उत्तर प्रदेश

एसआरएमएस रिद्धिमा में भरतनाट्यम एवं कथक के गुरुओं ने पुष्पांजलि के जरिये देवी को समर्पित की अपनी प्रस्तुति


बरेली, 28 अक्टूबर। श्रीराम मूर्ति स्मारक रिद्धिमा में कल देश की प्राचीन नृत्य शैली भरतनाट्यम और कथक के गुरुओं ने अपनी प्रस्तुत देवी को समर्पित कर पुष्पांजलि अर्पित की। भरतनाट्यम और कथक के गुरुओं की प्रस्तुति पुष्पांजलि देख कर दर्शक हैरान रह गए। कार्यक्रम का आगाज कथक गुरु अंशू शर्मा ने दुर्गास्तुति और रुद्रताल से शक्ति शिव की आराधना की। भरतनाट्यम गुरु रोबिन ए ने अष्टलक्ष्मी और कथक गुरु रियाश्री चटर्जी ने 5.5 मात्रा में दुर्गास्तुति पर अपनी प्रस्तुति दी। कथक गुरु देबाज्योति नस्कर ने नील ताल, गतभव में द्रौपती के चीरहरण का मंचन किया। भरतनाट्यम गुरु तनय भट्टाचार्य ने मंगलम के साथ राजराजेश्वरी ट्रैक पर अपनी प्रस्तुति दी। कथक और भरतनाट्यम गुरुओं ने एक साथ दोनों विधाओं की जुगलबंदी प्रस्तुत कर दर्शकों को हैरान कर दिया। पुष्पांजलि में गायन गुरु स्नेह आशीष दुबे ने अपने स्वर देकर उपस्थिति दर्ज कराई। पुष्पांजलि में उमेश मिश्र (सारंगी), सूर्यकांत चौधरी (वायलिन), अमरनाथ (तबला), सुमन बिस्वास (मृदंगम), सूरज पांडे (बांसुरी), टुकमनी सेन (हारमोनियम) और अनुग्रह सिंह (की बोर्ड) ने भी अपने वाद्ययंत्रों के साथ पुष्पांजलि में सहयोग किया। इस मौके पर एसआरएमएस ट्रस्ट के संस्थापक व चेयरमैन देव मूर्ति जी, आशा मूर्ति जी, ऋचा मूर्ति, उषा गुप्ता, डा. रजनी अग्रवाल, डा. एमएस बुटोला, डा. अनुज कुमार, डा. रीटा शर्मा सहित शहर के गणमान्य लोग मौजूद रहे। बरेली से अखिलेश चन्द्र सक्सेना की रिपोर्ट

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