पेट में गैस की समस्या से हैं परेशान तो जानें वजह और छुटकारा पाने के उपाय
नई दिल्ली : पेट में गैस बनना सामान्य है. यह आपके पाचन का अहम हिस्सा है और हर किसी को ये समस्या होती है। ज्यादातर लोग दिन में पांच से 15 बार गैस निकालते हैं। हालांकि अगर आपको लगता है कि आपको और लोगों की तुलना में इससे ज्यादा गैस बनती है तो इसके पीछे कुछ खास वजहें हो सकती हैं। इसकी वजह से आपको दर्द या अन्य दिक्कतें हो सकती हैं।
आप जो भी गैस (gas) पास करते हैं वह किसी न किसी तरह आपकी आंतों में पहुंचती है। यह तब हो सकता है जब आप मुंह से हवा को अंदर लेते हैं। आपकी आंतों में कुछ गैस बैक्टीरिया (bacteria) और वहां रहने वाले अन्य रोगाणुओं से बनती है। अगर आपको बहुत ज्यादा गैस बनती है तो इसका एक कारण ये हो सकता है कि आप बहुत अधिक हवा अंदर ले जा रहे हैं। उसमें से कुछ हवा डकार के रूप में तो कुछ गैस के जरिए बाहर आती है।
आपकी कुछ आदतों की वजह से आपके मुंह में हवा ज्यादा जाती है। जैसे कि च्यूइंग गम या कोई हार्ड कैंडी चबाते समय आप हवा को ज्यादा निगलते हैं। जल्दी-जल्दी खाने या फिर स्ट्रॉ से पीने की आदत भी पेट में गैस बनाती है। अगर आपको पेन या कोई भी चीज चबाने की आदत है, तो इसका मतलब है कि आप अपने पेट में अतिरिक्त हवा ले रहे हैं जो गैस के रूप में निकलती है।
कार्बोनेटेड ड्रिंक्स जैसे बीयर, सोडा, या कोई भी बुलबुले वाले ड्रिंक्स पेट में गैस बनाने का काम करते हैं। अगर आपको कार्बोनेटेड ड्रिंक्स (carbonated drinks) पसंद हैं और आपको अक्सर गैस की समस्या रहती है तो इसके बजाय कोई सादी ड्रिंक पीकर देखें, आपको फर्क जरूर महसूस होगा। आपको बार-बार गैस बनने की असली वजह समझ में आ जाएगी।
भले ही आप दिन में मुंह के जरिए अतिरिक्त हवा नहीं ले रहे हों लेकिन हो सकता है कि आप सोते समय अनजाने में ऐसा कर रहे हों। अगर आप सोते समय अपना मुंह खोलकर सांस या खर्राटे लेते हैं, तो आप रात भर बहुत सारी हवा निगल सकते हैं जो अगले दिन गैस का कारण बन सकती है।
पेट में गैस बनने का अन्य कारण कुछ खास फूड भी हो सकते हैं। जैसे कि छोटे राजमा, मटर, ब्रोकली या पत्तेदार साग, साबुत अनाज, साइलियम युक्त फाइबर (fiber) फूड भी पेट में गैस बनाते हैं। स्टडीज के मुताबिक राजमा या छोले को 12 घंटे पानी में भिगोने के बाद बनाने से ये पेट में कम गैस बनाते हैं। कभी-कभी कोई खाना ठीक से नहीं पच पाता है उसकी वजह से भी गैस बन जाती है जैसे कि किसी- किसी को डेयरी या ग्लूटेन प्रोडक्ट सूट नहीं करता है और इससे गैस बन जाती है।
अगर आपको कब्ज है और खाना आपकी आंत में धीरे-धीरे जा रहा है, तो इससे पेट में गैस बनने का ज्यादा मौका मिल जाता है। जब खाना देर तक पेट में रहता है तो रोगाणु ज्यादा समय तक सक्रिय रहते हैं और पेट में गैस बनाते हैं। बढ़ती उम्र के साथ आपका पाचन धीमा हो जाता है, जिससे अधिक गैस बन सकती है। आर्टिफिशियल स्वीटनर्स (artificial sweeteners) या फिर कुछ दवाएं भी पेट में गैस बनाती हैं।
कुछ मेडिकल कंडीशन की वजह से भी पेट में बहुत ज्यादा गैस बनती है। जैसे कि डाइवर्टिक्युलाइटिस, अल्सरेटिव कोलाइटिस, क्रोहन्स डिजीज, इरिटेबल बाउल सिंड्रोम, डायबिटीज (diabetes), थायराइड डिसफंक्शन या फिर इंटेस्टाइन ब्लॉकेज की वजह से।
बार-बार गैस बनने से शर्मिंदगी तो महसूस हो सकती है लेकिन आमतौर पर इसमें चिंता की कोई बात नहीं है। हालांकि कुछ खास स्थिति में गैस समस्या भी बन सकती है। जैसे कि गैस की वजह से पेट में तेज दर्द होना, बहुत बेचैनी या सूजन महसूस होना, दस्त या कब्ज, मितली, वजन कम हो जाना और शौच में खून जैसे लक्षण दिखने पर डॉक्टर से जरूर संपर्क करें।