उत्तर प्रदेश

आईवीआरआई में डिजिटल प्रसार में नवाचार कार्यक्रम का समापन

बरेली, 28 सितम्बर । संयुक्त निदेशालय, प्रसार शिक्षा, भारतीय पशु चिकित्सा अनुसंधान संस्थान, इज्जतनगर तथा राष्ट्रीय कृषि विस्तार प्रबन्धन संस्थान मैनेज, हैदराबाद के सहयोग से आयोजित पाँच दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम शीर्षक ”डिजिटल प्रसार में नवाचार“ का कल समापन हो गया। इस प्रशिक्षण कार्यक्रम में कुल 120 प्रतिभागियों ने भाग लिया।
समापन अवसर पर बोलते हुये संस्थान के निदेशक डा. त्रिवेणी दत्त प्रशिक्षण कार्यक्रम के सहयोगात्मक प्रशिक्षण कार्यक्रम की सराहना की और भविष्य में और अधिक इस तरह के कार्यक्रम आयोजित करने के लिए प्रेरित किया। उन्होंने कहा कि आने वाला युग डिजिटल प्रसार का युग है अतः हमें इस प्रकार के कार्यक्रम का अधिक से प्रचार-प्रसार करना चाहिये जिससे यह वंचितों तक पहुँच सके।
संस्थान की संयुक्त निदेशक डा. रूपसी तिवारी ने बताया कि पांच दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम के दौरान, देश भर के प्रतिष्ठित वक्ताओं ने प्रतिभागियों (सहायक प्रोफेसरों, कृषि विज्ञान अधिकारियों, शोध विद्वानों, कृषि उद्यमियों आदि) के साथ बातचीत की। इस अवसर पर सम्मानित डॉ आर आर बर्मन, एडीजी (कृषि विस्तार) ने पूसा समाचार के साथ अपने अनुभव साझा किए, डॉ एम ए अंसारी, प्रोफेसर, कृषि संचार विभाग, गोविन्द बल्लभ पंत कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्व विद्यालय, पंतनगर ने वी लागः ई-विस्तार का नया तरीके पर जानकारी दी, डॉ महेश चंद्र, पूर्व विभागाध्यक्ष, प्रसार शिक्षा प्रभाग ने अभ्यास के साथ ब्लॉग पर चर्चा की, डॉ संजीव कुमार ने सामुदायिक रेडियो स्टेशन के साथ सत्र को प्रबुद्ध किया। आईवीआरआई के पूर्व छात्रों ने डॉ प्रतीक्षा पांडा द्वारा वीडियो-आधारित विस्तार, डॉ अमनदीप द्वारा एमओओसी प्लेटफॉर्म, डॉ प्रज्ञा जोशी द्वारा सोशल मीडिया और डॉ मैना कुमारी द्वारा नए मीडिया पर जानकारी साझा की। आईवीआरआई के डॉ अयोन तरफदार द्वारा एआई, एमएल, आईओटी और अन्य उन्नत उपकरणों का उपयोग, डॉ एच आर मीना द्वारा उपयोगकर्ता केंद्रित दृष्टिकोण, डॉ अमोल भालेराव द्वारा ऑनलाइन डेटा संग्रह और प्रभावी ऑनलाइन सामग्री बनाना, डॉ डी बर्धन द्वारा ई-एक्सटेंशन मूल्यांकन और प्रभाव आकलन, डॉ मदन सिंह द्वारा ई-एक्सटेंशन में नैतिक विचार और डॉ श्रुति द्वारा संदेश रणनीतियों का संचार करना आदि विषयों पर जानकारी दी।
इस अवसर पर डॉ के कृष्ण रेड्डी, निदेशक (आईसीटी), मैनेज ने भी आयोजकों के प्रयासों की सराहना की कार्यक्रम का समापन सत्र डॉ. श्रुति के धन्यवाद ज्ञापन और डॉ. अमोल के. भालेराव, वैज्ञानिक, टीईसी-पुणे, आईसीएआर-आईवीआरआई के समापन भाषण के साथ संपन्न हुआ।

बरेली से अखिलेश चन्द्र सक्सेना की रिपोर्ट

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