आईवीआरआई में जैविक नमूनों से प्रोटीन की पहचान विषय पर छः दिवसीय कार्यशाला आयोजित
बरेली, 21 मार्च। भारतीय पशु चिकित्सा अनुसन्धान संस्थान (आईवीआरआई )के जैव रसायन विभाग में स्नाक्तोत्तर विद्यार्थियों के लिए छ: दिवसीय कार्यशाला का आयोजन जैविक नमूनों से प्रोटीन की पहचान विषय पर किया जा रहा है। इस कार्यशाला में संस्थान के 18 प्रशिक्षणार्थी ने भाग लिया। इस प्रशिक्षण का उद्देश्य विद्यार्थियों को नए टीकों एवं दवाइयों के विकास के लिए जरुरी अनुसन्धान कौशलता का विकास करना है।
कार्यक्रम के उद्घाटन अवसर पर बोलते हुए संस्थान के संयुक्त निदेशक शैक्षणिक डॉ एस के मेंदीरत्ता ने कहा कि यह कार्यशाला विद्यार्थियों के अनुसंधात्मक कुशलता एवं कौशल विकास के लिए बहुत ही मत्वपूर्ण है इससे विद्यार्थियों की जटिल अनुसन्धान करने की क्षमता बढ़ेगी तथा साथ ही उनका कौशल विकास भी होगा।
जैव रसायन विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ राघवेंद्र सिंह ने अपने सम्बोधन में प्रोटीन के महत्व के बारे में बताया।
पाठ्यक्रम निदेशक डॉ मुकेश कुमार ने इस अवसर पर बताया कि इस दौरान छात्रों को प्रोटीन पहचान एवं विश्लेषण के लिए आधारभूत जैव रासायनिक तकनीकियों के बारे में विस्तार से बताया जायेगा जिससे विभिन्न विभागों में कार्यरत विद्यार्थी आसानी से अपने अनुसन्धान कार्य कर पाएंगे। इसके अतिरिक्त छात्रों को एसडीएस पेज, वेस्टर्न ब्लाटिंग और द्वितीयक सरंचना आदि के बारे में विस्तार से बताया जायेगा।
कार्यक्रम का संचालन डॉ करुणा ईरंगबम तथा धन्यवाद ज्ञापन डॉ अजय कुमार द्वारा दिया गया। इस अवसर पर विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ राघवेंद्र सिंह, डॉ मोहिनी सैनी, डॉ प्रवीण सिंह, डॉ मनीष महावर, डॉ मीता सक्सेना, सुश्री पूजा तथा जैव रसायन विभाग के समस्त विद्यार्थीगण उपस्थित रहे। बरेली से अखिलेश चन्द्र सक्सेना की रिपोर्ट