वाला एक विशाल डेटा सेंटर क्लस्टर (Large Data Center Clusters) स्थापित करेगी। यह परियोजना एशिया में अब तक की सबसे बड़ी होगी और इससे भारत की डिजिटल अर्थव्यवस्था को जबरदस्त बढ़ावा मिलने की उम्मीद है।
बता दें गूगल और उसकी सहायक कंपनियां वर्तमान में 11 देशों – अमेरिका, ताइवान, जापान, सिंगापुर, आयरलैंड, नीदरलैंड, डेनमार्क, फिनलैंड, जर्मनी, बेल्जियम और चिली में 29 स्थानों पर डेटा सेंटर संचालित करती हैं। एक खबर के मुताबिक यह डेटा सेंटर क्लस्टर विशाखापट्टनम जिले के अडविवाराम और तारलुवाडा गांवों तथा पड़ोसी अनाकापल्ली जिले के रामबिल्ली गांव में तीन अलग-अलग कैंपस में बनाया जाएगा। इसके लिए तीन उच्च-क्षमता वाली सबमरीन केबल्स लगाई जाएंगी, जिनके लिए विशेष केबल लैंडिंग स्टेशन और मेट्रो फाइबर लाइनों सहित उन्नत दूरसंचार ढांचा विकसित किया जाएगा। राज्य सरकार का लक्ष्य विशाखापट्टनम में मुंबई से दोगुना सबमरीन केबल नेटवर्क तैयार करना है।

साझेदारी और डेडलाइन
आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री एन. चंद्रबाबू नायडू द्वारा दिसंबर 2024 में ही गूगल के साथ एक एमओयू पर हस्ताक्षर किए जा चुके हैं। इस परियोजना के अंतिम रूप से मंजूरी मिलने की उम्मीद है और गूगल की टीम और राज्य के आईटी मंत्री नारा लोकेश के बीच 14 अक्टूबर को इस पर औपचारिक रूप से हस्ताक्षर होने की संभावना है। इस डेटा सेंटर क्लस्टर के जुलाई 2028 तक चालू हो जाने का अनुमान है। हालांकि, गूगल ने इस पर कोई टिप्पणी नहीं की है।
भारत के डिजिटल भविष्य पर प्रभाव
यह डेटा सेंटर क्लस्टर भारत के पहले अंतरराष्ट्रीय एआई इंफ्रास्ट्रक्चर हब का केंद्र बनेगा। इससे आंध्र प्रदेश और पूरे भारत की अर्थव्यवस्था को बढ़ावा मिलेगा तथा उन्नत शोध और विकास कार्यों को गति मिलेगी। यह निवेश देश में AI, क्लाउड कंप्यूटिंग और डेटा प्रोसेसिंग की मांग को पूरा करने में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा।
