आधार हाउसिंग फाइनेंस ने अपनी ‘आयुष्मान आधार’ सीएसआर पहल के तहत फरीदाबाद के डॉ. सूरज आरोग्य केंद्र में तीन मेडिकल वार्ड बनाने के लिए सहयोग दिया
यह पहल सेहत की देखभाल के क्षेत्र में पहुंच बढ़ाने और गरीब एवं वंचित समुदायों को आवश्यक सेवाएं प्रदान करने के उद्देश्य से की गई है, जिससे क्षेत्र में स्वस्थ रहन-सहन को बढ़ावा मिलेगा
फरीदाबाद, 3 अक्टूबर 2024 : आधार हाउसिंग फाइनेंस लिमिटेड की कॉरपोरेट सोशल रिस्पॉन्सिबिलिटी (सीएसआर) पहल ‘आयुष्मान आधार’ ने फरीदाबाद में डॉ. सूरज प्रकाश आरोग्य केंद्र में तीन मेडिकल वार्ड—जनरल, मैटरनिटी और नवजात गहन चिकित्सा इकाई (एनआईसीयू) की स्थापना में योगदान दिया है। आधार हाउसिंग फाइनेंस लिमिटेड के एमडी और सीईओ श्री ऋषि आनंद ने आज इस फैसिलिटी का उद्घाटन किया।
यह परियोजना भारत विकास परिषद सोशल वेलफेयर ट्रस्ट के साथ साझेदारी में लागू की गई है। इसका उद्देश्य स्वास्थ्य सेवा के क्षेत्र में आने वाली चुनौतियों से निपटना और वंचित समुदाय और निम्न-आय वर्ग के लोगों को कम कीमतों में चिकित्सा सुविधायें उपलब्ध कराना है। हेल्थकेयर को लेकर एक संपूर्ण नजरिये से की गई, यह पहल फरीदाबाद में वंचित लोगों के लिए रोग को दूर करने और इलाज के समाधान प्रदान करने पर केंद्रित है। आधार हाउसिंग फाइनेंस लिमिटेड ने एडवांस टेक्नोलॉजी मेडिकल सेटअप में निवेश कर सामाजिक भलाई के इस नेक काम में सहयोग दिया है। यहां 18 बेड का जनरल वार्ड, 4 बेड का मैटरनिटी वार्ड, और नवजात शिशुओं को गर्म रखने के लिए एनआईसीयू में दो इन्फैंट वार्मर्स लगाए गए हैं।
डॉ. सूरज प्रकाश आरोग्य केंद्र की स्थापना फरीदाबाद में भारत विकास परिषद ने की है। यह केंद्र मरीजों को प्राथमिक देखभाल, ओपीडी मल्टीस्पेशियलिटी, 20 बेड वाले डायलिसिस केंद्र और अन्य डायग्नोस्टिक सेवाएं प्रदान करता है। यहां ऑपरेशन के लिए मरीजों को भर्ती करने की सुविधा है। यह केंद्र कैंसर रोगियों को कीमोथेरपी जैसी सेवाओं के साथ अन्य विशेष सेवाएं किफायती दर पर मुहैया कराता है, जिससे स्थानीय लोगों के लिए बेहतर हेल्थकेयर सेवाएं सुलभ बनाई जा सके। भारत विकास परिषद एक राष्ट्रीय गैर सरकारी संगठन (एनजीओ) है, जिसकी स्थापना 1963 में हुई थी। यह समाज के वंचित वर्गों के उत्थान के लिए काम करता है। इसकी 1500 शाखाएं हैं और सदस्य परिवारों की संख्या 70000 है। इसने चंडीगढ़, गुड़गांव, हिसार, लुधियाना और कोटा सहित पूरे भारत में 40 से अधिक मेडिकल परियोजनाएं स्थापित की हैं।
आधार हाउसिंग फाइनेंस लिमिटेड के एमडी और सीईओ ऋषि आनंद ने कहा, “हम आर्थिक रूप से कमजोर वर्गों के लिए किफायती होम लोन पहुंच को बेहतर बनाने के साथ-साथ उनके संपूर्ण जीवनस्तर को ऊपर उठाने और उनकी सेहत को बढ़ावा देने की भी कोशिश कर रहे हैं। स्वास्थ्य सेवाओं तक पहुंच मौलिक अधिकार है, और हमारी सीएसआर पहल का उद्देश्य कम आय वाले परिवारों को किफायती और सुलभ स्वास्थ्य सुविधाएं प्रदान कर इस अंतर को कम करना है। ‘आयुष्मान आधार’ के माध्यम से, हम उन लोगों के जीवन में सार्थक परिवर्तन लाने की उम्मीद कर रहे हैं, जिन्हें इसकी सबसे अधिक आवश्यकता है, जिससे वे सेहतमंद जिंदगी गुजार सके। एक सामाजिक रूप से जिम्मेदार संगठन होने के नाते, हम सामाजिक और आर्थिक रूप से पिछड़े वर्गों को और सशक्त बनाना जारी रखेंगे और उन्हें संपूर्ण विकास के अवसर प्रदान करेंगे।”
डॉ. सूरज प्रकाश आरोग्य केंद्र के चिकित्सा निदेशक रमेश अग्रवाल ने कहा, “हम इस सहायता के लिए आधार हाउसिंग फाइनेंस लिमिटेड का दिल से आभार व्यक्त करते हैं। इससे हमें फरीदाबाद में आर्थिक रूप से कमजोर वर्गों को किफायती स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान करने की अपनी क्षमता को और बढ़ाने में मदद मिलेगी। इस सहयोग ने हमें आवश्यक चिकित्सा सुविधाओं तक सभी लोगों की पहुंच को बेहतर बनाने और यह सुनिश्चित करने में सक्षम बनाया है कि किसी भी व्यक्ति को इलाज की बुनियादी जरूरतों से वंचित न रहना पड़े। हम सब एक साथ मिलकर अपने क्षेत्र के कई व्यक्तियों और परिवारों के जीवन पर एक स्थायी प्रभाव डाल सकते हैं।”
कंपनी ने आयुष्मान आधार की शुरुआत 2018 में की थी। यह सामाजिक विकास के लिए आधार की प्रतिबद्धता की शुरुआत का प्रतीक है। यह स्थिरता बनाये रखने की क्षमता, जवाबदेही और पारदर्शिता के तीन मार्गदर्शक सिद्धांतों से प्रेरित सीएसआर विजन और मिशन का निरंतरता का प्रतिनिधित्व करता है। समुदायों को सशक्त बनाने और उन्हें स्थायी समाज में विकसित करने के उद्देश्य से संगठन ने शिक्षा, स्वास्थ्य, कौशल विकास, महिला सशक्तीकरण, पर्यावरण और खेल पर ध्यान केंद्रित करते हुए कई परियोजनाओं में सहयोग किया है। मौजूदा समय में, यह संगठन भारत के 21 राज्यों में काम कर रहा है। संगठन ने प्रमुख रूप से कस्बों और गांवों में समान विचारधारा वाली एजेंसियों, अनुसंधान संस्थानों और सरकार के साथ मिलकर आर्थिक रूप से कमजोर वर्गों या गरीब आबादी के जीवन में जमीनी स्तर पर सकारात्मक बदलाव लाना सुनिश्चित किया है।