हफ्ते के पहले दिन Share Market में ‘ब्लैक मंडे’, सेंसेक्स-निफ्टी धड़ाम; निवेशकों में हड़कंप

मुंबई: विदेशी शेयर बाजारों में मचे कोहराम का सीधा असर हफ्ते के पहले कारोबारी दिन भारतीय शेयर बाजार पर दिखाई दिया है। जापान के निक्केई से लेकर दक्षिण कोरिया के कोस्पी तक, एशियाई बाजारों में मची भगदड़ के चलते घरेलू बाजार भी भारी गिरावट के साथ खुले। सेंसेक्स और निफ्टी दोनों प्रमुख इंडेक्स लाल निशान में कारोबार कर रहे हैं और निवेशकों में भारी बिकवाली का माहौल है। बाजार की स्थिति का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि बीएसई लार्जकैप में शामिल 30 में से 28 शेयर गिरावट के साथ ट्रेड कर रहे हैं।
सोमवार को बाजार खुलते ही बीएसई का 30 शेयरों वाला सेंसेक्स अपने पिछले बंद स्तर 85,267 के मुकाबले लुढ़ककर 84,891.75 पर खुला। खबर लिखे जाने तक सेंसेक्स करीब 390 अंकों की गिरावट के साथ 84,860 के स्तर पर संघर्ष करता नजर आया। कमोबेश यही हाल निफ्टी का भी रहा। एनएसई निफ्टी, जो पिछले शुक्रवार को 26,046.95 पर बंद हुआ था, आज गैप-डाउन ओपनिंग के साथ 25,930.05 पर खुला और फिलहाल 145 अंकों की गिरावट के साथ 25,910 के स्तर पर कारोबार कर रहा है।

इस गिरावट की पटकथा विदेशी बाजारों में पहले ही लिखी जा चुकी थी। अमेरिकी बाजार में डाउ जोंस 245 अंक टूटकर 48,479.04 पर और एसएंडपी इंडेक्स 1.06 फीसदी गिरकर 6,848.89 पर बंद हुआ। अमेरिकी बाजारों की इस कमजोरी का असर आज सुबह एशियाई बाजारों पर साफ दिखा। जापान का निक्केई इंडेक्स शुरुआती कारोबार में ही 745 अंक (1.50%) टूट गया, जबकि दक्षिण कोरिया का कोस्पी 1.61 फीसदी की गिरावट के साथ 4,099 पर ट्रेड करता दिखा। हांगकांग का हैंगसेंग 235 अंक नीचे और ऑस्ट्रेलिया का बाजार भी लाल निशान में रेंगते नजर आए।
बाजार की इस चौतरफा गिरावट में लार्जकैप से लेकर स्मॉलकैप तक सभी शेयर पस्त नजर आए। शुरुआती कारोबार में महिंद्रा एंड महिंद्रा, भारती एयरटेल और ट्रेंट जैसे दिग्गज शेयरों में 1 से 1.60 फीसदी तक की गिरावट दर्ज की गई। वहीं, मिडकैप में एनआईएसीएल (NIACL) और एंडुरेंस के शेयरों में 2 फीसदी से ज्यादा की कमजोरी दिखी। सबसे बुरा हाल स्मॉलकैप शेयरों का रहा, जहां एसएचके (SHK) के शेयर 7 फीसदी, कोटक (Kotic) 5 फीसदी और वीएलएस फाइनेंस करीब 4.80 फीसदी तक टूट गए।

