Cryptocurrency Fraud: इन दो भारतीयों को अमेरिका में 20 साल की कैद
नई दिल्ली: अमेरिका में क्रिप्टोकरेंसी फ्रॉड (Cryptocurrency Fraud) का एक अजीबोगरीब मामला सामने आया है. इसे क्रिप्टोकरेंसी में इनसाइडर ट्रेडिंग का पहला मामला (First Cryptocurrency Insider Trading Case) बताया जा रहा है. इस मामले में दो भारतीय भाई और उनके एक अमेरिकी-भारतीय दोस्त को आरोपी बनाया गया है. तीनों के ऊपर आरोप है कि उन्होंने क्रिप्टोकरेंसी में इनसाइडर ट्रेडिंग के जरिए करोड़ों की कमाई की.
मामले में आरोपी ईशान वाही (32) और उसके भाई निखिल वाही (26) भारत के नागरिक हैं. दोनों भाई अमेरिका के Seattle में रह रहे थे. वहीं तीसरा आरोपी समीर रमानी (33) भारतीय मूल का अमेरिकी नागरिक है, जो Houston में रहता था. दोनों वाही भाइयों को इस मामले में गुरुवार को गिरफ्तार किया जा चुका है, जबकि सिक्योरिटीज एंड एक्सचेंज कमीशन (SEC) की शिकायत में रमानी के बारे में बताया जा रहा है कि वह अभी भारत में है. दोनों भाइयों को अमरिका के डिस्ट्रिक्ट कोर्ट फोर दी वेस्टर्न डिस्ट्रिक्ट ऑफ वाशिंगटन में पेश किया जाएगा.
Sothern DIstrict of New York के अटॉर्नी Damian Williams और फेडरल ब्यूरो ऑफ इन्वेस्टिगेशन के न्यूयॉर्क फील्ड ऑफिस के असिस्टेंट डाइरेक्टर-इन-चार्ज Michael J Driscoll ने वाही ब्रदर्स, रमानी के ऊपर वायर फ्रॉड कॉन्सपिरेसी का आरोप लगाया. आरोप में कहा गया कि तीनों ने कॉइनबेस (CoinBase) के एक्सचेंजों पर लिस्ट होने जा रही क्रिप्टो करेंसीज से जुड़ी गोपनीय जानकारियों का इस्तेमाल कर इनसाइडर ट्रेडिंग को अंजाम दिया. सिक्योरिटीज एंड एक्सचेंज कमीशन ने भी तीनों के खिलाफ इनसाइडर ट्रेडिंग का आरोप लगाने की जानकारी दी.
शिकायत के अनुसार, रमानी और ईशान ऑस्टिन के यूनिवर्सिटी ऑफ टेक्सास (University Of Texas) में सहपाठी थे. यूनिवर्सिटी में पढ़ाई के दौरान ही दोनों के बीच गहरी दोस्ती हो गई. प्रोसेक्यूटर्स ने कहा कि यह क्रिप्टोकरेंसी में इनसाइडर ट्रेडिंग का पहला मामला है. तीनों ने मिलकर कम से कम 25 अलग-अलग क्रिप्टो में गैरकानूनी ट्रेड किया और गलत तरीके से करीब 1.5 मिलियन डॉलर यानी करीब 1,200 करोड़ रुपये की कमाई की. मामले में ईशान वाही, निखिल वाही और रमानी तीनों को 20-20 साल तक की सजा सुनाई जा सकती है.