उत्तर प्रदेशराज्य

अमरोहा के ‘रेडियो मैन’ ने गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड्स में बनायी जगह, जानिए इनके इस खास रिकॉर्ड के बारे में सब कुछ

अमरोहा : उत्तर प्रदेश के अमरोहा निवासी रेडियो मैन के नाम से मशहूर राम सिंह बौद्ध ने 1257 रेडियो सेट के बेजोड़ कलेक्शन की बदौलत गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड्स में जगह बनाई है। इस बारे में गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड्स ने अपनी वेबसाइट पर जानकारी दी है। वेबसाइट के मुताबिक रेडियो का सबसे बड़ा कलेक्शन 1257 रेडियो का है, जिसे 13 फरवरी 2024 को भारत देश के उत्तर प्रदेश के गजरौला में राम सिंह बौद्ध ने तैयार किया है। वेबसाइट के मुताबिक राम सिंह बौद्ध को अपना ये खास रेडियो संग्रह शुरू करने की प्रेरणा भारत के प्रधानमंत्री के रेडियो कार्यक्रम मन की बात को सुनने के बाद मिली।

बौद्ध के इस खास रिकॉर्ड को लेकर उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भी उनकी जमकर प्रशंसा की है। सोशल मीडिया पर पोस्ट करते हुए सीएम ने कहा, यह संग्रहालय रेडियो प्रेमियों की विरासत का संरक्षण है जो आने वाली पीढ़ियों को रेडियो की विकास यात्रा से परिचित कराएगा।

26 सितंबर को गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड्स में नाम हुआ दर्ज
1257 अनोखे रेडियो का कलेक्शन तैयार करने के लिए 26 सितंबर 2024 को गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड्स में उनका नाम दर्ज किया गया। इसे लेकर बौद्ध ने पीटीआई-भाषा को बताया, 18 फरवरी 2024 को गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड्स की टीम गजरौला के नैपुरा संग्रहालय आई थी। टीम ने यहां रखे विभिन्न प्रकार के 1400 रेडियो के संग्रह में से 1257 रेडियो को चुना। इसके बाद 26 सितंबर 2024 को गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड्स में राम सिंह का नाम दर्ज किया गया।

शादी में रेडियो नहीं मिलने का अफसोस
राम सिंह बौद्ध उत्तर प्रदेश के अमरोहा जिले के गजरौला क्षेत्र के नैपुरा गांव के रहने वाले हैं। अड़सठ वर्षीय रेडियो मैन राम सिंह बौद्ध वेयरहाउसिंग कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया (सीडब्ल्यूसी) में सुपरवाइजर के पद पर तैनात थे। उन्होंने बताया कि सेवानिवृत्ति के बाद वे अपने ज्यादातर समय रेडियो के साथ बिताते हैं। अपनी इस उपलब्धि पर रेडियो मैन ने मजाकिया अंदाज में इस बात पर भी अफसोस जताया कि उन्हें जीवन भर इस बात का मलाल रहेगा कि उन्हें शादी में रेडियो गिफ्ट में नहीं मिला।

प्रधानमंत्री मोदी भी कर चुके तारीफ
इस अनोखे रिकॉर्ड को लेकर गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड्स ने अपनी वेबसाइट पर 27 सितंबर को सर्टिफिकेट अपलोड किया। बौद्ध ने बताया कि उन्होंने दिल्ली के आकाशवाणी भवन स्थित संग्रहालय को 137 रेडियो उपहार के तौर पर भी दिए हैं। बौद्ध ने बताया कि उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र भेजकर आकाशवाणी में रेडियो म्यूजियम बनाने की मांग भी की थी। बता दें कि इससे पहले, 27 नवंबर 2023 को प्रधानमंत्री मोदी ‘मन की बात’ कार्यक्रम में बौद्ध के रेडियो प्रेम और संग्रहालय के लिए उनके प्रयासों की प्रशंसा कर चुके हैं। रेडियो मैन बौद्ध ने बताया कि ‘मन की बात’ में जिक्र होने के बाद रेडियो कलेक्शन के प्रति उनकी रुचि और भी बढ़ गई।

म्यूजियम में डेढ़ मीटर से लेकर एक इंच तक का रेडियो
बौद्ध के इस अनूठे संग्रहालय की कीमत लगभग 25 लाख रुपये है। उनके इस संग्रहालय में रेडियो के अलावा अन्य दुर्लभ वस्तुएं भी हैं। अपने खास कलेक्शन को लेकर बौध ने बताया कि उनके पास बुश, मर्फी और फिलिप्स जैसी नामी कंपनियों के रेडियो हैं। इसके अलावा उनके संग्रहालय में सोनी और पैनासोनिक के रेडियो सबसे ज़्यादा संख्या में हैं। इनमें सबसे ज्यादा कीमत का रेडियो 1920 में बना यूएस आर्मी रेडियो है। इसकी कीमत 20 हजार रुपये है। इसके अलावा सबसे बड़े साइज का रेडियो जर्मन ग्राउंड लिंक कंपनी का है जिसकी लंबाई डेढ़ मीटर है। वहीं, सबसे छोटे साइज का रेडियो सिर्फ़ एक इंच का है। उनके म्यूजियम में कुल 1,400 रेडियो हैं।

रेडियो के अलावा म्यूजियम में हैं ये खास चीजें
म्यूजियम में रेडियो के अलावा कई पुरानी और खास चीजें भी हैं। इनमें 1931 में बनी पहली बोलती फिल्म की 200 रीलें, 300-400 साल पुरानी 300 पांडुलिपियां, ग्रामोफोन, शक, कुषाण काल से लेकर मुगल और ब्रिटिश शासन के 2500 सिक्के, 250 दुर्लभ पुस्तकें, 12 पॉकेट टीवी, स्टोव, 50 टेलीफोन, पेट्रोमैक्स लैंप, रसोई के सामान, समाचार पत्र, डाक टिकट, स्याही दान, 1890 से 2010 तक के पोस्टकार्ड, पुर्तगाली शासन के 150 डाक टिकट और ब्रिटिश शासन के 250 डाक टिकट हैं। इसके अलावा एक हजार साल पुराने तांबे के आभूषण, 400 साल पुरानी हस्तलिखित श्रीमद्भागवत गीता और वर्ष 1900 की दुनिया की सबसे छोटी बाइबिल आदि भी शामिल हैं।

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