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‘पीटता था, सिगरेट से दागता था… 6 साल से नहीं लौटी मेरी बहन’, छांगुर के दोस्त अख्तर पर घिनौने आरोप

उत्तर प्रदेश में जलामुद्दीन उर्फ छांगुर बाबा इन दिनों चर्चा में है. पुलिस ने उसे धर्मांतरण के आरोप में गिरफ्तार किया है. अब गाजियाबाद की एक महिला ने आरोप लगाते हुए कहा है कि उसकी बहन को 2019 में बदर अख्तर सिद्दीकी नाम के एक शख्स ने गायब कर दिया, जो छांगुर बाबा का खास आदमी है. लापता युवती की बहन का दावा है कि उसकी बहन टूर एंड ट्रेवल्स का कोर्स कर रही थी. तभी उसकी जान-पहचान बदर अख्तर सिद्दीकी नाम के शख्स से हुई.

इसके बाद वो उसे गाड़ियों में घुमाने, बातें करने और फिर धीरे-धीरे मानसिक रूप से काबू में लेने लगा. 24 अक्टूबर 2019 को बदर अख्तर उसे अपने साथ ले गया और फिर युवती कभी घर नहीं लौटी. लापता युवती के बहन का आरोप है कि बदर अख्तर के संपर्क में आने के बाद उसकी बहन का बर्ताव पूरी तरह बदल चुका था. वो पूजा-पाठ से दूर हो गई थी, चिड़चिड़ी हो गई थी और सिर्फ बदर अख्तर की बातें करती थी.

बहन ने ब्रेनवॉश करने का लगाया आरोप
बहन का दावा है कि उसका बुरी तरह ब्रेनवॉश कर दिया गया था. बदर अख्तर उसकी बहन को छांगुर बाबा का पढ़ा हुआ पानी और चावल खिलाया करता था. लापता युवती की बहन का आरोप है कि बदर अख्तर युवती के साथ मारपीट करता था. उसे सिगरेट से जलाता था और बीमार पड़ने पर छांगुर बाबा का पानी पिलाता था. बदर छांगुर बाबा का खास आदमी है.

अख्तर को गिरफ्तार करने की मांग की
युवती की बहन का दावा है कि जब उन्होंने अपनी बहन की खुद जानकारी जुटाई तो पाया कि सिर्फ उसकी बहन ही नहीं, बल्कि कई लड़कियां बदर अख्तर के संपर्क में आने के बाद गायब हो चुकी हैं. अब लापता युवती की बहन ने सीधा उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री से अपील की है कि इस पूरे मामले की गहराई से जांच कराई जाए और बदर अख्तर सिद्दीकी को तुरंत गिरफ्तार किया जाए. उनका कहना है कि जब तक ये गिरफ्त में नहीं आएगा. तब तक न जाने कितनी लड़कियों की सच्चाई सामने नहीं आ पाएगी.

कौन है जमालुद्दीन छांगुर बाबा?
बलरामपुर के रेहरा माफी गांव के रहने वाले जलामुद्दीन को छांगुर बाबा के नाम से जाना जाता है. वह पहले रत्नों और अंगूठियों का छोटा-मोटा कारोबार करता था. इसके बाद जमालुद्दीन धीरे-धीरे एक धार्मिक गुरु बन गया और उसने ग्रामीण हिंदू आबादी का विश्वास जीता. लेकिन जांच में सामने आया कि उसने कोडवर्ड्स जैसे प्रोजेक्ट (हिंदू महिलाओं के लिए) और मिट्टी पलटना (धर्मांतरण के लिए) का इस्तेमाल कर अपने अवैध कारनामों को अंजाम दिया. उसका नेटवर्क काफी बड़ा है, जो नेपाल की सीमाओं तक फैला हुआ है. लेकिन अब उसका पर्दाफाश हो गया है.