तीन बच्चों की मौत का सीएम योगी ने लिया संज्ञान, एडीजी समेत अन्य अफसर मौके पर दौड़े

मेरठ के सिवालखास कस्बे में तीन बच्चों की संदिग्ध हालात में मौत की घटना पर मुख्यमंत्री ने संज्ञान लिया है। तीनों बच्चों की घर के पास पानी से भरे प्लॉट में डूबने से मौत हो गई थी। परिजनों ने हत्या का आरोप लगा हंगामा किया था। मुख्यमंत्री के आदेश पर एडीजी, डीआईजी और एसएसपी समेत कई अधिकारी मंगलवार को घटनास्थल पर पहुंचे। यहां फोरेंसिक टीम से जांच कराई और पीड़ित परिवार से बात की। पुलिस ने घटनास्थल के आसपास काम करने वाले कुछ लोगों को हिरासत में लेकर पूछताछ की है। एसपी देहात और सीओ सरधना थाने में ही कैंप किए हैं। करीब डेढ़ घंटे तक सभी अधिकारी मौके पर रहे।
सिवालखास निवासी 9 साल की मानवी पुत्री जितेंद्र, उसका चचेरा भाई 8 साल का सिब्बू पुत्र मोनू और 8 साल का ऋतिक पुत्र हिम्मत रविवार सुबह करीब 10 बजे घर के पास से लापता हो गए थे। परिजनों ने काफी तलाश किया, लेकिन बच्चों का पता नहीं लगा। सोमवार सुबह करीब छह बजे तीनों बच्चों के शव घर से डेढ़ सौ मीटर दूरी पर पानी से भरे प्लॉट में मिले। परिजनों और ग्रामीणों ने पुलिस चौकी पर हंगामा करते हुए बच्चों की हत्या का आरोप लगाया। इसके बाद दिनभर हंगामा जारी रहा। पुलिस ने गुमशुदगी का मुकदमा हत्या में तरमीम किया। परिजनों को चार-चार लाख रुपये शासन से मुआवजा देने का आश्वासन दिया, जिसके बाद बच्चों के शवों को दफनाया गया।
मुख्यमंत्री ने लिया घटना का संज्ञान
इस दर्दनाक घटना पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने संज्ञान लिया। घटनाक्रम की सच्चाई जानने को अफसरों को लगाया। मंगलवार दोपहर करीब दो बजे एडीजी भानु भास्कर, डीआईजी कलानिधि नैथानी और एसएसपी डॉ. विपिन ताडा टीम के साथ घटनास्थल पर पहुंचे। यहां एसपी देहात डॉ. राकेश मिश्रा और सीओ सरधना आशुतोष कुमार पहले से मौजूद थे। घटनास्थल पर निरीक्षण किया और वह जगह भी देखी, जहां प्लॉट में लाश मिलीं थी। परिवार के लोगों से भी तीनों अधिकारियों ने मिलकर सांत्वना दी। घटना के खुलासे के लिए सर्विलांस और स्वॉट टीम को लगाया है।


बिल्डर पर शिकंजा, पुलिस ने कई को उठाया
जिस जगह तीनों बच्चों की मौत हुई, वहां मुरादनगर का हाजी असलम अमन गार्डन कॉलोनी फेस-3 बना रहा है। ऑफिस निर्माण के लिए मिट्टी उठाई गई थी, जिस कारण प्लॉट गहरा हो गया और बारिश का पानी भर गया था। पुलिस ने बिल्डर को बुलवाया है। कॉलोनी में काम करने वाले लोगों को हिरासत में लिया है। आसपास कैमरों की डीवीआर कब्जे में लेकर पुलिस ने जांच शुरू कर दी है। इस मुकदमे में पुलिस बिल्डर और साथियों को नामजद कर सकती है।