एम्स रायबरेली में स्वच्छता ही सेवा एवं स्वस्थ नारी सशक्त परिवार अभियान के तहत कार्यक्रमों का आयोजन
17 सितंबर से 02 अक्टुबर तक चल रहे स्वच्छता ही सेवा अभियान के तहत 25 सितंबर को “एक दिन एक साथ एक घंटा” श्रमदान सेवा का आयोजन किया गया। कार्यकारी निदेशक डॉ. अमिता जैन ने इस अवसर पर अच्छी सेवा के लिए चयनित सफाई कर्मियों को उनके योगदान के लिए पुरस्कृत किया। अपने संबोधन में उन्होंने लोगों को पूरे दिन की एक गतिविधि को ध्यान में रखने का आह्वान किया जिसको टाल कर स्वच्छता में योगदान कर सकते है। अभियान के नोडल अधिकारी डॉ. सुयश सिंह ने अभियान के दौरान की जा रही गतिविधियों के बारे में बताया। सहायक नर्सिंग अधीक्षक रवि विश्नोई ने सबको स्च्छता शपथ दिलाई। तदुपरांत मौजूद सभी संकाय सदस्यों, अधिकारियों, छात्रों एवं सफाईकर्मियों ने श्रमदान कर बास्केटबॉल कोर्ट की सफाई की। कार्यक्रम का समापन डॉ. टी. नवीन सागर के धन्यवाद ज्ञापन के साथ हुआ। कार्यक्रम में डीन (अकादमिक) डॉ. नीरज कुमारी, डीन (परीक्षा), डॉ. प्रगति गर्ग, उप-निदेशक (प्रशासन) कर्नल अखिलेश सिंह, वित्तीय सलाहकार कर्नल यु. एन. राय अपर चिकित्सा अधीक्षक डॉ. नीरज कु. श्रीवास्तव सहित संकाय सदस्य, अधिकारी. छात्र एवं सफाईकर्मी उपस्थित थे।
स्वस्थ नारी सशक्त परिवार (SNSP) अभियान के तहत मनोचिकित्सा विभाग ने महिलाओं के मानसिक स्वास्थ्य और समग्र कल्याण पर केंद्रित एक मानसिक स्वास्थ्य जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया। मनोचिकित्सा की सहायक प्रोफेसर डॉ. के. पद्मा ने समाज में महिलाओं की महत्वपूर्ण भूमिका पर ज़ोर दिया और उनके शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य दोनों की देखभाल के महत्व पर प्रकाश डाला। इंटर्न्स और एमबीबीएस छात्रों ने महिलाओं के मानसिक स्वास्थ्य पर एक नाटक प्रस्तुत किया। छात्रों के एक अन्य समूह ने अवसाद और आत्महत्या जागरूकता पर एक नाटक प्रस्तुत किया, जिसमें शीघ्र हस्तक्षेप और सहायता के बारे में एक प्रभावशाली संदेश दिया गया।

प्रसूति एवं स्त्री रोग विभागाध्यक्ष डॉ. वंदना वर्मा ने SNSP कार्यक्रम के बारे में मुख्य बिंदु साझा किए और महिलाओं की स्वास्थ्य सेवाओं के लिए इसकी प्रासंगिकता पर प्रकाश डाला। आहार विशेषज्ञ ममता तिवारी ने महिलाओं के शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य को बनाए रखने में पोषण की भूमिका के बारे में बताया। सहायक प्रोफेसर और मनोचिकित्सा प्रभारी डॉ. श्रुति सिन्हा ने घोषणा की कि पुराने ओपीडी भवन में हर शनिवार को एक विशेष महिला मानसिक स्वास्थ्य क्लिनिक का आयोजन किया जाएगा। उन्होंने धन्यवाद ज्ञापन भी दिया और संकाय, छात्राओं और प्रतिभागियों के योगदान की सराहना की।
