कृषि अधिकारियों ने किसानों को दी चेतावनी, बताया कब तक खेतों में न करें बुवाई
मुंबई: महाराष्ट्र के विदर्भ में आने वाले नागपुर ,चंद्रपुर ,अमरावती, वाशीम, अकोला, गढ़चिरोली, भंडारा, गोंदिया जिले में किसान अभी भी मानसून का इंतजार कर रहे हैं। जून महीने लगभग खत्म होने को है मगर अभी भी भारी बारिश नहीं हुई है। अब कम बारिश के कारण वहां पर खेतों बुवाई में देरी हो रही है। विदर्भ में मुख्य रूप से सोयाबीन ,अरहर, चावल, कपास की फसलों की खेती की जाती है मगर अभी तक लगभग 90% किसानों ने बुवाई नहीं की है क्योंकि कम बारिश के बीच अगर बुवाई कर ली तो फिर फसल बर्बाद हो सकता है।
कृषि अधिकारियों नें किसानों को दी चेतावनी
कृषि विशेषज्ञ और कृषि अधिकारी अलग-अलग गांव में जा रहे हैं औ वहां जाकर वो किसानों को बुवाई के लिए सतर्क कर रहे हैं। वो उन्हें बता रहे हैं कि जब तक 100MM बारिश हो नहीं जाती तब तक वो खेतों में बुवाई ना करें। नागपुर संभाग के कृषि अधीक्षक मिलिंद शिंदे ने बताया, ‘अब तक जून में सिर्फ 35MM बारिश हुई है जो की खेतों में बुवाई के लिए काफी नहीं है। आमतौर पर जून के महीने में 145MM बारिश दर्ज की जाती है मगर अभी तक नागपुर के साथ विदर्भ के कई इलाकों में सिर्फ 35MM से 40MM के बीच ही बारिश हुई है। इसलिए किसानों को अभी भारी बारिश का इंतजार करना चाहिए।’
किसानों का क्या कहना है?
भारी बारिश के इंतजार के बीच किसानों का कहना है कि उन्होंने अपनी खेतों में जुताई करवा ली है। अब उन्हें भारी बारिश का इंतजार है। जब तक मानसून की अच्छी बारिश नहीं होगी वो तब तक खेतों में बुवाई नहीं कर सकते हैं। किसानों का यह भी कहना है कि आमतौर पर 7 जून के बाद वो रोपाई शुरु कर देते हैं। उनका मानना है कि मृग नक्षत्र में बुवाई करने से फसल का उत्पादन अच्छा होता है और फसलें भी अच्छी होती है। मगर 15 दिन बीत जाने के बाद भी मानसून ने अभी तक ठीक से दस्तक नहीं दी है। इसी वजह से किसान अपने खेतों में बुवाई नहीं कर पाए हैं।