उत्तर प्रदेश

एसआरएमएस रिद्धिमा में हास्य नाटक जांच पड़ताल का मंचन


बरेली,29 जुलाई । एसआरएमएस रिद्धिमा में कल अनुकृति रंगमंडल कानपुर के कलाकारों ने हास्य नाटक जांच पड़ताल का मंचन किया। रूसी लेखक निकोलई वैसलीविच गोगोल के प्रसिद्ध नाटक द गवर्नमेंट इंस्पेक्टर पर आधारित और संजय सहाय द्वारा हिन्दी में रूपांतरित इस नाटक का निर्देशन कृष्णा सक्सेना ने किया, जबकि सह निर्देशक की जिम्मेदारी डा. ओमेन्द्र कुमार ने निभाई। विजय भास्कर ने संगीत दिया। बिहार की देशज भाषा, आम बोलचाल की शैली एवं जुबान पर चढ़े मुहाबरों का इस नाटक में अच्छा इस्तेमाल किया गया जो दर्शकों को ठहाके लगाने को विवश करता है। नाटक में एक छोटे शहर के सरकारी विभागों के व्याप्त भ्रष्टाचार को दिखाया गया। यहां के मेयर गजेन्दर बाबू को एक दिन खबर मिलती है कि केन्द्र ने राज्य की जांच पड़ताल के लिए उच्चधिकारों से लैस एक वरिष्ठ अधिकारी को नियुक्त किया है। मेयर सहाब की इमरजेंसी मीटिंग में मजिस्ट्रेट संकटा प्रसाद, सिविल सर्जन, स्कूल इंस्पेक्टर, पोस्टमास्टर आदि सभी अफसर इस बिन बुलायी मुसीबत से निजात पाने के उपाय खोजते हैं। संयोग से इसी दौरान एक होटल में दिल्ली से आये एक युवक कुमार को यह भ्रष्ट अफसर जांच अधिकारी समझ बैठते हैं। मेयर साहब खुद एवं अपने अफसरान को बचाने की नियत से युवक कुमार को मेहमान बना कर होटल से अपने घर ले आते हैं। मेयर की दूसरी पत्नी इमरती देवी और उनकी पहली पत्नी की बेटी बेबी के बीच कुमार को पटाने की होड़ लगी है। अफसरों के भ्रष्ट आचरण से बुरी तरह परेशान व्यापारी भी कुमार से शिकायत करने पहुंचते हैं। नाटक में बीच-बीच में मेयर के विदूषक सरीखे सेवक गोबर सिंह, झूलन, लोटा प्रसाद व चिलमची मियां अनायस ही दर्शकों को ठहाके लगाने को विवश करते हैं। मेयर, उनके अफसरों तथा व्यापारियों से बड़ी रकम वसूल के बाद कुमार जब रफूचक्कर हो जाता है, तब कहीं यह राज खुलता है कि वह (कुमार) जांच अधिकारी नहीं एक साधारण युवक था। तभी सर्किट हाउस का चपरासी मेयर साहब के बंगले पहुंच कर बताता है कि केन्द्र से भेजा गया सचमुच का जांच अधिकारी यहां पहुंच चुका है। नाटक में गजेंदर बाबू का चरित्र महेन्दर धुरिया ने निभाया जबकि स्कुल इंस्पेक्टर सुरेश श्रीवास्तव बने। सुमित गुप्ता (सिविल सर्जन), कुशल गुप्ता (पोस्ट मास्टर), दीपक राज (मजिस्ट्रेट), आरती शुक्ला (इमरती देवी), दीपिका सिंह (बेबी), एकांश पांडेय (गोबर सिंह और चपरासी), विजय भास्कर (झूलन और बेयरा), आकाश शर्मा (लोटा प्रसाद), सम्राट यादव (चिलमची मियां), प्रमोद शर्मा (मैनेजर और व्यापारी वन), महेश जायसवाल (सफाई अधिकारी और व्यापारी 3), रवि गुप्ता (पोस्टमैन) के साथ ही महेश चंद्र, अजीत पाल, प्रमोद शर्मा ने भी अभिनय बेहतरीन किया। इस मौके पर एसआरएमएस ट्रस्ट के संस्थापक व चेयरमैन देव मूर्ति जी, सुभाष मेहरा, डा. प्रभाकर गुप्ता, डा. अनुज कुमार और शहर के गणमान्य लोग मौजूद रहे। बरेली से अखिलेश चन्द्र सक्सेना की रिपोर्ट

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