रूहेलखण्ड विश्वविद्यालय के मानविकी विभाग में मंदारिन भाषा संवर्धन के लिए विशेष कार्यक्रम का आयोजन

बरेली, 23 नवंबर। महात्मा ज्योतिबा फुले रुहेलखण्ड विश्वविद्यालय, बरेली के मानविकी विभाग में कल एक विशेष कार्यक्रम का आयोजन किया गया , जिसका उद्देश्य मंदारिन भाषा के प्रचार-प्रसार और ताइवान सरकार द्वारा भारतीय विद्यार्थियों को प्रदान की जाने वाली छात्रवृत्ति योजनाओं का परिचय कराना था। इस कार्यक्रम में विश्वविद्यालय के विभिन्न विभागों के छात्र-छात्राओं ने उत्साहपूर्वक भाग लिया।
यह आयोजन TECC (Taiwan Education and Cultural Centre in India), नई दिल्ली के सहयोग से सम्पन्न हुआ। विश्वविद्यालय का ताइवान सरकार के साथ एमओयू है जिसके अंतर्गत विद्यार्थियों को मंदारिन भाषा सीखने और उच्च शिक्षा प्राप्त करने के अवसर प्रदान किए जाते हैं।
कार्यक्रम का आरंभ मानविकी विभागाध्यक्ष एवं बहुभाषिक केंद्र की समन्वयक डॉ. अनीता त्यागी के स्वागत भाषण से हुआ। जिसमे उन्होंने विद्यार्थियों को छात्रवृत्ति और विदेश में रहकर पढ़ने से उनके भविष्य में होने वाले फायदे बताए और उन्हें मोटीवेट किया l इसके पश्चात् सुश्री चिया ली चेन ने ताइवान सरकार की छात्रवृत्ति योजनाओं का विस्तार से परिचय कराया। उन्होंने बताया कि भारतीय विद्यार्थियों के लिए ताइवान में विभिन्न पाठ्यक्रमों हेतु अल्पकालिक एवं दीर्घकालिक छात्रवृत्तियाँ उपलब्ध हैं।
अब तक मानविकी विभाग के कई विद्यार्थी ताइवान जाकर मंदारिन भाषा का अध्ययन कर चुके हैं। इनमें से गत 3 वर्षों से लगातार विश्वविद्यालय के छात्र यह छात्रवृत्ति लेकर ताइवान में उच्च शिक्षण के लिए 3 माह/ 6 माह/ 9 माह/ 12 माह की अवधि के लिए ताइवान जाकर प्रशिक्षण प्राप्त कर रहे हैं। विशेष उल्लेखनीय है कि एक छात्र ने ताइवान में रहते हुए एमबीए पाठ्यक्रम भी आरंभ किया है, जिसके लिए उसे ताइवान सरकार से छात्रवृत्ति प्राप्त हो रही है।
कार्यक्रम के दौरान विद्यार्थियों में चीनी संस्कृति को बढ़ावा देने और उनकी रुचि जाग्रत करने के लिए विभिन्न प्रकार के मनोरंजक खेलों और प्रतियोगिताओं का आयोजन भी किया गया । इनमें लालटेन बनाने और चॉपस्टिक गेम्स विशेष आकर्षण का केंद्र रहे। अंत में TECC, नई दिल्ली द्वारा सभी उपस्थित छात्रों के लिए सूक्ष्म जलपान की भी व्यवस्था की गई थी जिसमें विद्यार्थियों ने अपने भूतपूर्व छात्रों से संवाद किया और सांस्कृतिक आदान-प्रदान का आनंद लिया।
यह आयोजन न केवल भाषा और संस्कृति के प्रति जागरूकता बढ़ाने वाला रहा, बल्कि विद्यार्थियों को अंतरराष्ट्रीय छात्रवृत्ति अवसरों से भी परिचित कराया।
कार्यक्रम में विभाग के सभी शिक्षक और विभिन्न विभागों के 70 विधार्थीउपस्थित रहे l
बरेली से अखिलेश चन्द्र सक्सेना की रिपोर्ट


