राज्य स्तरीय भाषण प्रतियोगिता में रुहेलखण्ड विश्वविद्यालय के सांस्कृतिक केंद्र के विद्यार्थियों ने सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन कर बढाया विश्वविद्यालय का मान

बरेली, 12 दिसम्बर। गोरखपुर में आयोजित राज्य स्तरीय भाषण प्रतियोगिता में महात्मा ज्योतिबा फुले रूहेलखण्ड विश्वविद्यालय बरेली के विश्वविद्यालय सांस्कृतिक केन्द्र के कल्चरल क्लब के तीन विद्यार्थियों द्वारा प्रतिभाग किया गया एवं अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन कर प्रथम पांच विजेताओं की सूची में अपना स्थान बनाया । उत्तर प्रदेश के माननीय मुख्यमंत्री श्री योगी आदित्यनाथ जी के दिशा निर्देशन में महाराणा प्रताप शिक्षा परिषद के 93 वें संस्थापक सप्ताह समारोह के अवसर पर राज्य स्तरीय भाषण प्रतियोगिता का आयोजन महायोगी गोरखनाथ विश्वविद्यालय परिसर, गोरखपुर में 7 से 9 दिसम्बर 2025 तक किया गया। कार्यक्रम का शुभारंभ एवं समापन माननीय मुख्यमंत्री उत्तरप्रदेश योगी आदित्यनाथ जी तथा श्री राज्यपाल उत्तराखंड श्री गुरमीत सिंह जी के संरक्षण तथा उपस्थिति में हुआ । इस प्रतियोगिता में तीन भाषाओं संस्कृत, हिंदी एवं अंग्रेजी में प्रस्तुत हुई जिसका विषय 2047 का विकसित भारत हमारी संकल्पना रखा गया। इस भाषण प्रतियोगिता में पूरे उत्तर प्रदेश से स्नातक एवं परास्नातक के 150 से अधिक विद्यार्थी शामिल हुए । प्रत्येक प्रतिभागी को अपने विषय की प्रस्तुति हेतु सात मिनट का समय दिया गया । इसमें हिंदी भाषा प्रतियोगिता 8 दिसंबर को महायोगी गोरखनाथ विश्वविद्यालय ,गोरखपुर में एवं अंग्रेजी भाषा की प्रतियोगिता 9 दिसंबर को महाराणा प्रताप इंस्टीट्यूट आफ टेक्नोलॉजी, गोरखपुर में आयोजित की गई। सांस्कृतिक केन्द्र की ओर से तीन विद्यार्थियों ने प्रतिभाग किया और तीन ने विजेताओं की सूची में अपना स्थान बनाया। अंग्रेजी भाषा में रुहेलखण्ड विश्वविद्यालय की सांस्कृतिक केंद्र की लवी सिंह ने शानदार प्रदर्शन करते हुए चतुर्थ स्थान प्राप्त किया वहीं हिंदी भाषा में सांस्कृतिक केन्द्र के ही दीपांशु दीप और सुनैना सक्सेना ने शानदार प्रदर्शन करते हुए संयुक्त रूप से पंचम स्थान प्राप्त किया। तीनों ही छात्रों के शानदार प्रदर्शन से रुहेलखण्ड विश्वविद्यालय के सांस्कृतिक केंद्र ने इस राज्य स्तरीय भाषण प्रतियोगिता में अपना दबदबा कायम किया। तीनों छात्रों के शानदार प्रदर्शन पर विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. के.पी. सिंह ने शुभकामनाएं प्रेषित कर आशीर्वाद दिया एवं कहा कि हमारे सांस्कृतिक केंद्र के छात्र लगातार हर क्षेत्र में शानदार और बेहतरीन प्रदर्शन कर विश्वविद्यालय का नाम रोशन कर गौरव का अनुभव करवा रहे हैं । सांस्कृतिक केंद्र की समन्वयक डॉ. ज्योति पांडेय ने कहा कि हमारा उद्देश्य प्रतिभावान विद्यार्थियों को बौद्धिक और सांस्कृतिक मंच प्रदान करना है, जो उन्हें प्रगति करने में सहायक हो रहा है। सांस्कृतिक केन्द्र के प्रशिक्षण और अवसर प्राप्त कर हमारे विश्वविद्यालय के छात्र अब राज्य और राष्ट्रीय स्तर पर भी अपनी पहचान बना रहे है और अपनी उपलब्धियों से विश्व विद्यालय को गौरवान्वित कर रहे है। यह सब माननीय कुलपति प्रो.के.पी.सिंह जी के संरक्षण एवं आशीर्वाद से संभव हो रहा है कि उन्होंने विश्वविद्यालय में सांस्कृतिक गतिविधियों के विकास हेतु विद्यार्थियों के लिए सांस्कृतिक केन्द्र स्थापित कर सांस्कृतिक विकास का माहौल विकसित किया जो छात्रों के संगीत, नृत्य, ड्रामा , साहित्य, काव्य, तकनीकी आदि क्षमताओं को भी पंख दे रहा है। इस अवसर पर कुलपति प्रो.के.पी.सिंह , कुलसचिव श्री हरीश चंद, परीक्षा नियंत्रक संजीव कुमार सिंह, सांस्कृतिक समन्वयक डॉ.ज्योति पाण्डेय,डॉ.इंद्रप्रीत कौर , डॉ रीना पंत , डॉ.सौरभ वर्मा, डॉ.अतुल कटियार सहित शिक्षकों, अधिकारियों, विश्वविद्यालय प्रशासन, विभागीय कल्चरल इंचार्ज तथा कल्चरल क्लब सदस्यों ने बधाई दी।

बरेली से अखिलेश चन्द्र सक्सेना की रिपोर्ट

