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कार और बाइक के एक्सीडेंट में दो सगे भाइयों सहित चार युवकों की मौत!

हेलमेट-सीटबेल्ट के प्रयोग में लापरवाही बढ़ा रहा मौत का आंकड़ा-आशुतोष सोती

मनोज श्रीवास्तव/लखनऊ। ग्रेटर नोएडा में सोमवार को भीषण सड़क हादसे में कार और बाइक की टक्कर से 4 दोस्तों की मौत हो गई। चारों एक ही बाइक पर सवार थे और हेलमेट भी नहीं लगाए थे। चश्मदीदों के अनुसार कार से टक्कर होते ही चारों की लाशें सड़क पर ही बिखर गईं। हादसा थाना ईकोटेक -3 क्षेत्र के ग्राम कुलेसरा पुस्ता रोड पर हुआ। प्राप्त जानकारी के अनुसार टीवीएस राइडर बाइक से सुमित, लवकुश, रिहान और मोनू ठाकुर जा रहे थे। इस दौरान सामने से आ रही वैगनआर कार (यूपी 16 सीआर 3293) से उनकी टक्कर हो गई। हादसे में चारों लड़के गंभीर रूप से घायल हो गए। घायलों को तुरंत अस्पताल में भर्ती कराया गया। वहां इलाज के दौरान सभी की मौत हो गई। मृतकों की उम्र 16 से 18 साल के बीच थी। सुमित और लवकुश दोनों सगे भाई हैं। जबकि, रिहान और मोनू ठाकुर एक फैक्ट्री में काम करते हैं।

पुलिस ने कार को कब्जे में लेकर ड्राइवर को हिरासत में ले लिया। शवों को पोस्टमॉर्टम के लिए भेजा गया है। मौके पर मृतकों के घरवाले मौजूद हैं। पुलिस घरवालों की शिकायत पर आगे की कार्रवाई कर रही है। चारों लड़कों के परिवारवालों का रो-रो कर बुरा हाल है। रिहान और मोनू हबीबपुर में एक फैक्ट्री में काम करते थे। सुमित और लवकुश 8वीं के स्टूडेंट थे। उनके पिता एक कंपनी में काम करते हैं। चारों दोस्त अक्सर रील बनाने के लिए पुश्ता रोड की तरफ जाते थे। माना जा रहा है कि आज भी रील बनाने के लिए ही चारों बाइस से वहां गए थे। लौटते समय हादसा हो गया।

घटनास्थल पर मौजूद लोगों ने बताया कि चारों लड़के एक ही बाइक पर सवार थे। बाइक चला रहा लड़का हेलमेट भी नहीं लगाए था। बाइक की रफ्तार काफी तेज थी। सामने से आ रही कार की भी रफ्तार भी तेज थी। दोनों की आमने-सामने टक्कर हो गई। टक्कर लगते ही चारों लड़के उछलकर दूर सड़क पर जा गिरे। डीसीपी शक्ति मोहन अवस्थी ने बताया थाना ईकोटेक क्षेत्र में कार और बाइक की भिड़ंत हो गई। इसमें 4 दोस्तों की मौत हो गई है। कार चालक को हिरासत में लिया गया है। कानूनी कार्रवाई की जा रही है।ईएमओ नोएडा जिला अस्पताल की डॉ. ऐश्वर्या ने बताया कि दोपहर करीब ढाई बजे 4 लड़के लाए गए थे। चारों का ईसीजी कराया गया, तो वह मृत पाए गए। चारों को मृत अवस्था में लाया गया था।

राजधानी लखनऊ में सड़क सुरक्षा पर काम करने वाले शुभम सोती फाउंडेशन के अध्यक्ष आशुतोष सोती ने बताया बिना हेलमेट और बिना सीटबेल्ट की यात्रा सबसे असुरक्षित है। उत्तर प्रदेश में हर वर्ष हजार मौत होने के दो प्रमुख कारण हैं। पहला सुरक्षा नियमों की अनदेखी दूसरा दुर्घटना के बाद नजदीकी अस्पताल में पहुंचने में देरी। यह बहुत बड़ी बिडम्बना है कि आज भी सड़क दुर्घटना के बाद पीड़ितों को अस्पताल पहुंचाने के लिये घण्टों पुलिस और एम्बुलेंस की प्रतीक्षा करना पड़ता है। एक जागरूकता अवश्य आयी है कि लोग मोबाइल से दुर्घटना की सूचना 112 पर बेधड़क देने लगे हैं। जब घायलों को अस्पताल पहुंचाने में जागरूकता बड़ी तभी समाज आगे बढ़ कर तत्परता से घायलों को अस्पताल पहुंचायेगा। सरकारों की बहुत कोशिश के बाद भी आम आदमी पुलिसिया पूछ-ताछ से बचना चाहता है। बिना कानूनी उलझन में पड़े सहयोग करने की स्थिति तक पहुंच गया है।