बरेली छावनी परिषद की सामान्य बोर्ड बैठक अध्यक्ष ब्रिगेडियर गगन दीप सिंह की अध्यक्षता में सम्पन्न

बरेली ,11अक्टूबर। बरेली छावनी परिषद की सामान्य बोर्ड बैठक कल अध्यक्ष ब्रिगेडियर गगनदीप सिंह, वाई.एस.एम. की अध्यक्षता में संपन्न हुई।
बैठक में मुख्य कार्यपालक अधिकारी डॉ. तनु जैन (भा.र.सं.से.), सांसद श्री छत्रपाल सिंह, तथा विधायक श्री संजीव अग्रवाल विशेष रूप से उपस्थित रहे।
बैठक में छावनी क्षेत्र के नागरिक कल्याण, स्वच्छता, शिक्षा, कौशल विकास, महिला सशक्तिकरण एवं आधारभूत संरचना विकास से संबंधित कई महत्वपूर्ण प्रस्तावों पर विचार एवं अनुमोदन किया गया।
बैठक के प्रमुख निर्णय बिंदु :
कर्मचारियों को बोनस स्वीकृति: वित्त वर्ष 2024-25 हेतु छावनी परिषद कर्मचारियों को गैर-उत्पादकता (एड-हॉक) बोनस प्रदान करने का निर्णय लिया गया।
क्वार्टरों की रंगाई-पुताई: दीपावली पूर्व ग्रुप-‘डी’ कर्मचारियों के आवासों की सफेदी एवं पेंटिंग कार्य के लिए सामग्री क्रय की स्वीकृति।
भारतीय ज्ञान प्रणाली अनुभाग: युगवीणा पुस्तकालय में “Indian Knowledge System” अनुभाग हेतु विशेष पुस्तक रैक की स्थापना का अनुमोदन।
आर.एन. टैगोर इंटर कॉलेज: भवन की रंगाई-पुताई एवं आंतरिक मार्ग मरम्मत कार्य की स्वीकृति।

कौशल विकास केन्द्र की स्थापना: कैंट गर्ल्स प्राइमरी स्कूल में “Skill Development Centre” स्थापित करने का प्रस्ताव स्वीकृत, जिससे युवाओं एवं महिलाओं को कौशल आधारित प्रशिक्षण उपलब्ध होगा।
आयुष यूनिट की स्थापना: कैंट जनरल हॉस्पिटल में आयुर्वेद, योग एवं होम्योपैथी सहित 32 बेड के “AYUSH Unit” की स्थापना हेतु ₹4.34 करोड़ की विस्तृत परियोजना रिपोर्ट अनुमोदित।
महिला हाट केंद्र: स्वावलंबन एवं महिला उद्यमिता को प्रोत्साहित करने हेतु 20 दुकानों वाले “Women Haat Complex” के निर्माण का प्रस्ताव स्वीकृत (अनुमानित लागत ₹40 लाख)।
धोपीश्वर नाथ चौक नामकरण: गोला बाजार चौक का नाम “श्री धोपीश्वर नाथ चौक” रखे जाने का निर्णय अनुमोदित।
एफआईसीसीआई फ्लो दिल्ली द्वारा निशुल्क प्रशिक्षण: FICCI FLOW दिल्ली को छावनी क्षेत्र में निशुल्क कौशल विकास पाठ्यक्रम संचालित करने की अनुमति प्रदान की गई।
बैठक का संचालन मुख्य कार्यपालक अधिकारी डॉ. तनु जैन द्वारा किया गया।
डॉ. जैन ने सभी सदस्यों एवं जनप्रतिनिधियों का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि बरेली छावनी को स्मार्ट, स्वच्छ और सशक्त छावनी बनाने की दिशा में ये निर्णय मील का पत्थर साबित होंगे। बरेली से अखिलेश चन्द्र सक्सेना की रिपोर्ट

