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महात्मा ज्योतिबा फुले रुहेलखण्ड विश्वविद्यालय और INFLIBNET के बीच हुआ ऐतिहासिक समझौता

बरेली, 25 जुलाई। महात्मा ज्योतिबा फुले रुहेलखण्ड विश्वविद्यालय बरेली ने डिजिटल शिक्षा और शोध के क्षेत्र में नया कीर्तिमान स्थापित किया है। राजभवन लखनऊ में उत्तर प्रदेश की राज्यपाल एवं विश्वविद्यालय की कुलाधिपति श्रीमती आनंदीबेन पटेल की उपस्थिति में विश्वविद्यालय और सूचना और पुस्तकालय नेटवर्क(इन्फ्लिबनेट) केंद्र गांधीनगर, गुजरात के बीच एक महत्वपूर्ण समझौता ज्ञापन एम ओ यू पर हस्ताक्षर किया गया।

इस समझौते के तहत विश्वविद्यालय के छात्रों, शोधार्थियों और शिक्षकों को INFLIBNET की उन्नत डिजिटल सेवाओं तक पहुंच मिलेगी, जिससे शैक्षणिक और शोध गतिविधियों को नया आयाम मिलेगा।

समझौते का उद्देश्य : यह MoU विश्वविद्यालय और INFLIBNET के बीच सहयोग को मजबूत करने के लिए तैयार किया गया है। INFLIBNET, भारत सरकार के शिक्षा मंत्रालय के अंतर्गत यूजीसी द्वारा संचालित एक स्वायत्त संस्था है, जो देश भर के शैक्षणिक संस्थानों को डिजिटल लाइब्रेरी, शोध डेटाबेस, प्लेजियरिज्म चेक टूल्स और ऑनलाइन शैक्षणिक संसाधन उपलब्ध कराती है। इस समझौते के बाद विश्वविद्यालय के छात्रों को निम्नलिखित सेवाओं का लाभ मिलेगा :-

छात्रों को मिलने वाले प्रमुख लाभ :-
1. शोधगंगा (ShodhGanga):- छात्र और शोधार्थी देश भर के विश्वविद्यालयों में जमा किए गए 5 लाख से अधिक शोध प्रबंध (PhD थीसिस) तक मुफ्त में पहुंच सकेंगे।
यह सेवा शोध कार्य को गुणवत्तापूर्ण और सरल बनाएगी।

2. शोधशुद्धि (ShodhShuddhi – PDS):-
छात्रों और शोधार्थियों को प्लेजियरिज्म (साहित्यिक चोरी) से बचाने के लिए सॉफ्टवेयर उपलब्ध कराया जाएगा।
थीसिस या शोध पत्र जमा करने से पहले इस टूल की मदद से उनकी मौलिकता जांची जा सकेगी।

3.इंडकैट (IndCat) और यूपीकैट (UPCat):-
देश भर की प्रमुख यूनिवर्सिटी लाइब्रेरियों की पुस्तकों, शोध प्रबंधों और जर्नल्स का एकीकृत डेटाबेस उपलब्ध होगा।
छात्र इंटर-लाइब्रेरी लोन सुविधा का उपयोग कर सकेंगे।

4. सोल (SOUL) लाइब्रेरी ऑटोमेशन:-
विश्वविद्यालय की लाइब्रेरी को पूरी तरह डिजिटल बनाया जाएगा, जिससे पुस्तकों की खोज और प्रबंधन आसान होगा।

5. IRINS (इंस्टीट्यूशनल रिसर्च इनफॉर्मेशन सिस्टम):-
शोधार्थी और शिक्षक अपने शोध प्रकाशनों को वैश्विक स्तर पर प्रदर्शित कर सकेंगे।

6. प्रशिक्षण और तकनीकी सहायता:-
INFLIBNET द्वारा विश्वविद्यालय के छात्रों और शिक्षकों के लिए विशेष प्रशिक्षण सत्र आयोजित किए जाएंगे।

कुलपति महोदय का संदेश:-
“इस अवसर पर विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर के कुलपति प्रो के पी सिंह ने कहा, यह समझौता हमारे छात्रों और शोधार्थियों के लिए एक महत्वपूर्ण कदम है। INFLIBNET की सेवाओं से हमारे विश्वविद्यालय का शोध और शैक्षणिक ढांचा और मजबूत होगा। डिजिटल लाइब्रेरी, प्लेजियरिज्म चेक और शोध डेटाबेस जैसी सुविधाएं हमारे छात्रों को राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर प्रतिस्पर्धा करने में सक्षम बनाएंगी। हम INFLIBNET के साथ इस सहयोग को भविष्य में और विस्तारित करने की योजना बना रहे हैं।”

समझौते का दीर्घकालिक प्रभाव:-
इस MoU के तहत विश्वविद्यालय का पुस्तकालय पूरी तरह डिजिटल हो जाएगा, जिससे छात्रों को अध्ययन सामग्री तक आसान पहुंच मिलेगी। शोधार्थियों के लिए यह समझौता विशेष रूप से लाभदायक होगा, क्योंकि वे देश भर के शोध प्रबंधों और अकादमिक संसाधनों का उपयोग कर सकेंगे। साथ ही, प्लेजियरिज्म जैसी समस्याओं से बचने के लिए उन्हें तकनीकी सहायता मिलेगी।

यह समझौता महात्मा ज्योतिबा फुले रोहिलखंड विश्वविद्यालय के डिजिटल शिक्षा और शोध क्षेत्र में एक नए युग की शुरुआत करेगा। INFLIBNET के साथ साझेदारी से विश्वविद्यालय का लक्ष्य अपने छात्रों को वैश्विक स्तर की शैक्षणिक सुविधाएं प्रदान करना है।

बरेली से अखिलेश चन्द्र सक्सेना की रिपोर्ट