मनोरंजन

दर्शकों के अपार प्रेम पर प्रियंवदा कांत: “सोनी सब के ‘तेनाली रामा’ की वापसी के बाद मेरी आइकोनिक पंचलाइन ‘उठा लो’ से मेरा सोशल मीडिया भर गया”

मुंबई, फरवरी 2025: सोनी सब का ‘तेनाली रामा’ अपने हास्य, बुद्धिमत्ता और भावनाओं के शानदार संयोजन के साथ दर्शकों के दिल जीत रहा है। इसमें तेनाली रामा (कृष्णा भारद्वाज) की प्रसिद्ध चतुराई को जीवंत रूप में प्रस्तुत किया गया है। शो की वापसी के साथ प्रशंसक प्रियंवदा कांत को तेनाली रामा की पत्नी शारदा के रूप में दोबारा देखने को लेकर बेहद उत्साहित हैं।
शारदा का किरदार हमेशा प्रियंवदा के दिल के करीब रहा है। वह एक मजबूत और भावनात्मक रूप से बुद्धिमान महिला हैं। जैसे-जैसे शो आगे बढ़ रहा है, शारदा के किरदार में भी उल्लेखनीय विकास देखने को मिला है। विशेष बातचीत में प्रियंवदा कांत ने ‘तेनाली रामा’ में अपनी वापसी, शारदा के किरदार के विकास, इस भूमिका से अपने गहरे जुड़ाव और आगामी एपिसोड्स में दर्शकों के लिए क्या खास रहेगा, इस पर चर्चा करती हैं।
आप पहले भी ‘तेनाली रामा’ का हिस्सा रही हैं, और अब फिर से शारदा के रूप में वापसी कर रही हैं। इस भूमिका को फिर निभाने का अनुभव कैसा रहा?

‘तेनाली रामा’ पर वापस आना एक अद्भुत अनुभव है! मैंने कभी नहीं सोचा था कि यह शो दोबारा लौटेगा। पिछले छह सालों से मुझे लगातार प्रशंसकों के संदेश मिल रहे थे कि मैं शारदा के रूप में वापसी करूं। जब आखिरकार यह मौका आया, तो सब कुछ अपने आप सही हो गया। दरअसल, प्रशंसकों ने मेरा एक पुराना इंटरव्यू भी ढूंढ निकाला, जिसमें मैंने कहा था कि अगर ‘तेनाली रामा’ कभी वापस आता है, तो मैं इसका हिस्सा जरूर बनूंगी। और अब हम यहां हैं। इस बार दर्शकों का प्यार भी दोगुना मिला है। मेरे इंस्टाग्राम पोस्ट्स पर “उठा लो” कमेंट्स की बाढ़ आ गई, जो शारदा के रूप में मेरी आइकोनिक पंचलाइन है। यह दिखाता है कि प्रशंसक इस किरदार से कितनी गहराई से जुड़े हुए हैं। इस प्यारे शो में लौटना मेरे लिए दिल को छू जाने वाला अनुभव रहा है!
इस बार शारदा का किरदार निभाने का आपका तरीका पहले से कितना अलग था?

इस बार शो में भावनात्मक गहराई कहीं अधिक है। पहले के एपिसोड्स में जहां हास्य पर अधिक ध्यान था, वहीं इस संस्करण में पारिवारिक मूल्य, रिश्तों और भावनात्मक उतार-चढ़ाव को भी दर्शाया गया है। शारदा का किरदार भी विकसित हुआ है। वह अब भी एक प्यार करने वाली और सहायक पत्नी है, लेकिन अब उसमें भावनात्मक समझ का एक नया आयाम जुड़ गया है। हालांकि, शारदा को निभाना मेरे लिए स्वाभाविक है। यह ऐसा है जैसे मैं एक ऐसे किरदार में वापस लौट रही हूं, जो हमेशा मेरे दिल के करीब रहा है।
शारदा के किरदार को जीवंत करने का सबसे बड़ा इनाम क्या रहा?

यह दर्शकों का प्यार है। इससे बड़ा कोई इनाम नहीं हो सकता कि लोग आपके काम की सराहना करें, आपके किरदार को पहचानें और उससे गहराई से जुड़ाव महसूस करें। मुझे लगातार संदेश, फैन एडिट्स और प्रशंसा मिलती रहती है। यह पुराने और नए दोनों तरह के प्रशंसकों का मिश्रण है—पुराने प्रशंसक जो पहले से शारदा को पसंद करते थे और नए दर्शक जो पहली बार इस किरदार से परिचित हो रहे हैं। यही मेरे लिए सबसे पुरस्कृत और संतोषजनक अनुभव है।

आपकी ऑन-स्क्रीन और ऑफ-स्क्रीन केमिस्ट्री कृष्णा भारद्वाज (तेनाली रामा) के साथ कैसी रही?
कृष्णा और मेरी हमेशा से शानदार केमिस्ट्री रही है, चाहे ऑन-स्क्रीन हो या ऑफ-स्क्रीन। पहले दिन से ही हम दोनों के बीच एक अच्छा तालमेल था और यह हमारी परफॉर्मेंस में भी साफ झलकता है। अब भी हमारी दोस्ती वैसी ही है, लेकिन इन वर्षों में हम दोनों ने अभिनेता और व्यक्ति के रूप में भी विकास किया है। कृष्णा के अलावा मैं निमिषा जी (जो अम्मा का किरदार निभाती हैं) के साथ भी एक बेहतरीन रिश्ता साझा करती हूं। शारदा का किरदार चुनौतीपूर्ण है क्योंकि अम्मा अपने हाव-भाव के जरिए संवाद करती हैं और शारदा को उन भावों को शब्दों में व्यक्त करना होता है। यह एक अनोखा समीकरण है, क्योंकि ऑफ-स्क्रीन अच्छी बॉन्डिंग ऑन-स्क्रीन प्रदर्शन को सहज बना देती है।
क्या शारदा के व्यक्तित्व के ऐसे पहलू हैं जिनसे आप व्यक्तिगत रूप से जुड़ाव महसूस करती हैं?

शारदा मजबूत, अभिव्यक्तिपूर्ण और भावनात्मक रूप से बुद्धिमान हैं, और मैं खुद में भी इन गुणों को देखती हूं। उसमें आत्मनिर्भरता और गहराई है, जिसे मैं वास्तव में सराहती हूं। वह शो में गर्मजोशी का स्पर्श जोड़ती है। इसके अलावा, शारदा का किरदार निभाने से मुझे अपने चंचल और अभिव्यक्तिपूर्ण पक्ष को उजागर करने का मौका मिलता है।
आपके अनुसार, शारद…

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