दिल्ली में हारी हुई विधानसभा सीटों का भी आंकलन करेगी BJP, आज बुलाई बैठक
नई दिल्ली। हारी हुई विधानसभा सीट (Lost assembly seat) का भी आंकलन भाजपा (BJP) करेगी। बुधवार को इसे लेकर समीक्षा बैठक होनी है। 22 सीटों पर मिली हार के कारणों के साथ-साथ लोगों में पार्टी संगठन के प्रति विश्वास मजबूत करने में रह गई चूक पर चर्चा होगी। भाजपा नेतृत्व (BJP leadership) की तरफ से यह बैठक बुलाई गई है। पार्टी प्रदेश अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा (Party state president Virendra Sachdeva), प्रदेश प्रभारी बैजयंत पांडा, सह प्रभारी व प्रदेश संगठन महामंत्री पवन राणा की मौजूदगी बैठक होगी। उनके अलावा केंद्रीय शीर्ष नेतृत्व के प्रमुख पदाधिकारी भी इसमें शामिल रहेंगे।
खामियों पर होगी चर्चा
भाजपा के अनुसार चुनाव प्रबंधन समितियों की इस बैठक में समितियों के प्रमुख पदाधिकारियों से चुनाव के दौरान बरती गई नीतियों का आकलन और खामियों पर चर्चा होगी। आकलन किया जाएगा कि लोकसभा में जब 52 विधानसभा क्षेत्र में भाजपा ने बढ़त कायम की तो दिल्ली विधानसभा चुनाव में 48 सीट पर ही जीत क्यों दर्ज हुई। विधायक, सांसद भी बैठक में कार्यकर्ताओं के सहयोग और असहयोग पर राय जाहिर करेंगे।
कुछ इलाकों में अपेक्षा के अनुरूप वोट नहीं मिले
झुग्गी बस्तियों में 50 फीसदी तक वोट हासिल करने को जीत का बड़ा कारण बताया जा रहा है। भाजपा इसे अपने झुग्गी विस्तार अभियान की सफलता से भी जोड़कर देख रही है। जिसे प्रदेश अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा के निर्देशन में प्रदेश महामंत्री विष्णु मित्तल ने सफलतापूर्ण तरीके से अंजाम तक पहुंचाया। जिन सीटों पर जीत हासिल हुई हैं, उनमें से भी कुछ इलाकों में अपेक्षा के अनुरूप वोट नहीं मिला।
ओखला में किया बेहतरीन प्रदर्शन
भाजपा के वरिष्ठ प्रवक्ता और संघ के अनुषांगिक संगठन के सदस्य यासिर जिलानी का कहना है कि ओखला विधानसभा में कुल 279 बूथ हैं। करीब 20 फीसदी से अधिक बूथ पर भाजपा ने जीत हासिल की। इस बार जिस तरह से बूथ प्रबंधन पर कार्य किया गया। उसका ही परिणाम है कि ओखला में भाजपा ने कई बूथ पर बेहतरीन प्रदर्शन किया। विशेषतौर पर बूथ नंबर 16 पर। यहां आप के 145 वोट पड़े वहीं भाजपा के पक्ष में 475 वोट। इस बूथ पर कुल 691 वोट डाले गए। भाजपा को कुल 57365 वोट मिले, जबकि आप को 85 हजार से अधिक वोट मिले हैं। भाजपा प्रत्याशी के खाते में सात हजार से अधिक मुस्लिम वोट भी पड़े हैं।